Haryana Chief Minister Mr. Manohar Lal addressing Digital Press Conference regarding preparedness to tackle Covid-19 in the State at Chandigarh on March 23, 2020.

मुख्यमंत्री के प्रयासों को मिली सफलता, पलवल से सोनीपत ओर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना को हरी झंडी

चंडीगढ़, 30 अक्तूबर – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के प्रयासों से हरियाणा की परिवहन व्यवस्था ने नई ऊंचाईयां छूने के काम किया है। इसी कड़ी में फरीदाबाद में लगभग 5618 करोड़ रुपये की लागत की हरियाणा ओर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना की आधारशीला रखी गई है। यह परियोजना पलवल से सोनीपत तक 121.7 किलोमीटर होगी, जो दिल्ली को बाईपास करेगी। इससे दिल्ली से शुरू होकर हरियाणा से गुजरने वाले सभी रेल मार्ग आपस में जुड़ जाएंगे। हरियाणा ओर्बिटल रेल कॉरिडोर से इसके साथ लगते क्षेत्रों की क्नेक्टिविटी बढ़ जाएगी, जिससे यहां उद्योग व लॉजिस्टिक के केंद्र स्थापित होंगे। यह मुख्यमंत्री के एनसीआर में पंचग्राम विकसित करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।

मुख्यमंत्री के प्रयासों से शुरू हुई हरियाणा ओर्बिटल रेल कॉरिडोर परियोजना 2031 की जनसंख्या के घनत्व की मांग को पूरा करने की दिशा में एक अहम कदम होगी। हरियाणा ऑर्बिटल रेल कॉरिडोर पलवल से सोनीपत वाया सोहना, मानेसर और खरखोदा से जोड़ने वाला रेल नेटवर्क यात्री और माल यातायात के लिए ब्रॉड गेज डबल रेलवे लाइन है। यह डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) और भारतीय रेलवे के पांच खंडों को निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इससे क्षेत्र में आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।

हरियाणा ऑर्बिटल रेल कोरिडोर के भाग-ए में पांच नए रेलवे स्टेशनों (धुलावत, चांडाला डूंगरवास, पचगांव, मानेसर और न्यू पाटली) के साथ 30 किलोमीटर मार्ग की लंबाई शामिल है। पाटली और सुल्तानपुर में रेलवे नेटवर्क के लिए 11.4 किलोमीटर की कनेक्टिविटी लाइन और न्यू तौरू में डीएफसी नेटवर्क के लिए 4.8 किलोमीटर की कनेक्टिविटी लाइन शामिल है। भाग-बी में 12 नए रेलवे स्टेशनों के साथ 96 किलोमीटर मार्ग की लंबाई और तीन इंटरचेंज पॉइंट (न्यू पृथला, असौदह और न्यू हरसाना कलां) पर रेलवे नेटवर्क और डीएफसी नेटवर्क के लिए 6.28 किलोमीटर की कनेक्टिविटी लाइनें शामिल हैं।

रेल कोच नवीनीकरण कारखाने का उद्घाट

ओर्बिटल रेल कॉरिडोर के अलावा सोनीपत जिला में बने 590 करोड़ रुपये लागत के रेल कोच नवीनीकरण कारखाने का भी पिछले दिनों उद्घाटन किया गया है। इस कारखाने का शिलान्यास प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 9 अक्तूबर, 2018 को किया था। 161 एकड़ क्षेत्र में बने इस कारखाने की वार्षिक क्षमता 250 एम.एच.बी कोचों की नवीनीकरण की है। इस कारखाने की स्थापना से इसके आसपास के क्षेत्र में इसकी सहायक औद्योगिक इकाईयां लगेगी, जिससे औद्योगिकीकरण को बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।

इतना ही नहीं, रोहतक में बने देश के पहले सबसे लंबे 5 किलोमीटर एलिवेटिड रेलवे ट्रैक का भी उद्घाटन किया गया है। इस उद्घाटन के साथ ही इन्फास्ट्रक्चर की दृष्टि से हरियाणा ने एक ओर आयाम स्थापित किया है। इस एलिवेटिड ट्रैक परियोजना की लागत 315 करोड़ 40 लाख रुपये है। यह ट्रैक शहर की 4 व्यस्त रेलवे क्रॉसिंग के उपर से गुजरता है, जिससे रोहतक शहर में यातायात जाम से मुक्ति मिल गई है।

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