‘बड़ी सी आशा’, किशोरियों की शिक्षा और अन्य मुद्दों पर केंद्रित

अभियान का उद्देश्य लड़कियों में शिक्षा उनके सपने को जागरूक करना

महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से‘बड़ी सी आशा’ अभियान

आने वाले पीढ़ी अपने सपनों को लेकर सचेत और उसमें सबकी भूमिका

फतह सिंह उजाला
पटौदी।  
 फ़रुखनगर ब्लॉक के भांगरोला गांव/स्कूल में ब्रेकथ्रू संस्था द्वारा शिक्षा विभाग और महिला एवं बाल विकास विभाग के सहयोग से 22 दिवसीय ‘बड़ी सी आशा’ अभियान का आगाज़ किया गया।

‘बड़ी सी आशा’ अभियान हम किशोरियों की शिक्षा और अन्य मुद्दों के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए लेकर आएं  हैं । ताकि कोविड-19 के बाद वे स्कूल वापस आएं और उनके बीच एक भविष्य के बारे में एक सकारात्मक सोच विकसित हो। हमने अपने काम के दौरान गाँवों में यह देखा है ज्यादातर लड़कियां अपने सपने नहीं बता पाती।  इस अभियान का एक उद्देश्य लड़कियों की शिक्षा और उनके सपनों और आकांक्षाओं  के बारे में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से जागरूकता पैदा करना और माता-पिता को इस चर्चा में शामिल करना है। किशोरियों की आकांक्षाओं में सहयोग  करने के लिए हम समाज में सरला और मुनिया के सपनों की दुनिया नाटक के माध्यम से सपनों और आकांक्षाओं के बारे में बात करेंगे । जिसमें यह दिखाया गया कि किस तरह सरला अपने सपनों को पूरा करने में हर कदम पर मुश्किलों का सामना कर रही है और परिवार का कोई भी सदस्य उसके सपनों को पूरा करने में उसका साथ नहीं दे रहा है । ऐसे में सरला की सहेली मुनिया और उसके पिता उसकी पढाई और सपनों को आगे ले जाने में उसका सहयोग करते है। हमारी आने वाले पीढ़ी अपने सपनों को लेकर सचेत और उसमें हम सबकी भूमिका है । जो हमें मिलकर निभानी होगी ताकि सभी किशोर- किशोरियां अपने सपनो तक पहुँच पाए ।

तारों की टोली के कार्यक्रम की प्रशंसा
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भाँगरोला के सेकेंड इंचार्ज रवि कां ने कहा ब्रेकथ्रू संस्था की टीम नाटक के जरिए जो संदेश  दिया हैं सभी छात्राएं इस संदेश को घर घर लेकर जाए और जागरूकता को और बढ़ाए। उन्होंने ब्रेकथ्रू संस्था के इस अभियान और तारों की टोली के कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि ब्रेकथ्रू का काम सामाजिक बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। गौरतलब है कि ब्रेकथ्रू संस्था ‘बड़ी सी आशा’ अभियान 26 नवंबर से 17 दिसंबर तक चलेगा।

लड़कियों की शिक्षा व सपनों के बारे में संदेश
ब्रेकथ्रू के गुरुग्राम जिला प्रबंधक नरेश ने बताया कि 22 दिन के इस अभियान में नाटक की 90 प्रस्तुतियां  सोहना, फरूक नगर और पटौदी ब्लॉक के 30 गांवों और स्कूलों में करेगी । जिंसमे लगभग 18 हजार लोगों तक लकड़ियों की शिक्षा व सपनों के बारे में संदेश दिया जायेगा और लड़कियों के सपनों के महत्व पर चर्चा की जाएगी। परिवार और समाज की भूमिका पर चर्चा की होगी । लड़कियां और महिलाएं देश की आधी आबादी हैं लड़कियों व महिलाओं की शिक्षा और सपनों पर रोक लगाने का मतलब हैं देश के विकास को रोकना है।

सरला और मुनिया के सपनों की दुनिया
भाँगरोला / सिलानी स्कूल गांव में सरला और मुनिया के सपनों की दुनिया नाटक  की प्रस्तुती के दौरान किशोरियों ने बढ़ चढ़ कर चर्चा में हिस्सा लिया और अपने सपनो और उनमें आने वाली बाधाओं के बारे में बात की। इस मौके पर स्कूल प्रशासन के साथ साथ ब ब्रेकथ्रू से नरेश और सुशील, सचिन शामिल रहे। तथा महिला एवं बाल विकास विभाग की और नीलम आंगनवाड़ी कार्यकर्ता शामिल रही। हरियाणा में ब्रेकथ्रू 2013 से लिंग-भेदभाव और लिंग चयन के मुद्दे पर काम कर रही है। जिसके लिए ब्रेकथ्रू का किशोर-किशोरी सशक्तिकरण कार्यक्रम हरियाणा के 125 गाँवों के सरकारी स्कूलों में तारों की टोली के नाम से चल रहा है । यहाँ के 6 ज़िलों (करनाल, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, झज्जर और गुरुग्राम) में 11-18 आयु वर्ग के 25 हज़ार किशोर-किशोरियां इस कार्यक्रम का हिस्सा हैं।

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