चण्डीगढ़ 2 अक्टूबर – साइबर अपराध पर पूर्ण अंकुश लगाने के लिए और जनता को जागरूक करने के लिए हरियाणा पुलिस ने पूरी तैयारी कर ली है। भारत सरकार के गृह मंत्रालय के निर्देशों पर अक्टूबर माह को “सी योरसेल्फ इन साइबर” थीम के साथ साइबर सुरक्षा माह के रूप में मनाने का फैसला लिया गया है। साइबर जागरूकता कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए हरियाणा पुलिस ने पूरे माह के लिए एक्टिविटी कैलेंडर तैयार किया है जिसमे मुख्य रूप से मल्टी-फैक्टर ऑथेंटिकेशन, मजबूत पासवर्ड, सॉफ्टवेयर अपडेट, साइबर जालसाजों की पहचान, फाइनेंसियल फ्रॉड से बचाव व सोशल मीडिया के सुरक्षित प्रयोग को केंद्र में रखकर जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया की प्रदेश में पिछले वर्ष अक्टूबर माह से ही हर महीने के प्रथम बुधवार को साइबर जागरूकता दिवस का रूप में मनाया जा रहा है। इस वर्ष की थीम “सी योरसेल्फ इन साइबर” का मुख्य उद्देशय प्रत्येक नागरिक को साइबर स्पेस में खुद को सुरक्षित एवं आत्मविश्वासी महसूस करने में सक्षम बनाना है। इस बार समाज के सबसे महत्वपूर्ण अंग, महिलाओं व बच्चों को ज़्यादा से ज़्यादा जागरूकता कार्यक्रमों में सम्मिलित करने के भरपूर प्रयास किये जायँगे। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया की वर्तमान में नेशनल साइबर हेल्पलाइन 1930 पर प्रदेश में रोज़ाना की 1000 से अधिक कॉल्स प्राप्त हो रही है जिन पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है। बढ़ती हुई कॉल्स की संख्या पिछले कुछ महीनों से हरियाणा पुलिस के जागरूकता प्रयासों का प्रमाण है। किसी भी अपराध को रोकने में उसकी रिपोर्टिंग का सबसे बड़ा योगदान होता है और ये एक जागरूक हो रहे समाज की निशानी भी है। रिपोर्टिंग और पुलिस के अथक प्रयासों का परिणाम ही है जो इस वर्ष अब तक तकरीबन 15 करोड़ रूपए साइबर ठगों से बचाने में सफलता हासिल हुई है। विदित है कि साइबर अपराध के बढ़ते प्रभाव के कारण भारत सरकार ने वर्ष 2021 के अक्तूबर माह में हर महीने के प्रथम बुधवार को साइबर जागरूकता दिवस मनाने हेतु सभी राज्यों को निर्देश दिए गए थे। इस मुहीम को आगे बढ़ाते हुए, हरियाणा पुलिस ने एक वर्ष पूरा होने पर, अक्टूबर में प्रथम वर्षगांठ पर प्रभावी ढंग से बड़े स्तर पर टीवी, रेडियो, अखबार व सोशल मिडिया द्वारा लोगों को जागरूक करने की योजना बनाई है। एक बेहतर पासवर्ड, सुरक्षा की पहली सीढ़ी, रचनात्मक रखें, समय समय पर बदलें। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया की अक्टूबर माह के हर बुधवार का जागरूकता कार्यक्रम, नए-नए मुद्दों पर आधारित रहेगा। जिसके लिए एक योजनाबद्ध तरीके से स्टेट नोडल एजेंसी, राज्य अपराध शाखा द्वारा एक क्रियान्वन रूपरेखा तैयार कर ली गई है और प्रदेश के सभी जिलों में प्रेषित की गई है। अक्टूबर माह के प्रथम सप्ताह में “मज़बूत पासवर्ड व मल्टी फैक्टर ऑथेंटिकेशन” पर ज़ोर देने का निर्णय लिया गया है। जिसमें अपने बैंक खातों के अलावा सोशल मिडिया एकाउंट्स के लिए बेहतर पासवर्ड व मल्टी फैक्टर ऑथेंटिकेशन की उपयोगिता के बारे में बताया जायेगा। अक्सर एक कमज़ोर व आसान पासवर्ड ही साइबर ठगी का एक बड़ा कारण बनता है। जागरूकता के साथ साथ, एक मजबूत व रचनात्मक पासवर्ड