आत्मिक अनुभूति ही सच्चे सुख-शांति का आधार
वी मुरलीधरन केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री, भारत सरकार

10 दिसम्बर 2022, गुरुग्राम – स्व-परिवर्तन से विश्व-परिवर्तन ही ब्रह्माकुमारीज का मूल मंत्र है। ब्रह्माकुमारीज एक ऐसा संगठन है, जो मानव जीवन में सच्ची सुख-शांति के लिए कार्यरत है। उक्त विचार भारत सरकार के विदेश राज्यमंत्री, माननीय वी.मुरलीधरन ने ब्रह्माकुमारीज के गुरुग्राम स्थित ओम शांति रिट्रीट सेंटर में व्यक्त किए। डे ऑफ ग्रेटिट्यूड विषय पर आयोजित कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि हमने भौतिक प्रगति तो की है लेकिन अपने आंतरिक स्वरूप भूल गए। मानव स्थूल पदार्थों में ही सुख-शांति की तलाश कर रहा है। जबकि सच्ची सुख और शांति तो उसमें अंतर्निहित है।

डॉक्टर तपस्वनी प्रधान

ब्रह्माकुमारीज संस्था मानव को उसके असली स्वरूप से अवगत करा रही है। आत्मिक अनुभूति ही वास्तव में सच्चे सुख और शांति का स्रोत है। पश्चिमी देशों में जहां मानव एक मशीन मात्र बनकर रह गया है। वहीं भारतीय संस्कृति में मानव ही नहीं बल्कि प्रकृति का भी आभार व्यक्त किया जाता है। प्रकृति को दाता होने के कारण देव तुल्य माना जाता है। उन्होंने कहा कि आज का दिन केवल मनाने का ही नहीं अपितु अपनी जिम्मेवारियों को भी याद करने का है।

बीके बृजमोहन

दिल्ली अपोलो हॉस्पिटल के सिर और गले के कैंसर विभाग की प्रमुख एवं वरिष्ठ सलाहकार डॉ. तपस्वनी प्रधान ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज के साथ मेरा संबंध कुछ महीनों पूर्व से है। ब्रह्माकुमारीज में आने से मेरे जीवन में अभूतपूर्व परिवर्तन आया। मन के विचारों को नियंत्रित करने की शक्ति आ गई। जिसने विचारों को नियंत्रित कर लिया है, समझो उसने दुनिया को जीत लिया। आध्यात्मिकता हमें अंदर से सशक्त करती है। हम केवल शरीर का इलाज करते हैं। लेकिन शरीर के साथ मन पर नियंत्रण भी जरूरी है। तभी हम सम्पूर्ण रूप से स्वस्थ रह सकते हैं।

ओआरसी कार्यक्रम में उपस्थित लोग

ब्रह्माकुमारीज के अतिरिक्त महासचिव बीके बृजमोहन ने कहा कि विश्व आज भयानक दौर से गुजर रहा है। न्यूक्लियर युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। ऐसे में परमात्म शक्ति ही सबका सहारा है। आध्यात्मिकता मानव को निर्भय बनाती है। जब हम आत्मा के असली स्वरूप को समझ लेते हैं तो भय से मुक्त हो जाते हैं।

वी मुरलीधरन को ओआरसी सेवाओं के बारे में समझाते हुए बी के विधात्री

ओम शांति रिट्रीट सेंटर की निदेशिका आशा दीदी ने कहा कि ये परिसर केवल आध्यात्मिक ऊर्जा का ही केंद्र नहीं है। बल्कि आधुनिक तकनीक की भी मिसाल है।

परिसर में 1 मेगावाट-स्केल हाइब्रिड ऊर्जा भंडारण के साथ भारत का पहला सौर माइक्रोग्रिड सोलर पावर सिस्टम लगा है। सोलर कुकिंग के साथ बायोगैस संयंत्र भी स्थापित है। वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की व्यवस्था भी यहां पर है।

कार्यक्रम में ओआरसी की निदेशिका गीता दीदी एवं संस्था के करोल बाग सेवाकेंद्र प्रभारी बीके पुष्पा ने भी अपनी शुभ कामनाएं व्यक्त की। कार्यक्रम का संचालन बीके विधात्री एवं बीके हुसैन ने किया। कार्यक्रम में काफी संख्या में संस्था के सदस्य मौजूद थे।

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