29 जुलाई को होगा नगर परिषद के वाइस चेयरर्मन का चुनाव, पार्षदों को सरकार के संकेत का इंतजार, चेयरपर्सन के प्रतिनिधि पार्षद की रहेगी महत्वपूर्ण भूमिका ईश्वर धामु भिवानी नगर परिषद को 29 जुलाई को वाईस चेयरमैन मिल जायेगा। वाईस चेयरमैन पद के लिए पार्षदों की सरगर्मी बढऩे लगी है। इस दौड़ में शामिल पार्षदों को सरकार के संकेत का भी इंतजार है। अभी वाईस चेयरमैन के लिए कोई भी पार्षद सीधे रूप से सक्रिय नहीं हुआ है। लेकिन वाईस चेयरमैन पद के लिए निर्विरोध चुने गये पार्षद विनोद चावला, सुमिता बजाज, प्रदीप कौशिक, सतेन्द्र मोर सीधे रूप से दावेदार हैं। इनके अलावा पार्षद विनोद कुमार भी अपनी दावेदारी जता रहे हैं। वहीं लगातार सातवीं बार पार्षद बने गोविन्द राम शर्मा उर्फ बिल्लू बादशाह भी मौका मिलते ही अपनी वरिष्ठता और उम्र की बात कह कर पार्षदों से भावनात्मक अपील कर रहे हैं। चर्चाकारों का कहना है कि वाईस चेयरमैन पद के लिए अभी तक भाजपा में कोई सक्रियता नहीं है। इसलिए हार का रिस्क न लेने वाले दावेदार पार्टी के संकेतों का इंतजार कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि भाजपा सरकार वाईस चेयरमैन के लिए किसी पंजाबी पार्षद का नाम सुझा सकती है। क्योंकि नगर परिषद चुनाव में टिकट को लेकर पंजाबी वर्ग भाजपा से किनारा कर गया था। जबकि पंजाबी वोट को भाजपा का परम्परागत वोट बैंक माना जाता है। पंजाबी वर्ग का टिकट को लेकर पार्टी का विरोध भाजपा प्रत्याश की हार का एक बड़ा कारण भी बना। क्योंकि भाजपा के विरोध के कारण भाजपा प्रत्याशी का चुनाव उठ नहीं पाया। हालांकि भाजपा ने डेमेज कंट्रोल के लिये पूरे प्रयास किये थे। लेकिन भाजपा के सभी प्रयास निष्फल रहे। भाजपा ने पंजाबी मतदाताओं को रिझाने के लिए प्रदेश स्तरीय पंजाबी नेताओं को भिवानी भी भेजा लेकिन पंजाबी मतदाताओं पर उनकी अपील बेअसर रही। इसलिए अब संभावना व्यक्त की जा रही है कि भाजपा नगर परिषद के वाईस चेयरमैन का पद पंजाबी पार्षद को दिलवा सकती है। इस चुनाव में नगर परिषद की चेयरपर्सन श्रीमती प्रीति भवानी सिंह के पार्षद पति की प्रभावी भूमिका रहेगी। जीत हार में चेयरपर्सन प्रतिनिधि भवानी प्रताप सिंह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। वाईस चेयरमैन के चुनाव में भाजपा विधायक घनश्याम सर्राफ भी प्रभावी रहेंगे। क्योंकि पार्षदों के चुनाव में उन्होंने अपनी पार्टी के खिलाफ जाकर निर्दलीय प्रत्याशी को चेयरपर्सन बनवाया था। उन्होंने इस तरह अपनी राजनैतिक ताकत भाजपा आलाकमान को दिखा दी थी। लेकिन बताया यह जा रहा है कि विधायक सर्राफ उसी प्रत्याशी की मदद करेंगे, जिसका संकेत पार्टी की तरफ से होगा। Post navigation खेतों में करंट से मरते किसान, क्या हो समाधान? सैकेण्डरी/सीनियर सैकेण्डरी (शैक्षिक/मुक्त विद्यालय) एक दिवसीय परीक्षा 31 जुलाई को संचालित होगी।