विधान सभा सचिवालय को मिले 311 तारांकित और 171 अतारांकित प्रश्न। तीन दिनों के लिए 60 प्रश्नों का ड्रा, विधायकों की मौजूदगी में निकाली पर्चियां। वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक चंडीगढ़, 20 दिसंबर : हरियाणा विधान सभा के 26 दिसंबर से शुरू होने वाले शीतकालीन सत्र को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पत्रकारों को इस संबंध में विस्तार से जानकारी दी। फिलहाल सत्र 26 से 28 दिसंबर तक चलना तय हुआ है, लेकिन अंतिम निर्णय 26 दिसंबर को होने वाली कार्य सलाहकार समिति (बीएसी) की बैठक में होगा। सत्र रोजाना सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक चलेगा। बीच में एक घंटे का भोजनावकाश रहेगा। गौरतलब है कि विस अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता की अध्यक्षता वाली नियम समिति ने गत मानसून सत्र से बैठकों की अवधि डेढ़ गुणा बढ़ाकर 6 घंटे कर दी है। इससे पूर्व सत्र के पहले दिन दोपहर 2:00 बजे से 6:00 बजे तक यानी कि साढ़े 4 घंटे तथा बाकी दिन सुबह 10:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक मात्र 4 घंटे ही कार्यवाही के लिए निर्धारित थे। इससे पूर्व, शीतकालीन सत्र के लिए ड्रा भी निकाले गए। इस दौरान 3 दिनों के लिए 60 तारांकित प्रश्नों की पर्चियां निकाली गईं। ये प्रश्न 52 विधायकों की ओर से भेजे गए हैं। विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता की देखरेख में हुए ड्रा की पर्चियां विधायक सीमा त्रिखा, असीम गोयल, प्रमोद विज, बलराज कुंडू और विधान सभा सचिव राजेंद्र कुमार नांदल और सचिवालय के अधिकारियों ने निकालीं। विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने बताया कि शीतकालीन सत्र के लिए अभी तक 311 तारांकित और 171 अतारांकित प्रश्नों की सूचनाएं विधान सभा सचिवालय को प्राप्त हुई हैं। तारांकित प्रश्नों के लिए 52 और अतारांकित प्रश्नों के लिए 22 विधायकों ने सूचनाएं भेजी हैं। प्रदेश सरकार की ओर से मंगलवार दोपहर तक 3 विधेयक विधान सभा सचिवालय को मिले हैं। हरियाणा नगरीय अचल सम्पति कर (सूची विधिमान्यकरण) निरसन विधेयक 2022, हरियाणा लघु नगर (कर-विधिमान्यकरण) निरसन विधेयक 2022, हरियाणा नगर पालिका (कर -विधिमान्यकरण) निरसन विधेयक 2022 शामिल हैं। 2 गैर सरकारी संकल्पों की सूचनाएं भी मिली हैं। उन्होंने बताया कि 25 ध्यानाकर्षण प्रस्ताव, 1 लघु अवधि प्रस्ताव की सूचनाएं भी मिली हैं। कार्य स्थगन प्रस्ताव के लिए फिलहाल कोई सूचना नहीं मिली है। विस अध्यक्ष ने बताया सत्र को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। इसके लिए 22 दिसंबर को सुरक्षा संबंधी बैठक और 26 दिसंबर को कार्य सलाहकार समिति (बीएसी) की बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में सत्र की अवधि और बिजनेस को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। मोटे अनाज (मिलेट) के पकवानों से होगी विधायकों की आवभगत।इस शीतकालीन सत्र के दौरान विधायकों की आवभगत बाजरा इत्यादि मोटे अनाजों से बने पकवानों से होगी। इसके लिए 27 दिसंबर को प्रदेश के कृषि एवं कल्याण मंत्री जय प्रकाश दलाल दोपहर-भोज देंगे। विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर संयुक्त राष्ट्र संघ ने 2023 को मोटे अनाज (मिलेट) वर्ष के तौर मानने का निर्णय लिया है। प्रधानमंत्री ने भी मोटे अनाज और उससे बने खाद्य पदार्थों को प्रोत्साहित करने का आह्वान किया है। ऐसे में विधान सभा के शीतकालीन सत्र से इसकी शुरुआत की जा रही है। गौरतलब है कि मोटे अनाजों को लोकप्रिय बनाने के लिए केंद्र सरकार देश और विदेश में कई कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बना रही है। विस अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने केंद्र की इस पहल का स्वागत किया है। Post navigation अंतर्राष्ट्रीय पोषक-अनाज के रूप में मनाया जाएगा वर्ष 2023 – कृषि मंत्री जे.पी. दलाल मुख्यमंत्री ने हरियाणा में सामाजिक समरसता की नई कवायद की शुरू