—मुख्यमंत्री मनोहर लाल, प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ व जजपा के वरिष्ठ नेता देंगे प्रचार को गति
—आदमपुर में भव्य का पारिवारिक प्रभाव व सत्ता का सहारा बनेगा कांग्रेस के लिए नुकसानदायक
हिसार। संगठनात्मक शक्ति के बल पर सबसे बड़ी पार्टी बनी भारतीय जनता ने आदमपुर उपचुनाव में भाजपा—गठबंधन प्रत्याशी भव्य बिश्नोई के प्रचार अभियान को गति देने की योजना तैयार कर ली है। आगामी दिनों में मुख्यमंत्री मनोहर लाल, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ सहित भाजपा और जेजेपी के अनेक वरिष्ठ नेता आदमपुर उपचुनाव के लिए रैलियां करके भव्य बिश्नोई को एक लाख वोट पार करवाने के लक्ष्य हासिल करने के पार्टी के टारगेट को गति देंगे और उनका प्रयास होगा कि कांग्रेस को मैदान से पूरी तरह बाहर किया जाए। इसी लक्ष्य के साथ 21 अक्टूबर को खुद प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ आदमपुर के चुनावी मैदान उतरेंगे।
आदमपुर उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी किसी भी तरह एक लाख वोट पार करवाने के उद्देश्य पर काम कर रही है। हरियाणा में भाजपा सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह तीसरा उपचुनाव है जिसमें केवल जीत नहीं, बल्कि ऐतिहासिक जीत दर्ज करके भाजपा विरोधियों को करारा जवाब देने के साथ—साथ जनता को भी दिखाने का प्रयास करेगी कि वर्ष 2024 के आम चुनाव के बाद भी भाजपा ही सत्ता में आ रही है। भाजपा केवल इस उपचुनाव में जीत के लिए नहीं बल्कि इसमें भव्य को एक लाख से अधिक वोट पार करवाकर आगामी आम चुनाव की छवि जनता के मन—मस्तिषक पर छोड़ना चाहती है। इसी लक्ष्य को हासिल करने के लिए भाजपा ने आदमपुर उपचुनाव के लिए 35 स्टार प्रचारक तय करके उन्हें क्षेत्र में प्रचार का जिम्मा दे दिया है जिसमें मुख्यमंत्री मनोहर लाल व प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ जैसे कद्दावर नेता और वरिष्ठ नेता शामिल हैं। राजनीतिक क्षेत्रों में चर्चा है कि आदमपुर क्षेत्र में भव्य बिश्नोई का पारिवारिक प्रभाव व सत्ता का सहारा कांग्रेस के लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है।
कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, प्रदेश अध्यक्ष उदयभान एवं सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा सहित कुछ अन्य नेता अपने प्रत्याशी के प्रचार में उतरे हुए हैं लेकिन अंदरूनी कलह से जूझ रही कांग्रेस के उम्मीदवार का चुनाव उठ नहीं पा रहा है। ऐसे में कांग्रेस की ओर से केवल आदमपुर में विकास न होने का आरोप लगाकर गठबंधन को घेरने का प्रयास किया जा रहा है। कांग्रेस के आरोपों का जवाब देने के लिए भाजपा ने अपने दिग्गज चुनाव में उतारे हैं वहीं अब मुख्यमंत्री मनोहर लाल व प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ खुद ब्यौरा देंगे कि क्षेत्र में कितना विकास हुआ है और कांग्रेस शासन में आदमपुर क्षेत्र की क्या दुर्गति हुई थी। मुख्यमंत्री व प्रदेश अध्यक्ष का दौरा इसलिए भी महत्वपूर्व माना जा रहा है क्योंकि आदमपुर किसी समय मुख्यमंत्री का क्षेत्र रहा है और यदि यहां पर अब मुख्यमंत्री आकर प्रचार करेंगे तो निश्चय ही भव्य के अभियान को और गति मिलेगी।
भाजपा संगठन की बात की जाए तो प्रदेशभर से लगभग 100 विस्तारकों की टीम आदमपुर उपचुनाव में लगाई गई है, जो स्थानीय पन्ना प्रमुखों से विचार—विमर्श करके गठबंधन प्रत्याशी भव्य बिश्नोई को एक लाख वोट तक लेकर जाएंगे। ऐलनाबाद व बरौदा में विपक्ष के विधायक थे परंतु यहां पर स्थिति इसके विपरीत है और भाजपा जीत को निश्चित मानकर चल रही है, तभी भव्य को एक लाख वोट पार करवाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। राजनीतिक क्षेत्रों में चर्चा है कि यदि भाजपा भव्य बिश्नोई को एक लाख वोट पार करवाने के लक्ष्य में कामयाब हो जाती है तो यह कांग्रेस व अन्य दलों के लिए बहुत बड़े घाटे की स्थिति होगी, क्योंकि ऐसा होने की हालत में कांग्रेस का यह दावा पूरी तरह से खत्म हो जाएगा कि आगामी विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस सरकार बनाएगी। भाजपा की सबसे बड़ी रणनीति यही है कि आगामी चुनावों के बाद कांग्रेस को सत्ता की दावेदारी से ही हटाया जाए और भाजपा अपने इसी लक्ष्य के साथ आगे बढ़ रही है।
देखना है भाजपा को अपने लक्ष्य में कितनी सफलता मिलती है और कांग्रेस व अन्य दल भाजपा की घेरेबंदी से कैसे बचते हैं। भाजपा के प्रदेश सह मीडिया प्रमुख अरविंद सैनी के अनुसार भव्य बिश्नोई के पास परम्परागत वोट हैं, ये वोट इस बात का प्रमाण है कि आदमपुर के लोग भजनलाल, कुलदीप बिश्नोई और भव्य बिश्नोई से बहुत प्यार करते हैं । इसके अलावा बीजेपी और जेजेपी के कार्यकर्ता मिलकर वोटों का लक्ष्य एक लाख तक पहुंचाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं। इन्हीं वोटों के दम पर भाजपा ऐतिहासिक जीत दर्ज करके कांग्रेस को तगड़ी पटखनी देने की तैयारी में है।