चंडीगढ़ , 26 जुलाई – हरियाणा संस्कृत अकादमी संस्कृत भाषा के प्रचार- प्रसार के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए हरियाणा संस्कृत अकादमी द्वारा अनेक प्रकार के साहित्यिक कार्यक्रम प्रदेश के व देश के विभिन्न स्थानों पर प्राय: ऑनलाइन व ऑफलाइन आयोजित किए जाते हैं।  हरियाणा संस्कृत अकादमी द्वारा विश्व स्तरीय संस्कृत गीत गायन प्रतियोगिता व अंतरराष्ट्रीय  संस्कृत बाल प्रतियोगिता का आयोजन ऑनलाइन (फेसबुक) के माध्यम से किया गया था। जिसका परिणाम दिनांक 25 जुलाई, 2022 को मूर्धन्य संस्कृत विद्वानों  द्वारा तैयार किया गया है। यह जानकारी हरियाणा संस्कृत अकादमी के निदेशक डॉ. दिनेश शास्त्री ने दी ।  

उन्होंने बताया इस प्रतियोगिता में विभिन्न प्रदेशों से अनेक प्रतिभागियों ने सहभागिता की थी। विश्व स्तरीय संस्कृत गीत गायन  प्रतियोगिता में पूजा पाण्डेय, करनाल ने सर्वाधिक अंक लेकर  प्रथम स्थान प्राप्त किया वहीं शुभांगी तिवारी, महाराष्ट्र ने दूसरा स्थान प्राप्त किया तथा प्रतिभा आर्या , झज्जर हरियाणा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। हरियाणा संस्कृत अकादमी द्वारा आयोजित की गई अंतरराष्ट्रीय  संस्कृत  बाल प्रतियोगिता में मीरा सिंह , फरीदाबाद ने प्रथम स्थान प्राप्त किया वहीं शुभांग झुनझुनवाला, दिल्ली ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया तथा कर्नाटक से वी अनुराग ने तृतीय स्थान प्राप्त किया है। वैसे तो सभी प्रतिभागियों के द्वारा  बहुत ही शानदार प्रस्तुति दी गई थी।  

उन्होंने बताया कि हरियाणा संस्कृत अकादमी द्वारा संस्कृत गायन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी को 3100/- रुपये की धनराशि तथा द्वितीय  स्थान प्राप्त करने वाले को 2500/- रुपये की धनराशि एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने  को 2100/- रुपये की धनराशि पारितोषिक स्वरूप दी जाएगी, वहीं अंतरराष्ट्रीय संस्कृत बाल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी को 2100 रुपये की धनराशि तथा द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी को 1500 तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागी को 1100 रुपये की धनराशि अकादमी द्वारा दी जाएगी। इन दोनों प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को अकादमी द्वारा  (500 – 500 रुपये ) की धनराशि प्रतिभागी के खाते में भेजी जाएगी । उपर्युक्त दोनों प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को अकादमी द्वारा ऑनलाइन प्रमाण – पत्र भी भेजे जाएंगे। 

अकादमी के निदेशक  शास्त्री जी ने बताया की हरियाणा संस्कृत अकादमी संस्कृत भाषा के प्रचार- प्रसार के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और शीघ्र ही इसका प्रभाव भारत में ही नहीं अपितु विश्व स्तर पर दिखाई पड़ेगा।

error: Content is protected !!