गांव राठीवास में गर्ल्स हाई स्कूल पर 6 दिन से लटका हुआ तालाछात्राओं अभिभावकों व ग्रामीणों के द्वारा 2 घंटे दिया गया धरनादिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे जाम करने के मुद्दे पर कसम-कसपुलिस प्रशासन ने बैरिकेड लगाकर रोड जाम करने से रोका गयामौके पर आये एसडीएम का आश्वासन गुरुवार को 3 टीचर पहुचेंगेसभी छात्राओं सहित अभिभावकों को सता रही है एग्जाम की चिंता फतह सिंह उजाला पटौदी । सुनो- सुनो -सुनो, वजीरे आला , छात्राएं सड़क पर और स्कूल पर लटका हुआ है ताला । जी हां पटौदी विधानसभा क्षेत्र के गांव राठीवास के गर्ल्स हाई स्कूल पर बीते शुक्रवार से ताला ही लटका हुआ है । इसका मुख्य कारण है यहां स्कूल से अध्यापकों का तबादला किया जाने के बाद अध्यापकों की प्रतिनियुक्ति नहीं किया जाना। अध्यापकों के अभाव में गांव राठीवास भूड़का और दिनौकरी गांवों की करीब 150 छात्राओं की पढ़ाई पूरी तरह से ठप होने के कारण अभिभावकों सहित ग्रामीणों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर जिला के आला अधिकारी और शिक्षा मंत्री सहित सीएम खट्टर को लेकर भी नाराजगी बनी हुई है । गांव राठीवास में बीते शुक्रवार को स्कूल में अध्यापकों की पर्याप्त संख्या में नियुक्ति की मांग को लेकर ग्रामीणों के द्वारा तालाबंदी दूसरी बार की गई थी । लेकिन यह तालाबंदी ऐसी मजबूत की गई कि छठे दिन बुधवार को भी स्कूल के गेट पर ताला ही लटका रहा। बुधवार को भी ग्रामीणों के द्वारा मौके पर पहुंचे शिक्षा विभाग सहित प्रशासन के अधिकारियों को दो टूक कहा गया कि जब तक स्कूल में टीचर आकर अध्यापन का कार्य आरंभ नहीं कर देते, तब तक स्कूल के गेट पर लगा हुआ ताला किसी कीमत पर नहीं खोला जाएगा । बुधवार को अभिभावकों में महेंद्र सिंह, लक्ष्मी चंद राठी, दयाराम , सोनू राठी, महेश कुमार, कृष्णा देवी, भरपाई , माया देवी, सोनू देवी, सावित्री देवी, राखी देवी, मंजू देवी, महावीर मास्टर, महेंद्र सिंह , डूंगर सिंह डॉक्टर, राज कपूर , मास्टर टेकचद, सोनू राठी , मोतीराम ठेकेदार, विजय सिंह, चरण ठेकेदार, ओमप्रकाश, विनोद सिंह, सुरेंद्र , इंद्रजीत भूडका, रामफल, वेद प्रकाश, राजू , मंजू, रमेश , दमयंती , कृष्णा , राम रती , आशा, सुनीता सहित अनेक ग्रामीण और अभिभावकों सहित तमाम छात्राएं राठीवास के टेंपो स्टैंड पर बीच सड़क मार्ग पर धरना देकर बैठ गए । यह धरना लगभग 9 से 11बजे तक जारी रहा । इस मौके पर विभिन्न ग्रामीणों और अभिभावकों के द्वारा छात्राओं की सिर पर आ चुकी परीक्षा पर गहरी चिंता जाहिर करते हुए अपने अपने विचार व्यक्त किए गए। अभिभावकों सहित अन्य प्रबुद्ध ग्रामीणों के द्वारा सरकार से खुले शब्दों में सवाल किया गया क्या बेटियां सड़क पर बैठी अच्छी लगेगी या फिर स्कूल में पढ़ते हुए बच्चियां और बेटियां अच्छी लगेगी । शासन प्रशासन को इस बात का पता है कि बीते शुक्रवार से स्कूल पर ताला लगा हुआ है , इसके बावजूद संबंधित अधिकारी शासन और प्रशासन आंख और कान बंद किए तमाशा देख रहा है । इसके बाद में सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण और छात्राएं अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी करते हुए दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे को जाम करने के लिए बिलासपुर चौक की तरफ रवाना हुए। इसी