केजरीवाल हरियाणा में आकर एसवाईएल की बात कैसे कर सकते हैं वो पहले SYL बारे अपना स्टेंड स्पष्ट करें : वर्मा हिसार 09 अगस्त । कांग्रेसी नेता व स्वाभिमान की आवाज संगठन के अध्यक्ष हनुमान वर्मा ने प्रैस में जारी बयान में कहा कि जैसे ही चुनाव की सुगबुगाहट होती है ये एसवाईएल रुपी जिन्न बाहर निकल आता है । ओर चुनाव के बाद किसी बोतल में बंद कर दिया जाता है । आखिर क्यों बार बार इस जिन्न को बाहर निकाला जाता ओर फिर बोतल में बंद कर दिया जाता है । हरियाणा की जनता को सब पता है कि हरियाणा प्रदेश ने एसवाईएल का केस सुप्रीम कोर्ट से जीता हुआ है । अरविंद केजरीवाल जी आप एसवाईएल पर राजनीति कर रहे है कि इस का फैसला केन्द्र सरकार करें । हम पुछना चहाते है केजरीवाल जी से कि वो बताए आज जब पता है कि आदमपुर का उपचुनाव है तो आपको एसवाईएल याद आ गई । पर शायद केजरीवाल जी आप अपनी कही बात भूल गए जो आपने पंजाब चुनाव में कहा था कि एसवाईएल के पानी पर सिर्फ पंजाब का हक है । हम एक बुंद पानी हरियाणा प्रदेश को नहीं देंगे । इस पानी पर हरियाणा का कोई हक नहीं । अब जब हरियाणा प्रदेश में आये तो हरियाणा प्रदेश के हित की बात कर रहे हो। ये दोगलापन हरियाणा प्रदेश में नहीं चलने वाला साहब । हम हरियाणा के भोले-भाले लोग जरुर है पर अपने हित – अहित को भलीभातिं जानते हैं । पंजाब और हरियाणा भारत के अभिन्न अंग है । आप ऐसी बात कैसे कह सकते हैं । शायद आपको महाभारत का वो प्रसंग याद होगा जब श्री कृष्ण ने पांडवों के लिए 05 गांव मांगे थे पर दुर्योधन ने कहा था 05 गांव तो दुर की बात हम सुई की नोक के बराबर जगह नहीं देंगे । केजरीवाल जी आप दुर्योधन बनने का काम ना करें । वर्मा ने कहा केजरीवाल जी आप को पता है कि अगर केन्द्र सरकार एसवाईएल मामले में हस्तक्षेप करती है तो एक मिनट का काम है इस नहर का निर्माण करना ओर हरियाणा के हक का पानी दिलवाना । सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना करना जुर्म है और इस जुर्म में आप सहभागी ना बने । वर्मा ने कहा कि केंद्र सरकार को पंजाब सरकार से बात करनी चाहिए कि वो अपने छोटे भाई का हक उसे दे । अगर पंजाब सरकार ना माने तो केन्द्र सरकार को सेना के माध्यम से नहर का निर्माण करके हरियाणा प्रदेश के हिस्से का पानी दिलवाना चाहिए । वर्मा ने कहा केजरीवाल जी आपने तो वो कहावत चरितार्थ कर दी ” गंगा जाए तो गंगा राम जमाना जाए तो जमाना राम ” । झूठे तो बहुत देखे पर आप तो झूठो के सरदार निकले । हिम्मत थी तो मिलते हरियाणा प्रदेश के अन्नदाताओं से । क्यो भीगी बिल्ली बन कर खिसक लिए । देते ज़बाब उनके सवालों का । मिडिया में तो झूठ पर झूठ बोल रहे हो । आखिर किस डर के कारण हरियाणा के अन्नदाताओं से छुपकर पतली गली से निकल लिए । आप तो हरियाणा के लाल थे तो हरियाणा के किसानों से क्यो नही मिले । झूठ के पांव नहीं होते केजरीवाल जी इस लिए आप दुम दबाकर निकल गये । पहले आप एसवाईएल अपना स्टेड स्पष्ट करो फिर दुसरो पर अंगुली उठाना। यहां हरियाणा प्रदेश में आप की दाल गलने वाली नहीं । Post navigation मैं पूरी दुनिया में स्कूल-अस्पताल ठीक करते घूम रहा हूं, मैं हरियाणा का बेटा हूं, आप भी मेरे से स्कूल-अस्पताल ठीक करा लो- अरविंद केजरीवाल फिर छिड़ी बात राजनीतिक घरानों की ,,,,,?