कमलेश भारतीय आदमपुर उपचुनाव ने रफ्तार पकड़ ली है और एक दूसरे पर तीरन पे तीर चलाने में कोई भी दल कोई कमी नहीं छोड़ रहा । सबसे बड़ा तीर जो चल रहा है वह है दलबदल और विश्वासघात का ! चाहे भव्य बिश्नोई हो , चाहे जयप्रकाश , सतेंद्र सिंह या फिर कुरड़ा राम नम्बरदार सबके सब दलबदल के शिकार ! इधर उधर जाने , पाला बदलने में एक से बढ़कर एक ! नहीं कोई परहेज ! जिधर मिली टिकट उधर मारी पलटी ! यह है आज की राजनीति हमारी ! पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा तो कह रहे हैं कि सभी दलों ने कांग्रेस से ही प्रत्याशी उधार लिये हैं ! अभय चौटाला कह रहे हैं कि नहीं जी , जयप्रकाश तो हमसे उधार लिया है अनेक दलों ने ! कभी हविपा तो कभी कांग्रेस ने ! दूसरा बड़ा आरोप कि उपचुनाव की नौबत क्यों और किसके कारण आई ? कुलदीप बिश्नोई का कहना है कि उसने अंतरात्मा की आवाज सुनी और दूसरे उसकी उपेक्षा की गयी कांग्रेस में ! कब तक राहुल गांधी के न्यौते की बाट देखते रहते ! क्राॅस वोटिंग कर अपना हिसाब किताब चुकता किया और इस्तीफा दे दिया । ऊपर से सत्ताधारी दल के साथ मिल कर आदमपुर का विकास करवाने का सुनहरा अवसर मिला क्योंकि इससे छब्बीस साल का वनवास खत्म हुआ । यानी अब तो डबल इंजन की सरकार आई कि आई ! रामराज आया ही आया !अभय चौटाला जवाब में कहते हैं कि मैंने तो काले कृषि कानूनों के विरोध में ऐलनाबाद से इस्तीफा दिया था जबकि कुलदीप ने तो अपने स्वार्थ के लिए इस्तीफा दिया है । अपने परिवार और ईडी के दवाब में इस्तीफा दिया है । कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष उदयभान का बार बार यही आरोप है कुलदीप बिश्नोई पर कि वे एक दलित के बेटे को प्रदेशाध्यक्ष बनना सह नहीं सके ! दूसरे ईडी और सीबीआई से बचने के लिए इस्तीफा दिया न कि आदमपुर की जनता की भलाई के लिए !राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा का कहना है कि राजनैतिक रूप से अनैतिक लोग एकसाथ मिल कर कांग्रेस को हराना चाहते हैं जबकि वोटकाटु नेताओं से सावधान रहने की जरूरत है । कुरड़ाराम नम्बरदार का आरोप है कि कांग्रेस में चालीस साल रहकर भी टिकट नहीं मिला । इसलिए इनेलो की टिकट पर मैदान में आया हूं ! जयप्रकाश का कहना है कि वे बाहरी उम्मीदवार नहीं बल्कि सब पर भारी उम्मीदवार हैं ! खुद चौ भजनलाल मुझे कुलदीप की मदद के लिए लाये थे , तब मैं बाहरी नहीं था ! आज चुनाव लड़ने आया हूं तो बाहरी कैसे हो गया ! जयप्रकाश ने यह भी आरोप लगाया कि कुलदीप और अभय अपने अपने पिता के नाम पर वोट मांग रहे हैं जबकि वे केवल अपनी संघर्ष के बल पर वोट मांग रहे हैं ! इसी तरह आम आदमी पार्टी पर भी खास आदमी की पार्टी होने का इल्जाम लगाया और स्कूलों की चर्चा की ।खैरमपुर में कुलदीप बिश्नोई व भव्य बिश्नोई को काले झंडे दिखाये गये और इसी गांव की दसवीं की छात्रा पूजा ने अपने गाँव का स्कूल बंद करने पर कांग्रेस के मंच पर ललकारा कि जो बेटी पढ़ाओ का नारा लगाते है , वही स्कूल बंद कर रहे हैं ! गरीब बेटियां कहां पढ़ें? इस तरह तीरन पे तीरन चलें आदमपुर में और घाव करें गंभीर ! देखो कौन शिकार होता है इन तीरों का !-पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी । Post navigation एचएयू स्थित एबिक ने पहल व सफल कार्यक्रम की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर तक बढ़ाई कांग्रेस अपने गिरेबान में झांके……. गंगा में लोग शुद्धिकरण के लिए आते हैं : डाॅ कमल गुप्ता