हरियाणा में भाजपा बहुत मजबूत पार्टी है, ऐसा दावा करने वाले बडबौले भाजपाई-संघी भूल गए कि वे आज जजपा की बैशाखी पर सरकार चला रहे है : विद्रोही

14 दिसम्बर 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने सत्ता मद में चूर हरियाणा भाजपा खट्टर सरकार के मंत्रीयों-संतरियों के इस दावे को हास्यास्पद व मुंगेरीलाल का हसीन सपना बताया कि भाजपा 2024 के विधानसभा चुनावों में गुजरात जैसा प्रदर्शन करके भारी बहुमत से सत्ता में तीसरी बार वापसी करेगी।

विद्रोही ने कहा कि मुंगेरीलाल के हसीन सपने लेने से भाजपाईयों को कोई नही रोक सकता, लेकिन बडबौले संघीयों को 2019 विधानसभा चुनावों में 75 पार के अपने नारे का भी हश्र देख लेना चाहिए। 2019 विधानसभा चुनाव में भी हरियाणा के भाजपाई-संघी लम्बी-चौडी हांक कर 75 से ज्यादा सीटे जीतने व कांग्रेस की केवल 2-3 सीट आने का दमगज्जा मारते थे, पर भाजपा को मुश्किल से 40 सीटे ही मिली। वहीं कांग्रेस को 31 सीटों पर विजय मिली। वहीं कांग्रेस 7-8 सीटों पर थोडे अंतर 200 से एक हजार वोटों से ही हारी थी। यदि कांग्रेस इन मार्जिन वाली सीटों पर अच्छा चुनावी प्रबंधन करती और विधानसभा चुनाव टिकटे बाटने में गलती नही करती तो भाजपा का आंकडा 30 तक भी नही पहुंचता और कांग्रेस अपने दम पर सरकार भी बना लेती।

विद्रोही ने कहा कि हरियाणा में भाजपा बहुत मजबूत पार्टी है, ऐसा दावा करने वाले बडबौले भाजपाई-संघी भूल गए कि वे आज जजपा की बैशाखी पर सरकार चला रहे है। अजय चौटाला व दुष्यंत चौटाला पिता-पुत्र की जोडी ने यदि जनता से चुनावों में किये गए वादों, दावों से विश्वासघात करके जनविरोधी, किसान, मजदूर, गांव विरोधी भाजपा को समर्थन देकर सरकार नही बनाई होती तो आज भाजपा कहां होती, यह बताने की जरूरत नही। भाजपा हरियाणा में अपनी पार्टी के जितने सदस्य होने का दावा करती थी, उतनी तो भाजपा को 2019 विधानसभा चुनाव में वोट भी नही मिली। 

विद्रोही ने कहा कि अभी हाल में हुए पंचायत चुनावों में अपना जनाधार परखनेे भाजपा ने 7 जिलों की 122 जिला परिषद सीटों पर अपने कमल चुनाव निशान पर चुनाव लडकर देख लिया कि हरियाणा में भाजपा की ग्रामीण क्षेत्रों में कितनी ताकत है। भाजपा को केवल 22 जिला परिषद की सीटों पर सफलता मिली, वहीं मात्र 5.1 प्रतिशत वोट मिले जो मुंह बोलता प्रमाण हे कि भाजपा की हरियाणा की राजनीतिक ताकत कैसी है? पंचायत चुनावों से पहलेे नगर निकाय चुनाव मं भी भाजपा-जजपा के साथ गठबंधन करके अपनी शहरी ताकत भी अजमा चुकी है जहां भाजपा-जजपा को मिलाकर शहरी क्षेत्रों में भी केवल 30 प्रतिशत वोट मिले। विद्रोही ने कहा कि हरियाणा का राजनीतिक वातावरण बिल्कुल साफ है कि कांग्रेस सत्ता में आ रही है और भाजपा सत्ता से जा रही है। विद्रोही ने कहा कि 21 दिसम्बर को हरियाणा मेें मूंडका बार्डर फिरोजपुर झिरका मेवात में राहुल गांधी नेतृत्व की भारत जोडो यात्रा के प्रवेश के बाद हरियााणा में कांग्रेस की ऐसी लहर चलेगी कि भाजपा-जजपा 2024 के लोकसभा व विधानसभा चुनाव में ढूंढे भी नही मिलेगे।

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