विद्रोही ने अहीरवाल के लोगों से आग्रह किया कि वे मोदी सरकार पर दबाव बनाये रखे ताकि एम्स निर्माण बीरबल की खिचडी न बन सके। 

21 अक्टूबर 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा रेवाडी जिले के माजरा गांव में बनने वाले एम्स के लिए 189 एकड़ जमीन परे विधिवत कब्जा लेने का जोरदार स्वागत करते हुए कहा कि अहीरवाल के लोगों के 7 साल के कड़े संघर्ष बाद अब यह तय हो गया कि माजरा एम्स अब मूर्त रूप लेगा।

विद्रोही ने माजरा में एम्स बनाने के लिए विगत सात साल से लगातार मांग उठाने वाले व संघर्ष करने वाले अहीरवाल-दक्षिणी हरियाणा के 36 बिरादरी के नागरिकों व एम्स संघर्ष की लडाई में योगदान देने वाले सभी राजनीतिक दलों के नेताओं, सामाजिक संगठनों को खुले दिल से बधाई देते हुए उनका आभार प्रकट किया कि उनके सामूहिक संघर्ष के बल पर आज हमे यह दिन देखने को मिला है। विद्रोही ने राजनीति से ऊपर से उठकर एम्स के सपने को साकार करने के लिए केन्द्रीय राज्यमंत्री राव इन्द्रजीत को भी हदय से श्रेय देते हुए कहा कि विपरित राजनीतिक हालातों में व हरियाणा भाजपा सरकार के मुखिया मनोहरलाल खट्टर के नकारात्मक रवैये के बाद भी वे शांत मन से प्रयास करते रहे और समस्त आलोचनाओं को सहते हुए भी एम्स निर्माण का रास्ता साफ करवाने के लिऐ डटे रहे। उनके योगदान बिना एम्स निर्माण का रास्ता साफ होना आसान नही था। वहीं मनेठी एम्स संघर्ष समिति ने भी इस मुद्दे पर लगातार ना केवल संघर्ष किया अपितु अहीरवाल सहित पूरे हरियाणा व अहीरवाल से लगते राजस्थान के लोगों को जोडकर एम्स निर्माण की आवाज में धार पैदा की। हरियाणा के प्रमुख विपक्षीे दल कांग्रेस के नेताओं ने भी एम्स निर्माण के संघर्ष में ना केवल भाग लिया अपितु कांग्रेस के सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने राज्यसभा में बार-बार इस मुद्दे को उठाकर मोदी सरकार को सचेत किया, वह भी प्रशंसनीय प्रयास रहा। 

विद्रोही ने कहा कि एम्स की 189 एकड़ जमीन देने वाले किसानों की जितनी भी प्रंशसा की जाये, वह कम है। उनके त्याग के बिना एम्स का सपना पूरा होना मुमकिन ही नही था। वहीं माजरा गांव के जागरूक किसानों ने जिस तरह एम्स के लिए आवश्यक 203 एकड़ जमीन जुटाकर 189 एकड जमीन की रजिस्ट्रीया एम्स के नाम पर करवाई, उसके लिए पूरा अहीरवाल माजरा के किसानों का ना केवल सदैव आभारी रहेगा अपितु उनका ऐसा ऋणी रहेगा कि जिसे कभी नही चुकाया जा सकता। एम्स माजरा में बनेगा, अब यह तय हो गया है लेकिन यह माजरा एम्स जल्दी से जल्दी बने, इसके लिए विद्रोही ने अहीरवाल के लोगों से आग्रह किया कि वे मोदी सरकार पर दबाव बनाये रखे ताकि एम्स निर्माण बीरबल की खिचडी न बन सके। 

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