कुरुक्षेत्र के संतों का बैंड बाजे व नगाड़ों के साथ हुआ स्वागत

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 13 दिसम्बर : धर्मनगरी कुरुक्षेत्र से गुजरात सोमनाथ तथा अन्य तीर्थों के लिए निकले संत महापुरुषों के जत्थे का मंगलवार को दिल्ली पहुंचने पर लक्ष्मी नारायण मंदिर में बैंड बाजे व नगाड़ों के साथ भव्य स्वागत किया गया। उल्लेखनीय है कि संत महापुरुषों का यह जत्था सोमवार को कुरुक्षेत्र से 12 दिसम्बर से 28 दिसम्बर तक के लिए संतों की यात्रा के लिए महंत बंसी पुरी जी महाराज के नेतृत्व में रवाना हुआ था।

अखिल भारतीय श्री मार्कंडेश्वर जनसेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि संत महामंडल की अध्यक्षा श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी विद्या गिरी जी महाराज के दिल्ली जीत संन्यास आश्रम गीता कालोनी में गुरु महाराज के साथ भव्य गाजे बाजे से स्वागत किया गया। इस मौके पर श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के गुरु कपिलमुनि महाराज एवं श्री पंच परमेश्वर महाराज का पूरे विधि विधान के साथ मंत्रोच्चारण से पूजा अर्चना की गई। रीति रिवाज के अनुसार उन्हें आसन प्रदान किया गया। दिल्ली में स्वागत एवं पूजा के उपरांत जत्थे के साथ चल रहे संत महापुरुषों को चाय नाश्ता एवं आरती के पश्चात भंडारा दिया गया।

महंत जगन्नाथ पुरी ने बताया कि दिल्ली लक्ष्मी नारायण मंदिर में पिछले 14 सालों से निरंतर रामायण पाठ एवं यज्ञ चल रहा है। दिल्ली के उपरांत संतों का जत्था ब्यावर राजस्थान के लिए रवाना हुआ। इस जत्थे में महंत बंसी पुरी के साथ महंत लक्ष्मी नारायण पुरी , स्वामी महेश पुरी, महंत प्रणव पुरी, महंत सर्वेश्वरी गिरि गोविंदा आश्रम , महंत केशव गिरी, दिंगाबर हरि नारायण, प. राधे राधे, विकल चौबे, श्यामा कांत चौबे, मयुर गिरी, पं जयभगवान, मा. पवन पंडित इत्यादि सहित करीब अढ़ाई सौ संत शामिल हैं।