पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी सरगनाओं को सजा नही मिलेगी, तब तक भारतवासियों को संतोष नही होगा : विद्रोही

26 नवम्बर 2022 –  स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने बम्बई पर 26 नवम्बर 2008 को हुए आतंकवादी हमले की 15वी बरसी पर आतंकवादियों के खिलाफ लड़ते हुए देश के लिए अपना जीवन कुर्बान करने वाले जांबाज कमांडो, सुरक्षा बलों, पुलिस व रेलवे के वीरों की शहादत पर उन्हे भावभीनी श्रद्घाजंली दी। विद्रोही ने कहा कि 26 नवम्बर 2008 की रात को 10 पाक आतंकवादियों ने जिस तरह बम्बई के विभिन्न चार स्थानों पर आतंकवादी हमला किया और देश के जाबांज एनएसजी के कमांडों, सुरक्षा बलों व महाराष्टï्र पुलिसकर्मियों ने आतंकवाद का करारा जवाब देकर व आतंकवादियों को मौत के घाट उतारकर व एक जीवित पाक आतंकवादी अजमल कसाब को पकड़ा, वह बहुत ही लोहमार्षक घटनाक्रम था।

इस आतंकवादी हमले में 166 लोगों ने अपनी अमूल्य जान गवाई, वहीं 300 से ज्यादा लोग घायल हुए। विद्रोही ने कहा कि एक लंबे संघर्ष के बाद देश के जाबांज सिपाहियों ने आतंकवादियों का सफाया करके अपने कर्तव्य का जिस वीरता से पालन किया, उस पर हर भारतवासी को गर्व है व देश के लिए शहीद होने वाले सभी जाबांज शहीदों के प्रति पूरा देश सदैव ही आभारी व नतमस्तक रहेगा। 13 साल पूर्व बम्बई में हुआ 26 नवम्बर 2008 को हुआ आतंकी हमला देश पर सबसे बड़ा आतंकवादी हमला था। बम्बई पर 26 नवम्बर 2008 को हुए आतंकवादी हमले की चौथी बरसी के एक सप्ताह पूर्व एकमात्र जीवित पकड़े गए पाक आतंकवादी अजमल कसाब को सभी कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद फांसी पर लटका दिया गया, जिस पर पूरे देश को संतोष है। लेकिन अब भी 26 नवम्बर 2008 को आतंकवादी हमले का षडयंत्र रचने वाले मास्टर मांईड आतंकवादी सरगना पाकिस्तान में बैठे है।                  

विद्रोही ने कहा कि जब तक पाकिस्तान में बैठे आतंकवादी सरगनाओं को सजा नही मिलेगी, तब तक भारतवासियों को संतोष नही होगा। आज हम मुम्बई आतंकवादी हमले की बरसी पर आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लडऩे व देश में सामाजिक सदभाव बनाते हुए पूरे देश में आतंकवाद के खात्मे का संकल्प लेकर ही बम्बई में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए अपने को देश के लिए कुर्बान करने वाले जाबांज शहीदों को सच्ची श्रद्घाजंली दे। 

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