???? ?? ??-??????????, ???? ????? ???? ?? ???????? ??? ??????? ?? ???????? ???? ?????? ?????????? ???????? ?? ??????? ??? ?? ???????? ????? ??? ??? ?????????? ???? ?? ??????? ?????? ?? ???????? ???? ???? ?????? ??? ????? ?? ???????? ??? ??????? ????? ?????? ??????? ?? ??????? ???? ?????? ??? ??????? ? ???? ??????? ??????? ??????? ???? (4 ??????, 2022)

चंडीगढ़, 4 नवंबर – कृषि क्षेत्र भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और यह रीढ़ किसानों की वजह से मजबूत है। इसमें विशेषकर हरियाणा और पंजाब के किसानों का महत्वपूर्ण योगदान है। हालांकि हरियाणा भौगोलिक दृष्टि से देश के लगभग डेढ़ प्रतिशत भाग को ही कवर करता है। कृषि, खेल व सामरिक क्षेत्र सहित भारत के विकास में हरियाणा राज्य का योगदान बहुत बड़ा है।

हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय आज चण्डीगढ़ में दी प्रीमियर एग्री एंड फूड टेक्नोलोजी फेयर के उद्घाटन समारोह में भारत के उप-राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ के साथ मंच साझा करते हुए बोल रहे थे।

अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि देश के बासमती चावल का 60 प्रतिशत निर्यात हरियाणा से होता है। वर्ष 2021-2022 में प्रदेश में 83 लाख टन धान का रिकार्ड उत्पादन हुआ। केवल खाद्यान्न उत्पादन ही नहीं दूध उत्पादन में भी प्रदेश ने नई ऊंचाइयां छूई हैं। हरियाणा में तीन हजार से भी अधिक खाद्य संस्करण इकाइयां हैं। इस समय हरियाणा में 14 फसलों को एम.एस.पी. पर खरीदा जा रहा है जो देश में सबसे अधिक है। यह सब केंद्र व प्रदेश सरकार की कृषि व किसान कल्याण नीतियों व योजनाओं के कारण संभव हो पाया है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय बजट में दृष्टि के अनुरूप, कृषि में नई और उभरती प्रौद्योगिकियों जैसे नैनो यूरिया उर्वरक का उपयोग, डिजिटल कृषि, ड्रोन का उपयोग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और सटीक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है।

इस अवसर पर उन्होंने उप-राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ के साथ प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। समारोह में पंजाब के राज्यपाल एवं केन्द्र शासित प्रदेश चण्डीगढ़ के प्रशासक श्री बनवारी लाल पुरोहित व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

error: Content is protected !!