सूत्रों की मानें तो कांग्रेस हिमाचल प्रदेश में जीते हुए अपने सभी विधायकों को चंडीगढ़ बुलाने वाली है. सूत्रों ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जीत का सर्टिफिकेट मिलने के बाद कांग्रेस के सभी विधायक चंडीगढ़ पहुंचेंगे

 गुरुग्राम, 08 दिसंबर। हिमाचल प्रदेश में सत्ता का रिवाज बदलेगा या नहीं, यह अब तक के रुझानों और नतीजों से तस्वीर साफ हो गई है. हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जीत की ओर बढ़ रही है और रुझानों में कांग्रेस बहुमत के आंकड़े को पार कर चुकी है. हिमाचल में कांग्रेस 39 सीट तो भाजपा 26 सीटों पर आगे चल रही है. अगर यही रुझान नतीजों में तब्दील होते हैं तो हिमाचल में हर पांच साल पर सरकार बदलने का रिवाज कायम रहेगा और कांग्रेस आसानी से सरकार बना सकती है. हालांकि, आंकड़ों में अब भी उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. यही वजह है कि टाइट-फाइट होने की स्थिति में कांग्रेस अभी से ही फूंक-फूंक कर कदम रख रही है.

सूत्रों की मानें तो कांग्रेस हिमाचल प्रदेश में जीते हुए अपने सभी विधायकों को चंडीगढ़ बुलाने वाली है. सूत्रों ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में जीत का सर्टिफिकेट मिलने के बाद कांग्रेस के सभी विधायक चंडीगढ़ पहुंचेंगे और वहां से किसी अन्य राज्य में ले जाया जा सकता है. माना जा रहा है कि हिमाचल में जीते हुए कांग्रेस उम्मीदवारों की कमान भूपेंद्र सिंह हुड्डा, भूपेश बघेल और राजीव शुक्ला संभालेंगे. भूपेंद्र हुड्डा अभी चंडीगढ़ में ही हैं, जबकि भूपेश बघेल और शुक्ला जल्द ही पहुंचने वाले हैं.

कांग्रेस सूत्रों ने यह भी कहा कि हम फाइनल नतीजे का इंतजार कह रहे हैं. पहली प्राथमिकता अपने विधायकों को सुरक्षित रखना है. मुख्यमंत्री के पद के लिए कई दावेदार हैं, अभी फैसला नहीं हुआ है. प्रतिभा सिंह, प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते और वीरभद्र सिंह की पत्नी होने के नाते स्वाभाविक रूप से दावेदार हैं. हमारे पास कई और चेहरे हैं सीएम पद के लिए लेकिन फैसला फाइनल रिजल्ट देखकर राज्य प्रभारी राजीव शुक्ला, भूपेश बघेल और भूपेंद्र हुडा की द्वारा विधायकों की राय लेकर ही किया जायेगा.

हिमाचल में 412 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला
हिमाचल प्रदेश में आज 68 केंद्रों पर वोटों की गिनती हो रही है. पर्वतीय राज्य में आज 68 निर्वाचन क्षेत्रों में 412 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा, जिनमें मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के पुत्र विक्रमादित्य सिंह और पूर्व भाजपा प्रमुख सतपाल सिंह सत्ती शामिल हैं. राज्य में 12 नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव में करीब 76.44 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले थे. पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा को 44 और कांग्रेस को 21 सीटें हासिल हुई थीं.

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