कांग्रेस पर गृह मंत्री अनिल विज का तंज, “कांग्रेस देश के किसी भी कायदे कानून को नहीं मानती और वह इसी का अभियान चला रहे हैं”

पुलिस कप्तानों व कमिश्नरों को आदेश जारी किए हैं कि वह रोजाना 11 से 12 बजे तक बैठकर लोगों की समस्याओं को सुने : अनिल विज

अम्बाला, 17 नवम्बर – हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने इंडोनेशिया के बाली द्वीप परआयोजित जी-20 देशों की शिखर बैठक में भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी को जी-20 की कमान सौंपने पर  प्रशंसा जाहिर की है।

श्री विज ने आज पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि यह फख्र की बात है कि भारत के प्रधानमंत्री को जी-20 का अध्यक्ष बनाया गया है और वर्ष 2023 में जी-20 का शिखर सम्मेलन होगा, वह हिंदुस्तान में होगा, यह हर हिंदुस्तानी के लिए नाचने एवं हर्ष मनाने का दिन है।

गृह मंत्री अनिल विज ने गुरुवार सुबह ट्वीट किया था कि “भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जी-20 की अध्यक्षता मिलना और 2023 में जी-20 की बैठक हिंदुस्तान में होना, हर हिंदुस्तानी के लिए गर्व की बात है।‘’

गौरतलब है कि गत बुधवार इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जी-20 की अध्यक्षता सौंपी। अब भारत एक दिसंबर से अगले एक वर्ष तक दुनिया के 20 सबसे प्रभावशाली देशों का नेतृत्व करेगा। जी-20 के सदस्य देशों में भारत सहित ब्रिटेन, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की,  और यूरोपीय संघ शामिल हैं।

कांग्रेस देश के नियमों और परंपराओं को तोड़ना चाहती है : गृह मंत्री अनिल विज

उज्जेन में मंदिर समिति द्वारा राहुल गांधी की भारत जोड़ा यात्रा पर फोटोग्राफी नहीं करने के मसले पर गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि कांग्रेस देश के किसी भी कायदे कानून को नहीं मानती और वह इसी का अभियान चला रहे हैं कि हम कोई कायदा कानून नहीं मानते, वहां पहले ही नियम बना हुआ है और इनके आने से नहीं बनाया गया। यदि नियम पहले ही बना है तो देश के नियमों को इन्हें मानना चाहिए। मगर यह देश के सारे नियमों व परंपराओं को तोड़ना चाहते हैं।

पुलिस कप्तान व कमिश्नर रोजाना अपने यहां समस्याएं सुनेंगे तो लोगों को वहीं पर इंसाफ मिल जाएगा : अनिल विज

उन्होंने कहा कि “मैनें सभी पुलिस कप्तानों, कमिश्नरों को आदेश जारी किए हैं कि वह रोजाना 11 से 12 बजे तक बैठकर लोगों की समस्याओं को सुने। यदि वह समस्याएं सुनेंगे तो उनके पास जो लोग प्रतिदिन समस्याएं लेकर आते वह अपने आप कम हो जायेंगे और लोगों को वहीं पर इंसाफ मिल जाएगा।

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