पानी की उपलब्धता व उचित प्रबंधन हेतू उपचारित अपशिष्ट जल नीति को पूरी तरह से लागू करने पर बल देना होगा – मनोहर लाल

मुख्यमंत्री ने की सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ अहम बैठक

चंडीगढ़, 11 नवंबर – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में नदियों या अन्य स्‍त्रोंतों से आने वाले पानी तथा इसके उपयोग के संबंध में वॉटर अकाउंट डाटा तैयार किया जाए, ताकि प्रति एकड़ पर पानी की उपलब्धता व उसके उपयोग का आकलन कर आगामी वर्षों के लिए पानी के उचित प्रबंधन की योजना तैयार की जा सके।

मुख्यमंत्री आज यहां सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के साथ अहम बैठक कर रहे थे।

श्री मनोहर लाल ने कहा कि पानी के उचित प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए आगामी वर्षों में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण द्वारा विकसित कॉलोनियों, एचएसआईआईडीसी द्वारा विकसित इंडस्ट्रियल एस्टेट और निजी डेवलपर द्वारा‌ विकसित कॉलोनियों में भी उपचारित अपशिष्ट जल नीति को पूरी तरह से लागू करना होगा। इस नीति के तहत, डबल पाइप लाइन बिछाना और माइक्रो एसटीपी स्थापित करने पर जोर देना होगा।

बैठक में गुरुग्राम में वर्ष 2030 की जनसंख्या के अनुसार पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए गुरुग्राम वॉटर सप्लाई  चैनल की क्षमता को बढ़ाने, मेवात फीडर चैनल की रिमॉडलिंग करने के संबंध में भी विस्तार से चर्चा की गई। इसके अलावा, सूक्ष्म सिंचाई को बढ़ावा देने हेतू माइक्रो इरिगेशन एवं कमांड एरिया डेवलपमेंट अथॉरिटी (मिकाडा) द्वारा की गई गतिविधियों पर भी प्रस्तुतिकरण दिया गया।

बैठक में सिंचाई मामलों से संबंधित मुख्यमंत्री के सलाहकार श्री देवेंद्र सिंह, इंजीनियर इन चीफ डॉ सतबीर कादियान सहित विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

error: Content is protected !!