किरण चौधरी ने इस बार तथ्यात्मक एवं सलीके से अपना पक्ष रखा है

भिवानी – कांग्रेस की वरिष्ठ नेता किरण चौधरी ने हरियाणा से राज्यसभा चुनाव में हार को लेकर पार्टी महासचिव अजय माकन की एक टिप्पणी को ‘महामूर्खता’ करार देते हुए बुधवार को कहा कि माकन एक गहरे षड्यंत्र का ‘मोहरा’ हैं तथा उनकी हार की पटकथा उसी दिन लिख दी गई थी जिस दिन कार्तिकेय शर्मा निर्दलीय उम्मीदवार बने थे.

साथ ही चौधरी ने यह भी कहा कि जब दीपेंद्र हुड्डा राज्यसभा चुनाव लड़े तो भारतीय जनता पार्टी ने उम्मीदवार खड़ा क्यों नहीं किया और कोई ‘स्याही कांड’ क्यों नहीं हुआ?

माकन के बयान पर किरण चौधरी ने बुधवार को कहा, ‘ माकन ने महामूर्खता वाली और बचकानी बात कही है. ये स्पष्ट नजर आता है कि उन्हें सिखाकर भेजा जा रहा है. उन्हे यही समझ नहीं आ रहा, जिन्होंने उनके खिलाफ साजिश की है, उन्हीं का वह मुखपत्र बन रहे हैं. वरिष्ठ नेता होने के नाते अच्छा होता कि वह ये बात पार्टी के मंच पर उठाते.’

उन्होंने कहा, ‘हरियाणा में यह कोई पहली बार नहीं, बल्कि तीसरी बार षड्यंत्र हुआ है. ये षड्यंत्र कौन करता है, यह सबको मालूम है. यह सिलसिला 2004 चला आ रहा है. 2004 के राज्यसभा चुनाव में एक वोट रद्द करवाकर मुझे हरवाया गया था. मेरी याचिका आज भी हाई कोर्ट में लंबित है. आज तक मुझे पता नहीं चला कि वो किसका वोट था जो रद्द हुआ. इसी तरह 2016 में ‘स्याही कांड’ हुआ. पेन ही बदल दिया गया. कांग्रेस उम्मीदवार आरके आनंद हर जगह फिर लिए, अभी तक पता नहीं चला कि यह सब किसने किया था.’

उन्होंने सवाल किया, ‘जब तक याचिका के जरिये अदालत आदेश नहीं करे तब तक आप वोट का पता नहीं कर सकते. अगर ऐसा होता तो हमने अब तक 2004 और 2016 के वोट का पता लगा लिया होता. फिर इन लोगों को कैसे पता चला?’

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