हरियाणा में बाहरी राज्य के लोगों को दी जा रही है नौकरियां – जयहिंद

रौनक शर्मा

रोहतक – रोहतक के पीजीआई में चल रही नर्सिंग वैकेंसी की काउंसलिंग में खुलेआम हरियाणा सरकार के आदेशों की अवहेलना की जा रही है। जिसको लेकर नवीन जयहिंद बीते बुधवार पीजीआई में चल रही कॉउंसलिंग में पहुंचे जहां उन्होंने पाया की प्रदेश के युवा नौकरी के लिए धक्के खा रहे है और उन्हें धक्के मार कर कॉउंसलिंग से बाहर निकाला जा रहा है। इस बात का विरोध जब जयहिंद ने किया तो उनके साथ भी कॉउंसलिंग में मौजूद लोगो द्वारा बतमीजी की गयी।

नवीन जयहिंद को कुछ युवाओ ने पीजीआई में नौकरियों की कॉउंसलिंग में चल रही धाधले बाजी को लेकर अपनी समस्या बताई और उन्हें पीजीआई आकर मामले की जानकारी लेने को कहा ,

जयहिंद अपने साथियो के साथ प्रदेश के युवाओ के हक़ की आवाज उठाने जब पीजीआई पहुंचे तो उन्हें युवाओ ने बताया की कैसे प्रदेश के बेरोजगार युवाओ को कॉउंसलिंग से दरकिनार कर बाहरी प्रदेश के युवाओ को पहले नौकरी पाने का मौका दिया जा रहा है। जबकि हरियाणा प्रदेश के युवा निकटवर्ती राज्यों की सरकारी नौकरियों के लिए आवेदन भी नहीं कर सकते , लेकिन हरियाणा के अंधराज में बाहरी राज्यों के बच्चो को प्रदेश के युवाओ की जगह पहले प्राथमिकता दी जा रही है।

जयहिंद ने बताया की नियमानुसार हरियाणा में सरकारी नौकरी पाने वालो में पहले हरियाणा के ही युवाओ और हरियाणा के डोमिसाइल को प्राथमिकता दी जाएगी लेकिन अब नियमो के विरुद्ध सभी विभागों में बाहरी राज्यों के युवाओ को नौकरियां दी जा रही है और प्रदेश के बेरोजगार युवाओ की अनदेखी की जा रही है जिस कारण आज हरियाणा के युवा बेगार घूम रहे है। हैरानी वाली बात ये है की हरियाणा बेरोजगारी के आंकड़ों में देश के पहले स्थान पर है , हाल ही में जारी आंकड़ों के मुताबिक हरियाणा में 37.3% प्रतिशत बेरोजगारी दर है फिर भी यहाँ सरकारी नौकरियों में अन्य प्रदेश के युवाओ को प्राथमिकता दी जाती है और प्रदेश के बेरोजगार युवा ए दिन सड़को पर विरोध प्रदर्शन करते है।

सरकारी नौकरियों की हो रही बंदरबाट , बेरोजगारी में हरियाणा का पहला स्थान – जयहिंद

प्रदेश में अधिकतर युवा आज बेरोजगार है , सड़को पर उतर कर सरकार के खिलाफ आंदोलन करने की नौबत आ गयी है , सरकार MBBS स्टूडेंट्स को प्रदेश की सेवा करने के लिए 5 साल का बांड भरवा रही है और वही मेवा खाने के लिए बाहरी प्रदेश के युवाओ को पहले मौका दिया जा रहा है। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी (CMIE) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा में 37.3% प्रतिशत के साथ भारत के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से सबसे अधिक बेरोजगारी दर है फिर भी यहां सरकार अपने प्रदेश के युवाओ को नौकरी देने की जगह बाहरी प्रदेशो के युवाओ में सरकारी नौकरी की बंदरबाट कर रही है।

सरकार की नियमावली की खुलेआम उड़ रही धज्जिया – जयहिंद

जयहिंद ने बताया की एक तरफ जहां सरकार ने परिवाते सेक्टर की नौकरियों में भी 75 प्रतिशत आरक्षण हरियाणा के युवाओ के लिए तय किया है वहीं सरकारी नौकरी में सरकार की नियमावली की खुलेआम धज्जिया उड़ रही है। युवा हरियाणा का डोमिसाइल लेकर दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर है जबकि बाहरी प्रदेश के युवाओ को भिन्न-भिन्न कोटे की तर्ज पर नौकरिया दी जा रही है। जभी प्रदेश में प्रदेश के युवाओ को पहले आरक्षण मिलना चाहिए।

चरम पर बेरोजगारी , युवाओ को कॉउंसलिंग से दिए जा रहे धक्के – जयहिंद

पीजीआई में चल रही कॉउंसलिंग में किस तरह से कॉउंसलर्स ने प्रदेश के युवाओ को धक्के मर कर बाहर निकला है इसका बखान खुद युवाओ ने किया है। कई देर बाद भी जब उनकी नहीं सुनी गयी तब उन्होंने नवीन जयहिंद को अपने हक़ की आवाज उठाने के लिए पीजीआई आने को कहा लेकिन तब भी कॉउंसलर्स की दादागिरी नहीं रुकी, प्रदेश के युवाओ की आवाज उठाने पहुंचे जयहिंद के साथ भी उन्होंने बतमीजी की। प्रदेश के युवा खुद इस बात से हैरान है की कैसे उनकी जगह अन्य प्रदेश के युवाओ को उनकी जगह नौकरी दी जा रही है।

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