बीच में बिलासपुर थाना प्रभारी अजय मलिक, सहायक थाना प्रभारी सुनील कुमार, मानेसर नायब तहसीलदार सतवीर सिंह, पटोदी खंड शिक्षा अधिकारी डॉ धर्मपाल भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों सहित अभिभावकों को आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द अध्यापक उपलब्ध करवा दिए जाएंगे। बीते सप्ताह के अनुभव को देखते हुए ग्रामीणों के द्वारा कहा गया इस प्रकार का आश्वासन बीते शुक्रवार को भी दिया गया था, लेकिन एक भी अध्यापक स्कूल में बच्चियों की पढ़ाई के लिए उपलब्ध नहीं करवाया गया है । आगामी सप्ताह से बच्चों के एग्जाम होने हैं , जब बच्चे एग्जाम क्लियर नहीं कर सकेंगे तो फिर बोर्ड के एग्जाम में किस प्रकार से अपीयर करेंगे। सबसे अधिक चिंता बोर्ड एग्जाम पास करने को लेकर अभिभावकों में बनी हुई है । गांव राठीवास के टेंपो स्टैंड से छात्राओं सहित ग्रामीण और अभिभावक प्रस्थान करते हुए लगभग 11 बजे दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे के मुख्य चौराहे बिलासपुर पर पहुंच गए । 11 बजे से लेकर लगभग एक बजे तक यहां पर पुलिस प्रशासन और ग्रामीणों के बीच में कसम -कस सहित जोर आजमाइश इस बात को लेकर चलती रही किसी भी प्रकार से ग्रामीण दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे को जाम नहीं कर सके । वहीं ग्रामीण और छात्राएं किसी भी प्रकार से नेशनल हाईवे पर पहुंचकर जाम करने की योजना को सफल बनाने के प्रयास करते दिखाई दिए । यह बात भी ध्यान देने लायक है कि छात्राओं की संख्या के मुकाबले पुलिस बल संख्या अधिक ही मौके पर मौजूद दिखाई दी । पूरे घटनाक्रम की जानकारी मिलने और छात्राओं सहित ग्रामीणों और अभिभावकों के द्वारा दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे को जाम किया जाने की जिद की सूचना मिलते ही गुरुग्राम से एसडीएम रविंदर यादव छात्राओं और अभिभावकों के बीच पहुंचे । उन्होंने भी नेशनल हाईवे को जाम नहीं करने का सुझाव देते हुए बारंबार अनुरोध किया । ग्रामीणों और अभिभावकों के द्वारा बार-बार पूछा गया कि ऐसी क्या मजबूरी और कारण रहे हैं कि बीते शुक्रवार से आज बुधवार तक सकूल में प्रतिनियुक्ति पर किसी भी अध्यापक को क्यों नहीं भेजा गया है? इसके बाद एसडीएम रविंद्र यादव ने ग्रामीणों को आश्वासन दिलाया कि गुरुवार को सुबह कम से कम 3 अध्यापक राठीवास गर्ल्स हाई स्कूल में हर हालात में छात्राओं को पढ़ाने के लिए अवश्य उपलब्ध होंगे । इतना ठोस आश्वासन मिलने के बाद भी ग्रामीणों और अभिभावकों के द्वारा साफ साफ शब्दों में कहा गया कि गुरुवार को जब छात्राओं को पढ़ाने के लिए राठीवास गर्ल्स हाई स्कूल में वादे के मुताबिक 3 अध्यापक पहुंचेंगे , उसी समय ही स्कूल के गेट पर लगाया गया ताला भी खोला जाएगा अन्यथा यह ताला जैसे लगाया हुआ है उसी प्रकार से ही लटका रहेगा। इस प्रकार से अब स्कूल में अध्यापकों की प्रतिनियुक्ति सहित स्कूल का ताला खुलवाने के लिए गेंद पूरी तरह से प्रशासन के पाले में पहुंच चुकी है । सभी की नजरें गुरुवार पर टिकी हुई है, क्या वादे के मुताबिक अध्यापक स्कूल में पहुंचेंगे या फिर स्कूल पर ताला ही लटका रहेगा। Post navigation गेंहूं, सरसों अन्य फसलें एमएसपी पर आढ़तियों के माध्यम से हो खरीद पटौदी में हत्या को अंजाम देने वाले दो गिरफ्तार किये