किसान परेशान, खाद के लिए महिलाएं और बच्चे लगे हैं लाइन में : अभय सिंह चौटाला

किसानों को खाद मुहैया करवाने के कृषि मंत्री के बड़े-बड़े दावे झूठे और खोखले हुए साबित
भाजपा गठबंधन सरकार किसान आंदोलन में मिली करारी हार का बदला अब किसानों को परेशान करके ले रही है
जिन दुकानों में खाद है वो दुकानदार सरकारी दर पर यूरिया खाद देने के बजाय भाजपा सरकार के संरक्षण में जम कर कालाबाजारी कर रहे हैं और किसान साढ़े तीन सौ से चार सौ रुपये प्रति बोरी यूरिया ब्लैक में खरीदने को मजबूर हैं

चंडीगढ़, 23 नवंबर: इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने कहा कि किसानों को खाद मुहैया करवाने के कृषि मंत्री के बड़े-बड़े दावे झूठे और खोखले साबित हुए हैं। पहले डीएपी और उसके बाद अब यूरिया की किल्लत के कारण किसान बेहद परेशान है और जो थोड़ा बहुत खाद उपलब्ध है उसको लेने के लिए महिलाओं और बच्चों तक को लाइनों में लगना पड़ रहा है। हालात इतने बदतर हो गए हैं कि खाद बांटने के लिए पुलिस को पहरा देना पड़ रहा है ऊपर से खाद के साथ किसानों को कीटनाशक दवा जबरदस्ती दी जा रही है। भाजपा गठबंधन सरकार किसान आंदोलन में मिली करारी हार का बदला अब किसानों को परेशान करके ले रही है। जब से भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार आई है तब से हर साल जानबूझकर खाद की किल्लत की जा रही है ताकि खाद की कालाबाजारी की जा सके।

यूरिया खाद की किल्लत को लेकर किसानों को मजबूरन धरना-प्रदर्शन करना पड़ रहा है लेकिन भाजपा सरकार के माथे पर जूं तक नहीं रेंग रही है। किसानों ने अपने खेतों में गेहूं, जौ, चना, सरसों और ग्वार की फसलों की बुआई की है और पिछले करीब दो सप्ताह से यूरिया के लिए दुकान और पैक्स के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन दुकानों में खाद उपलब्ध नहीं है। जिन दुकानों में खाद है वो दुकानदार सरकारी दर पर यूरिया खाद देने के बजाय भाजपा सरकार के संरक्षण में जम कर कालाबाजारी कर रहे हैं और किसान साढ़े तीन सौ से चार सौ रुपये प्रति बोरी यूरिया ब्लैक में खरीदने को मजबूर हैं। हालत यह है कि फसलों में यूरिया नहीं पड़ने से फसलों की उपज पर बुरा असर पड़ रहा है और इससे किसानों की परेशानी बढ़ गई है। उन्होंने मांग की कि जल्द से जल्द सरकार प्रदेश के किसानों को यूरिया खाद उपलब्ध करवाए।

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