बनाने, दोहरी सुरक्षा प्रणाली अपनाने, अंको के स्थान पर अपने चेहरे या फिंगरप्रिंट को इस्तेमाल करने आदि के लिए प्रोत्साहन के साथ साथ लाइव डेमोंस्ट्रेशन ट्रेनिंग प्रोग्राम के आयोजन भी किये जायेंगे। इसके साथ साथ सभी जिलों में साइबर नोडल अधिकारीयों के मार्गदर्शन में विभिन्न स्कूलों व कॉलेज में 1930 मीटर दौड़, इंटरैक्टिव सेशन, पेंटिंग, कविता गायन, लड़कियों की सेल्फ डिफेन्स टेक्निक्स तथा सार्वजानिक स्थानों पर पब्लिक स्पीकिंग, स्टेज शो, साइबर राहगीरी, लाऊड स्पीकर अनाउंसमेंट, साइबर चौपाल आदि कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। राष्ट्रीय एकता दिवस पर साइबर अपराध के खिलाफ एकजुट होकर दौड़ेगा प्रदेश, बड़ी भागीदारी की है तैयारी।विदित है की हरियाणा पुलिस द्वारा सितम्बर माह में प्रदेश के सभी जिलों में सफलतापूर्वक साइबर राहगीरी कार्यक्रम आयोजित किये थे, जिसमें प्रदेश से तकरीबन 32 हज़ार लोगों ने भाग लिया था। इस बार 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस पर “रन फॉर यूनिटी” का आयोजन साइबर थीम पर सभी जिलों में करवाया जायेगा, जिसमें प्रदेश के हर आयु वर्ग को दौड़ में हिस्सा लेने के लिए प्रेरित किया जायेगा। हरियाणा पुलिस विभिन्न प्रयासों से प्रदेश के कोने कोने तक साइबर जागरूकता को पहुँचाने के भरपूर प्रयास करेगी जिसके लिए राज्य स्तर पर सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी है। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि इसके अलावा सोशल मीडिया हैंडल्स के माध्यम से भी जन-जागरूकता के प्रयास किये जायेंगे। हर वर्ग की भागेदारी के लिए ट्विटर के माध्यम से साइबर प्रश्नोत्तरी करने की शुरुवात भी कर दी गयी है। इसके तहत सोशल मिडिया के पुलिस के आधिकारिक हैंडल्स पर विभिन्न साइबर से जुड़े सवाल किये जाएंगे ताकि जागरूकता के स्तर के मूल्यांकन के साथ साथ सोशल मीडिया पर एक्टिव लोगों को भी इस मुहीम के साथ जोड़ा जा सके । विदित है कि इस वर्ष , मात्र 9 माह में सोशल मीडिया के माध्यम से तकरीबन 11 लाख से अधिक लोगों ने हरियाणा पुलिस के जागरूकता अभियान में भागेदारी दर्ज की है । सोशल मिडिया पर भी है कार्यक्रम की रुपरेखा, खुद नोडल अधिकारी संभाल रहे है कमान।अक्टूबर माह के कार्यक्रम को बेहतर व सफलता से संचालित करने की ज़िम्मेदारी इस बार खुद साइबर स्टेट नोडल अधिकारी, श्री ओ पी सिंह अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, राज्य अपराध शाखा ने ली है। उनके द्वारा हरियाणा पुलिस के सभी जिलों के साइबर नोडल अधिकारीयों को विशेष मीटिंग आयोजित करके कार्यक्रम की रुपरेखा समझाई गई है और यह सुनिश्चित करने बारे निर्देशित किया गया कि साइबर जागरूकता को प्रभावशाली ढंग से हर वर्ग तक पहुँचने में किसी भी स्तर पर कोई कमी ना रहे। हरियाणा पुलिस जन-जन के साथ मिलकर एक साइबर सुरक्षित प्रदेश बनाने की दिशा में प्रयासरत है । इसके अतिरिक्त, हरियाणा पुलिस के सभी कार्यक्रमों की रुपरेखा राज्य अपराध शाखा के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर भी उपलब्ध करवाई गई है। Post navigation 36वें नेशनल गेम्स में वेटलिफ्टिंग में हरियाणा का पहला गोल्ड मेडल सत्ता व राजनीति में अपनी कार्यप्रणाली से बदलाव के प्रेरक बने मुख्यमंत्री