बंद किए गए 105 सरकारी स्कूलों में कार्यकर्ताओं का अनिश्चितकालीन धरना शुरू
आप कार्यकर्ताओं ने गांवों में निकाला जागरूकता अभियान, सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों की खोली पोल
एक तरफ देश की जनसंख्या बढ़ रही, शिक्षा मंत्री बोले, सरकारी स्कूल में घटे बच्चे : अनुराग ढांडा
दो साल तक स्कूलों को बचाएं, इसके बाद आम आदमी पार्टी बनाएगी वर्ल्डक्लास : अनुराग ढांडा
पूरे प्रदेश में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता खोलेंगे बीजेपी की पोल : अनुराग ढांडा
स्कूली शिक्षा को निजी हाथों में सौंपने की साजिश कर रही बीजेपी : अनुराग ढांडा

चंडीगढ़, 23 अगस्त – खट्टर सरकार के 105 स्कूलों को बंद करने के आदेश के विरोध में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं में मंगलवार को सभी स्कूलों में अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। इनमें यमुनानगर में हल्ला बोल कार्यक्रम के तहत छछरोली ब्लॉक के गाँव शेरपुर, तारणवाला और रादौर ब्लॉक के गधौल, ठसका खादर और सुल्तानपुर खादर गाँव में कार्यकर्ताओं व गाँव के लोगों की अलग-अलग टीमों ने सरकार के ख़िलाफ़ प्रदर्शन किया। वहीं प्रदेश में महेंद्रगढ़, करनाल, कुरुक्षेत्र के पेहवा के गांव सैसा, झज्जर, अंबाला के गांव बुढ़ा खेड़ा, चरखीदादरी, सोनीपत, रेवाड़ी, रोहतक के गांवों के स्कूल में जोरदार प्रदर्शन किया गया। इसके साथ संबंधित गांव में जनसंपर्क अभियान भी चलाया गया।

आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय सलाहकार अनुराग ढांडा ने कहा कि प्रदेश में बंद स्कूलों के खिलाफ आम आदमी पार्टी आंदोलन तेज करेगी। पूरे प्रदेश में जा कर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता बीजेपी की शिक्षा विरोधी नीतियों की पोल खोलने का काम करेंगे। इसके साथ गांवों में जा कर घोषणा की जा रही है कि दो साल के लिए स्कूलों को बचाने में साथ दें, इसके बाद आम आदमी पार्टी स्कूलों को वर्ल्ड क्लास बनाने का काम करेगी।

उन्होंने कहा बीजेपी सरकार साजिश के तहत सरकारी स्कूलों को बंद कर देना चाहती है। सुविधा और शिक्षा के नाम पर स्कूलों में कुछ नहीं है, देश की जनसंख्या बढ़ रही रही है और बीजेपी के शिक्षा मंत्री बोलते फिरते है कि स्कूलों से बच्चे कम हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों में बच्चे घटने की बजाय बढ़ने चाहिए। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता सभी 105 गांवों में और उनके आसपास के गांव में लोगों के बीच जा कर खट्टर सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों को जन जन तक पहुंचाने का काम करेंगे।

उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा शिक्षा और स्कूलों को निजी हाथों में सौंपने है। खट्टर सरकार गरीबों के बच्चों को अनपढ़ रखना चाहती है। उन्होंने कहा कि आसपास के गांव में जाकर लोगों को जागरूक किया जाएगा और आम आदमी पार्टी के दिल्ली शिक्षा मॉडल को लोगों तक पहुंचाने का काम करेंगे।

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