पण्डित लखमीचन्द की जयंती पर सरकारी अवकाश व जयंती सरकार द्वारा प्रदेश स्तर पर मनाई जाए।रोहतक के गाँव मसूदपुर में सूर्यकवि पण्डित लखमीचन्द की 122वी जयंती पर किया नमन। कलानौर। कस्बा के गाँव मसूदपुर में शुक्रवार को सूर्यकवि पण्डित लखमीचन्द की 122वीं जयंती बड़े धूमधाम से मनाई गई।सूर्यकवि पं लखमीचन्द विचार मंच के सदस्य नवीन शर्मा ने बताया कि पण्डित जी का जन्म 15जुलाई,1903 को सोनीपत के जाटीकलां गाँव में हुआ था।पण्डित जी अनपढ़ थे परन्तु सरस्वती की उनपर विशेष कृपा थी।इसी वजह से उन्होंने बहुत सारे सांग,साहित्य की रचना की।उनको हरियाणा का शेक्सपियर भी किया जाता है।नवीन शर्मा ने बताया कि वर्तमान सरकार ने पण्डित जी को मान सम्मान देने का काम किया है परन्तु अबतक उनके साथ सौतेला व्यवहार होता रहा है। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार ने वर्ष2017 में अटेरना गांव में 52 एकड़ जमीन पर सूर्यकवि पण्डित लखमीचन्द के नाम पर विश्विद्यालय बनाने की घोषणा की थी,परन्तु वो घोषणा अबतक अधर में लटकी हुई है।मंच के सदस्यों ने हरियाणा सरकार से अपील की है कि जल्द से जल्द उस जमीन का अधिग्रहण करके उस पर विश्विद्यालय बनाने का काम करे।जिससे कि हमारी हरियाणवी संस्कृति का प्रचार प्रसार हो सके और पण्डित जी को सच्ची श्रधांजलि मिल सके। उन्होंने हरियाणा सरकार से पण्डित लखमीचन्द की जयंती पर सरकारी अवकाश घोषित करने की मांग की है और साथ के साथ उनकी जयंती सरकार द्वारा प्रदेश स्तर पर मनाने की मांग रखी है।इस मौके पर नवीन शर्मा,पूर्व सरपंच भगवतदयाल ,पूर्व सरपंच नवरत्न, श्यामलाल ,सतीश शास्त्री, प्रदीप कुमार,रामनिवास नम्बरदार,चाँद शर्मा,सुमित शर्मा, Post navigation सुंदर, स्वच्छ और जीने योग्य नगर बनाने के संकल्प को साकार करेगी छोटी सरकार :धनखड़ एक साल में महिला पंचायत के माध्यम से 10 लाख महिलाओं को जोड़ेंगे : अनु कादयान