स्वास्थ्य विभाग की मरीजों के द्वार तक पहुँच एक अनूठी सोच व बेहतर परिणाम भिवानी , 29 जुलाई । जिला भिवानी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रघुवीर शांडिल्य के मार्गदर्शन व पहल की निरंतरता से नैशनल अर्बन हेल्थ मिशन के दिशा निर्देशन में भिवानी में 4 जुलाई को हनुमान जोहडी मन्दिर , 6 जुलाई को सेवा नगर जोगियान धर्मशाला , 8 जुलाई को शिव मन्दिर नई बस्ती , आज 14 जुलाई को राजीव कॉलोनी में , 15 जुलाई को लाजपत नगर में व 29 जुलाई को इस माह का छठा कैम्प चेजारो की धर्मशाला ढहाना रोड पीएचसी के अधीन आयोजित हुआ जिसमें 83 मरीज बारी बारी इत्मीनान से देखे गये . डॉक्टर वंदना पूनिया की अगुवाई में , सुधीर कुमार फार्मेसी अफसर , मंजू लैब तकनीशियन , ललिता एएनम व डॉ संदीप लाठर का सक्रीय रूप से सहयोग रहा. डॉ वंदना पूनिया महिला रोग विशेषज्ञ , डॉ संदीप लाठर बच्चों के विशेषज्ञ यूपीएचसी के स्टाफ के सहयोग से विभिन्न मरीजों को देखा व इलाज दिया. हरियाणा सरकार व स्वास्थ्य विभाग की मरीजों के द्वार तक यह पहुँच एक अनूठी सोच है व इसके बेहतर परिणाम हैं . स्पेशलिस्ट चिकित्सकों द्वारा आउटरीच कैम्प स्लम बस्ती क्षेत्र में लगाया जाता है । डॉ वंदना पूनिया महिला रोग विशेषज्ञा ने बताया कि कैम्प में सभी प्रकार के टीके मुफ्त उपलब्ध करवाए गये जिसमें एमआर , पोलियो , डीपी , टीडी , टीटी , पेंटावेलेंट , रुबीला , नीमोनिया मुख्य रूप से शामिल है व 85 मरीजों को जिसमें , पुरुष , महिला व बच्चों की जाँच , उपचार व स्वस्थ जीवन की सलाह दी गई। चिकित्सक डॉ संदीप लाठर ने सभी बच्चों की बेह्तरीन जांच की । दोनों चिकित्सकों ने बताया कि हरियाणा स्वास्थ्य विभाग की य़ह एक बेह्तरीन सोच है । साथ ही उसके स्वस्थ समाज के निर्माण हेतु उत्कृष्ट परिणाम हैं। पेशे की पवित्रता व ग्रामीण क्षेत्रों में सेवा को वरीयता देते हुए डॉ वंदना पूनिया महिला रोग विशेषज्ञ ने कहा कि अति पिछड़े क्षेत्रों जैसे झुग्गियों की स्लम आबादी में चिकित्सा कैम्प का आयोजन किया जाना आदर व स्वागत योग्य है। डॉ वंदना ने बताया कि कैम्प में स्टाफ ने मनोयोग से कार्य किया व जो सराहनीय है। गत वर्ष के आईएमए राज्य प्रधान डॉ करन पूनिया ने कहा कि अनेकों व्याधि से ग्रस्त मरीज देखे जाते है व अनेक दवाइयाँ दी जाती हैं तथा उचित सलाह प्रदान की जाती है . सभी कुछ निशुल्क । डॉ वंदना ने बताया कि मुख्य रूप से इन सभी कैम्प में खून की कमी से ग्रसित मरीज देखे गये एवं उन्हें आयरन फोलिक एसिड दवा के साथ साथ पौष्टिक भोजन व पौष्टिक तत्वों वाले भोजन की जानकारी दी गई । मास्क प्रयोग , साबुन से हाथ धोने के बारे मे सलाह-मशविरा दिया गया I मंकीपॉक कीटाणु के बारे मे बताया गया । इस तरह एक अत्यंत सफल व लाभकारी कैम्प का आयोजन किया गया । Post navigation साल भर की विकास गतिविधियां बाढ़ जोखिम कम कर सकती है उत्सव, पर्व, समारोह है, ये हरियाली तीज