कुवि कुटिक एवं लिवस्मार्ट ऑटोमेशन एंड सिक्योरिटी एलएलपी के बीच युवाओं में उद्यमिता एवं कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए हुआ समझौता।

कुरुक्षेत्र, 18 अगस्त : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में उद्यमिता, स्टार्ट-अप और नवीन गतिविधियों को एक नई ऊंचाई तक ले जाने के लिए गुरुवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा की अध्यक्षता में कुवि के रूसा प्रोजेक्ट सोसाइटी (केयूपीआरएस) के घटक कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी टेक्नोलॉजी इंक्यूबेशन सेंटर (केयूटीआईसी) द्वारा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय सहित लिवस्मार्ट ऑटोमेशन एंड सिक्योरिटी एलएलपी के साथ समझौते पर हस्ताक्षर हुए।

इस अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि वर्तमान समय में कौशल विकास की बहुत मांग है तथा यह समझौता न केवल तकनीकी क्षेत्र अपितु शोध के क्षेत्र में भी विद्यार्थियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि इनक्यूबेशन सेंटर युवा उद्यमियों के लिए एक नया स्टार्टअप इकोसिस्टम प्रदान करता है। विश्वविद्यालय के छात्र एन्टरप्रेन्योर बनकर आत्मनिर्भर बने व विकसित राष्ट्र के निर्माण में अपना अहम योगदान दे, इसके लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में इंक्यूबेशन सेंटर की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत शिक्षा, शोध, अनुसंधान, नवाचार, एन्टरप्रेन्योर, स्टार्टअप द्वारा युवाओं में कौशल विकसित कर उन्हें रोजगार युक्त करना व आत्मनिर्भर बनाना ही मुख्य लक्ष्य है।

कुवि कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि इस तरह की पहल का उद्देश्य स्टार्टअप के लिए सौहार्दपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करना है और साथ ही हमारे अल्मा-मेटर्स, छात्रों और संकायों को रचनात्मकता-आधारित आईपी और पेशेवर विशेषज्ञों की सहायता लेकर पारंपरिक ज्ञान आधारित इनोवेशन के क्षेत्रों में दक्षताओं का निर्माण करने के लिए प्रोत्साहित करना है। उन्होंने कहा कि इस तरह के संबंध निश्चित रूप से भविष्य में एक आत्मनिर्भर प्रणाली बनाने में सहायक होंगे जो पेटेंट रॉयल्टी और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण शुल्क के रूप में अतिरिक्त आय का उत्पादन करने में सक्षम होंगे और साथ ही साथ ये इनक्यूबेटीज भविष्य के उद्यमियों द्वारा कई नौकरियां पैदा करने में सक्षम होंगे। इस समझौते पर केयूके की ओर से कुवि कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा, केयूपीआरएस की ओर से नोडल आफिसर रूसा प्रोफेसर मंजूला चौधरी और लिवस्मार्ट ऑटोमेशन एंड सिक्योरिटी एलएलपी की ओर श्री प्रशांत द्वारा हस्ताक्षर किए गए।

रूसा नोडल ऑफिसर एवं डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. मंजुला चौधरी ने विश्वविद्यालय के पहले ऑन-कैंपस स्टार्टअप के रूप में इनक्यूबेट होने के लिए फर्म को बधाई दी। उन्होंने बताया कि लिवस्मार्ट ऑटोमेशन एंड सिक्योरिटी एलएलपी विशेषीकृत आईओटी (इंटरनेट ऑफ थिंग्स) आधारित उत्पाद और सेवाएं प्रदान करता है। इस समझौते के साथ, इस फर्म को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पहले ऑन-कैंपस स्टार्टअप के रूप में स्थापित किया गया है।

इस अवसर पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा ने कहा कि इस समझौते के द्वारा नवाचार के लिए पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण एवं इन्क्यूबेशन जैसी गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा जिससे विद्यार्थी स्टार्टअप द्वारा आत्मनिर्भर बन सकेंगे।

श्री प्रशांत ने सभी अधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय में नवाचार के लिए पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के अलावा, लिवस्मार्ट ऑटोमेशन एंड सिक्योरिटी एलएलपी स्मार्ट होम के साथ-साथ न्यूनतम संभव विलंबता और उपयोगकर्ता डेटा गोपनीयता के साथ घरेलू सुरक्षा के लिए एक एकीकृत समाधान प्रदान करता है जो कि बाजार में अन्य कंपनियों द्वारा प्रदान नहीं किया जाता। डॉ अनुरेखा शर्मा, समन्वयक-कुटिक ने कहा कि ये साझेदारी विश्वविद्यालय के छात्रों, स्टार्ट-अप, संकायों और साथ-साथ राज्य के लोगों के लिए और उनकी रचनात्मकता और ज्ञान के लिए नए अवसर पैदा करेगी।

इस अवसर पर कुवि कुलसचिव डॉ. संजीव शर्मा, प्रोजेक्ट संचालन समिति के सदस्य प्रो. पवन शर्मा, प्रो. दिनेश कुमार, प्रो. प्रदीप कुमार और प्रो. संजीव अग्रवाल, प्रो. राजेन्द्र नाथ, डॉ. राकेश कुमार, कुटिक के प्रोजेक्ट एक्शन ग्रुप से प्रो. अनुरेखा शर्मा, प्रो. अनिल मित्तल, प्रो. अनीता यादव, डॉ. हरदीप आनंद, डॉ. अश्विनी मित्तल और डॉ. रीता देवी, श्री प्रशांत व निखिल अग्रवाल व अजय मौजूद रहे।

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