वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरूक्षेत्र, 12 सितंबर : सातवें वेतन आयोग में लिपिक का वेतन 35400, एनपीएस/एनईपी रद्द करने, दूर-दराज स्थानांतरित का समायोजन, ऑनलाईन ट्रांसफर पॉलिसी की समीक्षा, वरिष्ठता सूची अपडेट, पदोन्नतियां, एसीपी प्रमोशनल पद अनुसार, एसईटीसी में छूट, वर्कलोड अनुसार नए पद व सेवानियम, कौशल रोजगार निगम भंग कर स्थायी भर्तियां आदि मांगों को लागू करवाने एवं शिक्षा मंत्री की कथनी व करनी की पोल खोलने के लिए 15 सितंबर को शिक्षा सदन पंचकूला पर विशाल रोष प्रदर्शन करने का फैसला लिया है।

हरियाणा एजुकेशन मिनिस्ट्रीयल स्टाफ एसोसिएशन संबंद्ध सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा जिला कमेटी की ओर से टीका सिंह, राजेश ढ़ांडा, अन्नु चौधरी, धर्मबीर मोर, सुशील कुमार, रणबीर रोहिल्ला ने बताया कि भाजपा सरकार ने 25 अगस्त 2014 के मंत्रीमंडल के फैसले को होल्ड पर रखकर पिछले 7 सालों से लिपिक को 35400 से वंचित कर रखा है। जो कि मिनिस्ट्रयल स्टाफ के साथ धोखा है। सरकार के साथ ही शिक्षा विभाग भी सौतेला व्यवहार कर रहा है तथा 2015 के बाद सीनियरटी लिस्ट को अपडेट नहीं किया गया। पदोन्नति पदों पर आधी-अधूरी प्रमोशन लिस्ट जारी की गई, उसमें भी स्टेशन अलॉट करते समय सैंकड़ों पदों को कैप्ट कर लिया गया। इससे पहले भी ऑनलाईन ट्रांसफर पॉलिसी में मिडल स्कूलों की पोस्टों को कैप्ट कर कर्मियों को 300-350 किलोमीटर दूर बदला गया था।

शिक्षा विभाग फील्ड मे लगातार 31 वर्ष नौकरी उपरांत भी पदोन्नति नहीं हो रही। पदोन्नति के अभाव में उसी पद से सेवानिवृत्त होना पड़ रहा है। इसीलिए अब आंदोलन ही एकमात्र रास्ता है। शिक्षा सदन पर होने वाले विशाल प्रदर्शन मे शिक्षा विभाग फील्ड लिपिक बढ़-चढकऱ भाग लेंगे, जिसकी व्यापक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।