-कमलेश भारतीय

आदमपुर उपचुनाव का दृश्य याद है । बालसमंद में भव्य बिश्नोई के प्रचार के लिए उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला आये थे और जब वे मंच पर बोलने के लिये आये तब गाना बजने लगा -आया हरियाणा का मुख्यमंत्री आया ,,,,,

गाना सुनकर बहुत अजीब सा लगा कि उपमुख्यमंत्री कैसे अपने आपको मुख्यमंत्री बताने वाले गाने से खुश हो सकता है ? दूसरे दिन आदमपुर में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर आये प्रचार के लिए और उस रैली में उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला भी मौजूद रहे लेकिन तब नहीं बजा वह गाना कि हरिय्णा का मुख्यमंत्री आया , मुख्यमंत्री आया ! क्यों ? तब क्या बात हुई ?

एक गठबंधन का हिस्सा हैं आप । भाजपा जजपा का । गठबंधन का क्या यही धर्म है ? आप उपमुख्यमंत्री हो तो मुख्यमंत्री के गाने कैसे ? फिर आपकी मौजूदगी में कैसे ? आप इसको समर्थन दे रहे हो ? अभी चुनाव सन् 2024 में है । आप तैयारी कीजिए लेकिन अभी से मुख्यमंत्री कैसे कहलाने लगे ? यह तो नैतिक नहीं !

अभी इनके छोटे भाई दिग्विजय सिंह कह रहे हैं कि जजपा का ग्राफ बढ़ता जा रहा है । संगठन में नये लोग शामिल हो रहे हैं । हमारा लक्ष्य है डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को मुख्यमंत्री बनाना है । पार्टी के स्थापना दिवस नौ दिसम्बर को जजपा के गठन के चार साल पूरे हो जायेंगे ! पांचवां स्थापना दिवस मनाया जायेगा । रैली में अपनी ताकत दिखाएगी और कार्यकर्त्ताओं में नया जोश भरेगी ।

क्या महत्त्वाकांक्षा गलत है मुख्यमंत्री बनने की ? नहीं । बिल्कुल नहीं । गलत है जो रैलियों में गाने बजाना ! मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट करना । यह बहुत नैतिक नहीं । आप तैयारियां कीजिए । आप जनता में जाइए और मुख्यमंत्री बनने के लिए संघर्ष कीजिए लेकिन ऐसे गाने न बजाइए !
-पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी ।

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