आईटीआई प्रशिक्षुओं के संचार कौशल में सुधार के लिए सॉफ्ट स्किल प्रशिक्षण कार्यक्रम करें – संजीव कौशलचंडीगढ़, 21 नवंबर – हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि युवाओं को स्थानीय स्तर पर कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि उन्हें अपने क्षेत्र व राज्य में ही नौकरी के अवसर मिल सकें। साथ ही, राजकीय आईटीआई में अल्पकालीन कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम भी प्रारंभ किये जाने चाहिए , ताकि आधारभूत ढांचा व उपकरणों का संपूर्ण उपयोग सुनिश्चित हो सके, जिससे राजस्व सृजन में भी सहायता मिलेगी। मुख्य सचिव आज यहां राज्य में की जा रही कौशल विकास पहलों की प्रगति की समीक्षा कर रहे थे। श्री कौशल ने संबंधित प्रतिनिधियों व अधिकारियों को प्रदेशभर में कौशल विकास केंद्रों में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले छात्रों का वार्षिक लक्ष्य निर्धारित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिये कि आईटीआई प्रशिक्षुओं के संचार कौशल में सुधार के लिए सॉफ्ट स्किल प्रशिक्षण कार्यक्रमों को भी शामिल किया जाना चाहिए और राजकीय आईटीआई में स्टार्टअप इनक्यूबेटर स्थापित करने पर भी विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने प्रशिक्षण और प्लेसमेंट में आने वाली बाधाओं को दूर करने पर भी जोर दिया। इसके अलावा, उन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी प्राप्त करने वाले छात्रों का मूल्यांकन करने के भी निर्देश दिए। मुख्य सचिव ने प्रतिनिधियों से जेनेरिक वैश्विक आधार से संबंधित भविष्य की कार्य योजना पर काम करने के लिए भी निर्देश दिए। उन्होंने ड्यूल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग के तहत हुए समझौता ज्ञापन (एमओयू) के अंतर्गत विभिन्न कदम उठाने के निर्देश दिये। बैठक के दौरान प्रदेश में प्रशिक्षण हेतू बुनियादी ढांचा के विकास के लिए सीएसआर सहयोग के संबंध में भी चर्चा की गई, ताकि अधिक से अधिक युवा कौशल विकास कार्यक्रमों में शामिल होकर अपने कौशल को बढ़ाने के लिए आगे आएं। बैठक में मुख्य सचिव को केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं और पहलों जैसे प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, रिकॉगनिशन ऑफ प्रायर लर्निंग (आरपीएल), राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन और स्किलिंग, अप-स्किलिंग, री-स्किलिंग ऑफ़ यूथ एंड असेसमेंट सहित से भी अवगत कराया गया। श्री कौशल ने प्रतिनिधियों से अगली मासिक समीक्षा बैठक के लिए एजेंडा तैयार करने, प्लेसमेंट लक्ष्य बढ़ाने, समय अवधि के आधार पर प्रशिक्षण पाठ्यक्रम, प्रतिशत का मूल्यांकन करने और सेवा प्रदाताओं के साथ परामर्श बैठकें करने के भी निर्देश दिए। बैठक में कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग के आयुक्त एवं सचिव श्री विजय सिंह दहिया, श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू और हरियाणा कौशल विकास मिशन (एचएसडीएम), राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के प्रतिनिधि उपस्थित थे। Post navigation जल जीवन सर्वेक्षण 2022-23 के तहत शत प्रतिशत नल कनेक्शन कवरेज में अंबाला, रोहतक और फरीदाबाद अग्रणी घोषित 26 नवंबर, 2022 ‘संविधान दिवस’ को ‘भारत-लोकतंत्र की जननी’ विषय पर मनाने का निर्णय