यह विश्वविद्यालय बर्मिंघम विश्वविद्यालय के संघ का हिस्सा होगा, जिसने हरियाणा के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं

चंडीगढ़, 1 अक्टूबर – हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जे पी दलाल और कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने फसल कटाई के बाद की प्रौद्योगिकियों के अनुसंधान और विकास के लिए यूके के एक प्रमुख संस्थान क्रैनफील्ड विश्वविद्यालय बेडफोर्ड का दौरा किया।

यह विश्वविद्यालय बर्मिंघम विश्वविद्यालय के संघ का हिस्सा होगा, जिसने हरियाणा के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।

क्रैनफील्ड यूनिवर्सिटी हरियाणा को पोस्ट हार्वेस्ट फिजियोलॉजी, प्री- हार्वेस्ट फैक्टर, जैव रसायन, संरक्षण के तरीके, कूल चैन, पैकेजिंग, एथिलीन, विशेषज्ञ उपचार, कटाई के बाद के रोग, विकृति विज्ञान, रोग नियंत्रण के सिद्धांत, गुणवत्ता नियंत्रण, जैव रासायनिक परिवर्तन, मूल्यांकन के तरीके और खाद्य अपशिष्ट प्रबंधन के मूल सिद्धांतों पर अनुप्रयुक्त अनुसंधान को और विकसित करने में मदद करेगी।

हरियाणा में प्रस्तावित ‘हार्वेस्ट और कोल्ड चेन मैनेजमेंट के लिए उत्कृष्टता केंद्र’ में विभिन्न इकाइयां होंगी, जहां अनुप्रयुक्त अनुसंधान किया जाएगा। यह केंद्र फसल कटाई के बाद के  समाधान विकसित करेगा, जो किसानों और किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) को उनकी परेशानियों का समाधान करने में मदद करेगा। केंद्र में एक इनक्यूबेशन केंद्र, स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र भी होगा, जहां नवोदित उद्यमी अपना व्यवसाय शुरू व स्थापित कर सकते हैं।

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