कब तक कश्मीरी पंडितों को मरवाती रहेगी सरकार – नवीन जयहिंद कश्मीरी पंडितों को AK -47 क्यो नही देना चाहती सरकार – जयहिंद बंटी शर्मा रोहतक – कश्मीर में आतंकवादियो द्वारा आए दिन कश्मीरी पंडितो की हत्याएं की जा रही हैं दक्षिणी कश्मीर में एक बार फिर कश्मीरी पंडितों की टारगेट किलिंग का मामला सामने आया हैं आतंकवादियो ने शोपिया में सेब के बागान में काम कर रहे दो भाईयो को गोली मार दी जिसमे एक की मौत हो गई और दूसरा घायल हो गया गोली लगने से मरने वाले कश्मीरी पंडित की पहचान सुनील भट्ट के रूप में हुई हैं इससे पहले भी 2 जून को आतंकवादीयो ने 2 मजदूरों की गोली मार कर हत्या कर दी थी वही बैंक में काम कर रहे विजय कुमार की भी गोली मार कर हत्या कर दी थी इसके साथ ही 31 मई को सरकारी स्कूल की टीचर रजनी को गोली मारकर हत्या करने के साथ ही 25 मई को आर्टिस्ट आमरीन भट्ट को गोली मार कर मार डाला था इससे पहले इसी साल आतंकवादियो ने कई कश्मीरियो को टारगेट करके मौत के घाट उतार चुके हैं कश्मीर में कश्मीरी पंडितो की हर रोज की जा रही टारगेट किलिंग पर क्रांतिकारी नवीन जयहिंद ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की जयहिंद ने कहा कि हर रोज कश्मीर में मारे जा रहे कश्मीरी पंडितों की हत्या सरकार की नाक़ामियाँ हैं जिसके कारण कश्मीर में आतंकवादियो द्वारा कश्मीरी पंडितो की टारगेट हत्या की जा रही हैं ओर हजारो कश्मीरी पण्डित कश्मीर से पलायन कर चुके हैं इतने सालों से कश्मीर के हालात दयनीय हैं सरकार को कश्मीरी पंडितो की सुरक्षा के लिए AK -47 देना न्यायसंगत हैं ताकि वे अपनी सुरक्षा स्वयं कर सके जयहिंद ने गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि सरकार बताए आखिर कब तक कश्मीरी पंडित आतंकवादियो की गोली का शिकार होते रहेंगे और अखबार की सुर्खियां बनते रहेंगे सरकार कश्मीरी पंडितो को सुरक्षा मुहैया करवाने में क्यो असफल हो रही हैं कोई भी आतंकवादी पाकिस्तान से आता हैं और गोली मार कर चला जाता हैं जयहिंद ने कहा कि सरकार द्वारा धारा 370 इसी लिए हटाई गई ताकि कश्मीर में अमन चैन हो सभी विस्थापित कश्मीरी पंडित दोबारा अपने घरों में आकर रहे लेकिन अब तक हजारो कश्मीरी पण्डित पलायन करने के साथ स्वयं को सुरक्षा मुहैया करवाने के लिए पिछले 3 महीने से धरने पर बैठे हैं जिनका अब मासिक वेतन भी नही दिया जा रहा हैं जिनके परिवार की रोटियां के लाले पड़े हुए हैं गौर करने योग्य बात हैं धारा 370 हटने के बाद ही आतकवादियो द्वारा कश्मीरी पंडितो की टारगेट करके हत्या की गई हैं और अब तक सैकड़ो के करीब हत्याएं हो चुकी हैं जिससे कश्मीरी पंडितो में भय का माहौल बना हुआ हैं और कश्मीर से पलायन करने को मजबूर हैं इसी साल मई जून में सबसे ज्यादा टारगेट किलिंग के मामले सामने आए 7 मई से 3 जून के बीच 9 लोगो की हत्या की गई सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 2022 में टारगेट किलिंग के लगभग 16 मामले सामने आए हैं Post navigation अमृत महोत्सव के बीच और बाद क्या ? भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने की शहीद सुरेंद्र सिंह जी की मूर्ति की स्थापना