नई दिल्ली, 24-09-2022 – नई दिल्ली मे जवाहर लाल स्टेडियम में आयोजित एस आर एम यूनिवर्सिटी के द्वितीय दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए तकनीको, नवीनताओं व अनुसंधान पर बल दिया। राज्यपाल ने कहा कि वर्ष 2030 तक तकनीकी दृष्टि से 30 करोड रोजगार सृजित होंगे।   

राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति का जिक्र करते हुए कहा कि शिक्षा नीति में हैरीटेज, मूल्य, सशक्तिकरण, ज्ञान और माृत-भाषा पर बल दिया गया हैं। इस दिशा में प्रेरणीय रूप से राज्यपाल ने रूसी अंतरिक्ष वैज्ञानिक यूरी गगारिन द्वारा उनकी तत्कालीन हैदराबाद यात्रा के दौरान उनकी मातृभाषा रूसी में दिये गए व्याख्यान का उदाहरण दिया। राज्यपाल ने विद्यार्थियों से आहवान किया कि वे अंग्रेजी भाषा में निपुण हों परंतु उसका अंधाधुंध अनुसरण न करें।हरियाणा के राज्यपाल ने प्रधानमंत्री के वर्ष 2025 तक भारत को टी बी मुक्त किए जाने के अभियान को सफल बनाने का भी आह्वान किया।  

सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायामूर्ति  श्री सूर्याकांत ने दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि  शिक्षा  विनम्रता प्रदान करती है।सभी को  गुणावत्तापरक शिक्षा प्रदान करना चुनोति है और इस दिशा में सभी के सहयोग व योगदान की सदैव अपेक्षा रहेगी।     

एस आर एम आई एस टी, चेन्नई के कुलाधिपति टी आर डॉ टी. आर. परिवेंधर ने एसआरएम शिक्षा संस्थान समूह के साथ 56 देशों के लोग जुडे हुए हैं। उन्होंने विद्यार्थायों ने श्रेष्ठ नागरिक बनने का आह्वान किया।     

दीक्षांत समारोह में हरियााणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायाधीश श्री सूर्याकांत व यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति डॉ टी. आर. परिवेंधर द्वारा विद्यार्थियों को पीएचडी, स्नातकोत्तर व  स्नातक की डिग्रीयां प्रदान की गई ।

error: Content is protected !!