बार-बार उल्लंघन पाए जाने पर हो सकता है वाहन का पंजीकरण रद्द गुरुग्राम,27 अगस्त। जिला सड़क सुरक्षा परामर्श समिति की मासिक बैठक में राज्य सरकार की सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी को सख्ती से लागू करने का निर्णय लिया गया। उपायुक्त श्री निशांत कुमार यादव ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए स्पष्ट कहा कि पॉलिसी में दिए गए सभी प्रावधान स्कूल वाहनों में होने जरूरी हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि आकस्मिक तौर पर एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र में स्कूल वाहनों की चेकिंग करें और अगर किसी स्कूल के वाहन में पॉलिसी के अनुसार प्रावधान नहीं पाए जाते हैं तो उस पर जुर्माना करें। उन्होंने कहा कि बार-बार कोताही पाए जाने पर उस स्कूल वाहन का पंजीकरण भी रद्द किया जा सकता है। उपायुक्त ने सभी एसडीएम से स्कूलों की चेकिंग की रिपोर्ट तलब की। गुरुग्राम की एसडीएम अंकिता चौधरी ने बताया कि उन्होंने अपने अधिकार क्षेत्र में 5 स्कूलों में जाकर स्कूल वाहनों की चेकिंग की जिसमें कमियां पाए जाने पर दो के चालान भी जारी किए गए। इसी प्रकार पटौदी के एसडीएम प्रदीप कुमार ने बताया कि उन्होंने पिछले 1 महीने में एक स्कूल के वाहन का चालान किया और 6 स्कूलों को सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के अनुसार प्रावधान करने के लिए नोटिस जारी कर 15 दिन का समय दिया है। बादशाहपुर के एसडीएम सतीश यादव ने बताया कि उन्होंने आकस्मिक तौर पर सड़क पर स्कूल वाहनों की चेकिंग की और 17 स्कूल बसों के चालान किए। चेकिंग के दौरान पाया गया कि स्कूल वाहन सफेद रंग के थे और उनमें परदे लगे हुए थे जबकि पॉलिसी के अनुसार स्कूल वाहन पीले रंग के होने चाहिए और उनमें परदे लगाना भी नियमों का उल्लंघन है। उपायुक्त श्री यादव ने कहा कि वे जिला के सभी स्कूलों को सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी की पालना सुनिश्चित करने के बारे में पत्र भी लिखेंगे। उपायुक्त श्री यादव ने जीएमडीए के अधिकारियों से कहा कि वे स्कूलों और अस्पतालों के पास साइनेज बोर्ड भी लगवाए। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि राजकीय उच्च विद्यालय सैयद शाहपुर के सामने सुरक्षा की दृष्टि से स्पीड ब्रेकर भी बनाया जाएगा। Post navigation विदेश भेजने वाले अनाधिकृत ट्रैवल एजेंट एवं एजेंसियों से रहें सावधान : डीसी अतुल कटारिया चौक फ्लाईओवर के दोनों ओर यू-टर्न व नीचे पार्किंग बनाएं: सुधीर सिंगला