प्रदेश के 14503 सरकारी स्कूलों में अध्यापकों के 126136 स्वीकृत पद है जिनमें केवल 90158 शिक्षक कार्यरत है और 35980 शिक्षकों के पद खाली है : विद्रोही
खाली पद व कैप्ट पदों को मिलकर एक तरह से सरकार ने 51 हजार शिक्षक पदों को समाप्त कर दिया है : विद्रोही
मुख्यंमत्री की शिक्षा पर प्रैसवार्ता करने के आंकडे को सही माना जाये तो स्वयं मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा था कि उन्होंने 4802 स्कूलों को विभिन्न स्कूलों में समायोजित किया है अर्थात बंद किया व प्रदेश में 9700 स्कूल रखे जाएंगे : विद्रोही

30 अगस्त 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आज यहां जारी एक बयान में बताया कि जुलाई-अगस्त माह में शिक्षा विभाग द्वारा मिली आरटीआई सूचना बताती है कि प्रदेश में शिक्षा का ढांचा चरमरा चुका है और भाजपा खट्टर सरकार सुनियोजित ढंग से प्रदेश में स्वीकृत अध्यापकों के पदों को समाप्त कर रही है व स्कूलों की संख्या को घटा रही है।

विद्रोही ने कहा कि चंडीगढ़ हाइ्र्रकोर्ट के वकील गुरूप्रताप सिंह गिल को मिली सूचना अनुसार प्रदेश के 14503 सरकारी स्कूलों में अध्यापकों के 126136 स्वीकृत पद है जिनमें केवल 90158 शिक्षक कार्यरत है और 35980 शिक्षकों के पद खाली है। इस आरटीआई सूचना के बाद भाजपा-जजपा सरकार ने शिक्षकों के तबादलों में रेशनेलाईजेशन की जो पोलिसी अपनाई है उसके चलते 15 हजार से ज्यादा शिक्षकों के पदों को कैप्ट कर लिया है। इस तरह खाली पद व कैप्ट पदों को मिलकर एक तरह से सरकार ने 51 हजार शिक्षक पदों को समाप्त कर दिया है और प्रदेश में आवश्यक 126136 शिक्षक पदो ंके मुकाबले केवल 75 हजार शिक्षकों के बल पर प्रदेश में सरकारी स्कूलों को चलाया जा रहा है।

आरटीआई सूचना अनुसार प्रदेश में प्रधानाचार्यो के 2315 पद है जिनमें 1924 पद भरे हुए है व 391 पद खाली है। इसी तरह मुख्याध्यापकों के 1023 पद है जिनमें 761 पद भरे हुए और 262 पद खाली है। पीजीटी के 40931 पदों में से 27414 भरे हुए है व 13517 पद खाली है। टीजीटी शिक्षकों के 41754 पदों में से 24209 पद भरे हुए है व 16985 पद खाली है। पीआरटी शिक्षकों के 46013 पद है जिनमें 35788 पद भरे हुए व 4285 पद खाली है। आरटीआई सूचना अनुसार नवम्बर 2014 से अप्रैल 2022 तक भाजपा सरकार ने केवल 8 नये स्कूल खोले है व 463 स्कूलों को अपग्रेड किया है। वहीं 2 नये सरकारी विश्वविद्यालय व 7 निजी विश्वविद्यालय स्थापित हुए है।

विद्रोही ने कहा कि इसी तरह आरटीआई सूचना अनुसार कांग्रेस राज में 2006-07 से 2013-14 तक 20 नये माडल संस्कृति स्कूल खोले गए और 1313 स्कूलों को अपग्रेड किया गया। वहीं कांग्रेस राज में 12 सरकारी विश्वविद्यालय व 22 निजी विश्वविद्यालय सहित 34 विश्वविद्यालय बने। 45 नये राजकीय कालेज बने, 503 तकनीकी संस्थान व 36 आरोही स्कूल बने। भाजपा खट्टर राज में अब तक 179 प्राईमरी स्कूल व 17 मिडिल स्कूलों सहित 196 स्कूलों को बंद किया गया है।

विद्रोही ने कहा कि इसी आरटीआई सूचना अनुसार कांग्रेस राज में रेवाडी जिले के 47 प्राईमरी स्कूलों को मिडिल, 20 मिडिल स्कूलों को हाई स्कूल व 36 हाई स्कूलों को सीनियर सकेंडरी स्कूल में अपग्रेड किया गया। इसी तरह रेवाडी जिले में कांग्रेस राज में 103 स्कूल अपग्रेड हुए। वहीं कांग्रेस राज में महेन्द्रगढ़ जिले में 42 स्कूलों प्राईमरी से मिडिल, 8 स्कूलों को मिडिल से हाई स्कूल व 30 हाई स्कूलों को सीनियर सकेंडरी स्कूलों में अपग्रेड किया गया। इसी तरह महेन्द्रगढ़ जिले में कांग्रेस सरकार में 80 स्कूल अपग्रेड हुए। वहीं कांग्रेस सरकार में गुरूग्राम जिले में 42 स्कूलों को प्राईमरी से मिडिल, 16 स्कूलों को मिडिल से हाई स्कूलों व 16 स्कूलों को हाई स्कूल से सीनियर सकेंडरी स्कूल बनाया गया। कांग्रेस राज में ही गुरूग्राम जिले में कुल 74 स्कूल अपग्रेड हुए।

विद्रोही ने कहा कि वहीं कांग्रेस राज में हरियाणा को एक केन्द्रीय विश्वविद्यालय पाली-महेन्द्रगढ़, डिफेंस विश्वविद्यालय बिनौली-गुरूग्राम, जैनाबाद रेवाडी में एक इंजीनियरिंग कालेज, एक आईएमटी रोहतक, गोठडा-पानी में सैनिक स्कूल व एक आईआईटी मिली। इस प्रकार उक्त आंकडे बताते है कि कांग्रेस सरकार ने प्रदेश की हर स्तर की स्कूली, कालेज, विश्वविद्यालय, मेडिकल, तकनीकी, इंजीनियरिंग, मैनेजमैंट शिक्षा ढांचे को मजबूत किया है। वहीं भाजपा खट्टर राज में हर स्तर पर शिक्षा ढांचा सुनियोजित ढंग से कमजोर हुआ है।

विद्रोही ने कहा कि यदि मुख्यंमत्री की शिक्षा पर प्रैसवार्ता करने के आंकडे को सही माना जाये तो स्वयं मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा था कि उन्होंने 4802 स्कूलों को विभिन्न स्कूलों में समायोजित किया है अर्थात बंद किया व प्रदेश में 9700 स्कूल रखे जाएंगे। अब प्रदेश की जनता व अहीरवाल के लोग सरकारी आंकडों से खुद तय करे कि कांग्रेस राज में शिक्षा ढांचा मजबूत था या अब भाजपा राज में? विद्रोही ने कहा कि जहां कांग्रेस भूपेन्द्र सिंह हुड्डा राज ने प्रदेश व अहीरवाल का शिक्षा ढांचा मजबूत किया, वहीं भाजपा खट्टर राज में विगत आठ सालों में वह ढांचा तहस-नहस हुआ है। 

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