सरकार द्वारा किये जा रहे हैं जनकल्याण के कार्य, कृषि मंत्री जेपी दलाल ने की जयराम विद्यापीठ द्वारा करवाये गये सामूहिक विवाह समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत, सभी 27 कन्याओं को कन्यादान के रुप में दिए 11-11 हजार रुपए कुरुक्षेत्र 2 दिसंबर कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि भारतीय सनातन संस्कृति दुनिया में सर्वश्रेष्ठ संस्कृति है। पूरे विश्व में भारत की संस्कृति का प्रचार-प्रसार हो रहा है। हमारे नैतिक मूल्यों में सदा दूसरों की मदद करने की भावना समाहित रही है। जयराम विद्यापीठ द्वारा जरूरतमंद कन्याओं का सामूहिक विवाह करवाना बहुत ही प्रशंसनीय कदम है। हरियाणा सरकार भी इसी परिपाटी पर चलते हुए जनकल्याण के कार्यों को प्राथमिकता से करने का कार्य कर रही है, जिससे समाज का हर वर्ग लाभान्वित हो रहा है। कृषि मंत्री जेपी दलाल आज जयराम विद्यापीठ द्वारा करवाये गये 29वें सामूहिक विवाह समारोह मेें बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। इस मौके पर कृषि मंत्री ने सभी 27 कन्याओं को 11-11 हजार रुपये कन्यादान के रूप में दिये और सभी नव दंपतियों को आशीर्वाद देकर उनके सुखमय जीवन की कामना की। जयराम विद्यापीठ में पंहुचने पर जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने कृषि मंत्री को शॉल व स्मृति चिन्ह भेंट किया। इस समारोह में पूर्व एसीएस देवेन्द्र सिंह ने भी शिरकत की। कृषि मंत्री जेपी दलाल ने कहा कि नर के अंदर ही नारायण का रूप होता है। इस सामूहिक विवाह समारोह में विभिन्न लोगों ने अपना सहयोग दिया है। कन्यादान करके सभी ने बहुत बड़ा पुण्य अर्जित किया है। ऐसा सुंदर नजारा कहीं ओर नजर नहीं आता। आज भारत का जन-जन जाग चुका है। हमारी पौराणिक संस्कृति दुनिया में सर्वश्रेष्ठ मानी गयी है। पिछले दिनों मानवता पर कोरोना के रूप में एक बहुत बड़ा संकट आया था। सरकार के साथ विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं ने कोरोना महामारी के दौरान मानवता की सेवा आगे आकर की जोकि पूरे विश्व में बहुत बड़ी मिसाल है। उन्होंने जयराम विद्यापीठ द्वारा किये जा रहे मानवहित के विभिन्न क्रियाकलापों की सराहना करते हुए कहा कि भविष्य में भी इसी प्रकार यह संस्था मानव की सेवा करती रहे। जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि पिछले 28 वर्षों से सामूहिक विवाह समारोह आयोजित करवाया जा रहा है। कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर भगवान श्रीकृष्ण ने गीता का गीत गाया था। भगवान श्रीकृष्ण ने कहा था कि अर्जुन तुम मुझे अपने आपको समर्पित कर दो, फिर सब कुछ मिलेगा। इसी प्रकार मैने स्वयं को भी सेवा का संकल्प लेते हुए समर्पित किया हुआ है, इसलिये सब काम ठीक हो रहे हैं। जिस व्यक्ति के सिर पर भगवान का हाथ होता है, उसे कोई कमी नहीं होती है। आज जिन बहन-बेटियों की शादी हुई है, वे सभी आश्रम की बहन-बेटियां हैं। उन्होंने नवदम्पतियों को आशीर्वाद देते हुए कहा कि नवजीवन व नये संसार में एक-दूसरे का मान-सम्मान करते हुए जीवन व्यतीत करें। इस मौके पर डा. वीना सिंह, शाम भाई ठाकुर, शिव लाल, कैलाश गोयल, राहुल गोयल, सुमित गोयल, टी.के. शर्मा, राजेन्द्र गुप्ता, रामेश्वरानन्द, राम अवतार, खरैती लाल, श्रवण, विनित गर्ग, कुलवंत सैनी, टेक चंद, पवन गर्ग, सौरभ चौधरी, केसी रंगा, संगीता, सुनील गर्ग, विनोद, कृष्ण धमीज सहित अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। Post navigation गीता जयंती महोत्सव पर डाॅ. संजीव कुमारी की पुस्तक पर चर्चा तथा ‘हरियाणवी लोक साहित्य में हास्य व्यंग’ पुस्तक का विमोचन कर्तव्यपालन का पाठ पढ़ाती है गीता, हमें जीवन में करना चाहिए अनुसरण : बंडारू दत्तात्रेय