राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने 33वें राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता का किया शुभारंभ

विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान की तरफ से आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में देशभर के खिलाड़ी कर रहे है बढ़-चढक़र शिरकत

23 नवंबर तक चलेगी राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता

चण्डीगढ़, 20 नवंबर – हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारु दत्तात्रेय ने कहा कि खेल जीवन का अभिन्न अंग है, खेलों के माध्यम से जहां व्यक्ति का सर्वांगीण विकास होता है, वहीं खेलों के माध्यम से व्यक्ति हमेशा स्वस्थ भी रहता है। जिस देश के नागरिक स्वस्थ होंगे, उस देश का समाज भी स्वस्थ रहेगा। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को खेलकूद प्रतियोगिताओं में हमेशा बढ़चढ क़र भाग लेना चाहिए। आज के बदलते दौर में खेलों में नाम और प्रतिष्ठा के साथ-साथ बेहतर करियर की भी आपार संभावनाएं है।

राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय रविवार को विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान द्वारा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के खेल प्रांगण में आयोजित 33वे राष्ट्रीय खेलकूद समारोह में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे।

श्री दत्तात्रेय ने विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान की तरफ से आयोजित 33वें राष्ट्रीय खेलकूद प्रतियोगिता के शुभारंभ विधिवत रूप से घोषणा कर हवा में रंग-बिरंगे गुब्बारे भी छोड़े। इसके उपरांत देश भर से आए राज्यों के खिलाडिय़ों ने मार्च पास्ट किया और राज्यपाल श्री बंडारु दत्तात्रेय ने खिलाडिय़ों के मार्च पास्ट की सलामी भी ली। इस दौरान राज्यपाल बंडारु दत्तात्रैय को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

उन्होंने 33वें राष्ट्रीय खेलकूद समारोह में देश भर से आए सभी प्रतिभागी खिलाडिय़ों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राष्ट्रीय खेलकूद समारोह के इस बड़े समागम की सफलता के लिए विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान व इनकी पूरी टीम बधाई की हकदार है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए खेलो इंडिया कार्यक्रम से देश में खेल संस्कृति को बढ़ावा मिला है। पिछले दिन पंचकूला में भी खेलो इंडिया कार्यक्रम आयोजित किया गया। खेलों को बढ़ावा देने के लिए केन्द्र सरकार ने टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम भी शुरू की है जिसके तहत चुने हुए खिलाडिय़ों को 5 लाख रूपए तक की सालाना आर्थिक सहायता दी जा रही है।

राज्यपाल ने कहा कि केन्द्र सरकार व राज्य की खेल नीति से हरियाणा एक खेल हब के रूप में उभरा है। इसके लिए सभी प्रदेशवासी बधाई के पात्र है कि हरियाणा ने देश की जनसंख्या का मात्र अढ़ाई प्रतिशत होते हुए भी खेलों में भारत का नाम रोशन किया।  हरियाणा की नई खेल नीति की बदोलत ही युवा खिलाडिय़ों ने हर बड़े से बड़े कार्यक्रमों में मेडल जीते है। नई खेल नीति के तहत हरियाणा सरकार ने एक साल में 100 करोड़ रूपए की राशि नकद ईनाम के रूप में खिलाडिय़ों को प्रदान की है। इसके साथ-साथ राज्य के बजट में खेलों के लिए 600 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है जो किसी भी बड़े राज्य से अधिक है। प्रदेश में खेल सुविधाओं पर 526 करोड़ रूपए की राशि खर्च की गई। विभाग में युवाओं के लिए 550 नए पद सृजित किए गए हैं, जबकि 190 खिलाडिय़ों को नौकरी दी जा चुकी है। प्रदेश में उत्कृष्ट खिलाडिय़ों के लिए सुरक्षित रोजगार सुनिश्चित करने के लिए नए खेल नियम-2021 बनाए गए है।

 खिलाड़ी पढ़ाई के साथ-साथ खेलों से जुडें और खेलों को कैरियर के रूप में अपनाकर दृढ़ निश्चिय से आगे बढ़ें। सभी खिलाड़ी पूरे आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति के साथ अपने खेलो में शत प्रतिशत दें।

विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान कुरुक्षेत्र के प्रिंसिपल नारायण ने कहा कि 23 नवंबर तक चलने वाला यह खेलों का एक बहुत बड़ा टूर्नामेंट है। एथलेटिक्स की विभिन्न स्पर्धाओं में 728 महिला व पुरुष खिलाड़ी भाग ले रहे है, यह कार्यक्रम लगभग 100 निर्णायकों के मार्गदर्शन में सम्पन्न होगा। इस टूर्नामेंट से अच्छे खिलाड़ी निकलेंगे, जो भविष्य में देश का नाम रोशन करेंगें। इतना ही नहीं युवा पीढ़ी को एक नई दिशा मिलेगी।

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