पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य के साथ अगले सप्ताह से शुरू होगा पौधागिरी अभियान, विद्यार्थियों के सहयोग से 1 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य
विद्यालयों को वन विभाग की नर्सरियों से उपलब्ध करवाए जाएंगे पौधे, पौधारोपण के लिए मियावाकी विधि से जुड़ने के लिए उपायुक्त ने किया प्रेरित

गुरूग्राम, 15 जुलाई। गुरूग्राम जिला में प्राकृतिक सुंदरता को निखारने तथा वातावरण को स्वच्छ व निर्मल बनाने के लिए जिला के राजकीय विद्यालयों में अगले सप्ताह से पौधागिरी अभियान की शुरूआत की जा रही है। इस मुहिम के तहत जिला में स्कूली विद्यार्थियों को 1 लाख पौधे वितरित करते हुए पौधारोपण अभियान चलाया जाएगा। इसे लेकर जिला प्रशासन द्वारा कार्ययोजना बनाते हुए काम शुरू कर दिया गया है।

विद्यालयों मे विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार उपलब्ध करवाए जाएं पौधे-उपायुक्त

पौधागिरी अभियान को लेकर आज गुरूग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने अपने कार्यालय में संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए उन्हें आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि जिला में पहली कक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक के 573 राजकीय विद्यालय हैं जिनमें लगभग एक लाख 40 हजार विद्यार्थी शिक्षारत हैं। उपायुक्त ने कहा कि मानूसन का समय पौधारोपण के लिए सबसे उपयुक्त समय है। ऐसे में इस अभियान से तहत जिला के सभी राजकीय विद्यालयों में कक्षा छठी से 12वी तक के विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार उन्हें वन विभाग द्वारा पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे ताकि बच्चे पौधारोपण करें और पर्यावरण संरक्षण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएँ। उन्होंने बैठक में उपस्थित शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे विद्यालयों तथा वहां अध्यापन कर रहे बच्चों की सूची वन विभाग को उपलब्ध करवाऐं ताकि उन्हें आवश्यकता अनुरूप पौधे उपलब्ध करवाए जा सके।

इस वर्ष वन विभाग लगाएगा साढ़े चार लाख पौधे, अब तक वितरित किए डेढ़ लाख

बैठक में उपस्थित मंडल वन अधिकारी राजीव तेजयान ने बताया कि जिला में वर्तमान में वन विभाग की 6 नर्सरी हैं जोकि सेक्टर-38 , सेक्टर-52,गढ़ी नत्थेखां,सोहना के रायपुर, हेलीमंडी तथा गुरूग्राम रेंज में हैं। इन नर्सरियों में विभिन्न प्रजातियों के पौधे तैयार किए गए हैं जिनके वितरण का कार्य भी शुरू हो चुका है। उन्होंने बताया कि गुरूग्राम में वन मंडल की तीन रेंज है जोकि गुरूग्राम, सोहना व हेलीमंडी में है। जिला में ग्राम पंचायतों , सरकारी संस्थाओं सहित अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं को भी आवश्यकता अनुरूप पौधे उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। श्री तेजयान ने बताया कि जिला में वन विभाग द्वारा नियमित तौर पर पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है। वन विभाग द्वारा इस वर्ष साढ़े चार लाख पौधे लगाए जाने का लक्ष्य रखा गया है जिसमें से करीब डेढ़ लाख पौधे वितरित किए जा चुके हैं। इसी प्रकार, जिला में अमृत सरोवर योजना के तहत 100 तालाबों के किनारों पर भी पौधारोपण अभियान चलाया जा रहा है। प्रत्येक तालाब पर 10-10 पौधे लगाए जा रहे हैं जिनमें पीपल, इमली तथा पिलखन आदि के पौधे शामिल हैं।

विद्यालयों को वन विभाग की नर्सरियों से उपलबध करवाए जाएंगे पौधे, पौधारोपण के लिए मियावाकी विधि से जुड़ने के लिए उपायुक्त ने किया प्रेरित

उपायुक्त ने कहा कि विद्यालयों को नर्सरी अनुसार क्षेत्र आवंटित करते हुए पौधे उपलब्ध करवाए जाएं। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि जिन विद्यालयों में पौधारोपण के लिए पर्याप्त स्थान है, वहां पर विद्यालय परिसर में पौधागिरी अभियान चलाते हुए पौधारोपण करवाएं। अगले सप्ताह वह स्वयं भी विद्यालय में जाकर इस अभियान से जुड़ने के लिए बच्चों को प्रेरित करेंगे। उन्होंने वनीकरण विधि मियावाकी का उल्लेख करते हुए कहा कि इसमें पौधे कम दूरी में लगाए जा सकते हैं। इस विधि से पौधे सूर्य का प्रकाश प्राप्त कर ऊपर की ओर बढ़ते हैं। इस पद्धति के अनुसार पौधों की तीन प्रजातियों की सूची तैयार की जाती है।

अगले सप्ताह शुरू होगा पौधागिरी अभियान, विभिन्न प्रजातियों के लगाए जाएंगे पौधे-उपायुक्त

पौधागिरी अभियान के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उपायुक्त ने बताया कि पौधागिरी अभियान के तहत स्कूली बच्चों को भी पौधा लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा और छ्ठी कक्षा से बाहरवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को पौधे वितरित किए जाएँगे। अगले सप्ताह इस अभियान की विधिवत् शुरूआत की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिला की सभी पंचायत और आरडब्लयूए को इस अभियान से जोड़ना शुरू किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि मानसून के दौरान लगने वाले पौधों में तुलसी , गिलोए, नीम , अमरूद, शीशम , बरगद , जामुन , चंपा , गुलमोहर , अर्जुन, पापड़ी, एलोवेरा, पीपल, अशोक आदि के पौधे शामिल है। श्री यादव ने कहा कि एक स्वच्छ पर्यावरण, स्वस्थ जीवन जीने के लिए अति आवश्यक है। यह हमारा नैतिक कर्तव्य है कि हम अपने पर्यावरण की रक्षा करें और इसे स्वस्थ रखें क्योंकि हम भी तभी स्वस्थ रह सकते हैं जब पर्यावरण स्वस्थ होगा, तो इसलिए एक बेहतर पर्यावरण का निर्माण करें और एक स्वस्थ वातावरण में रहे।

ये रहे उपस्थित-

इस अवसर पर गुरूग्राम की एसडीएम अंकिता चौधरी, मंडल वन अधिकारी राजीव तेजयान, जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी शशि अहलावत, उप जिला शिक्षा अधिकारी सरोज दहिया सहित कई अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

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