यह बेहद गंभीर मामला है कि गैंगस्टर सरेआम फोन पर जनता द्वारा चुने गए नुमायंदों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है भाजपा सरकार के मंत्री ब्यानवीर बने हुए हैं, इतने दिन बीत जाने पर भी आजतक धमकी देने वालों का सोर्स पता नहीं चल पाया है और न ही प्रदेश की पुलिस कोई ठोस नतीजे पर पहुच पाई है प्रदेश के सभी विधायकों की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए खेदड़ पावर प्लांट की राख के लिए प्रर्दशन कर रहे एक किसान की मौत पर उसके परिवार को एक करोड़ रूपए मुआवजा दिया जाए और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए चंडीगढ़, 11 जुलाई: इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने गैंगस्टरों द्वारा विधायकों को जान से मारने की धमकी देने और उनसे फिरौती मांगने पर कहा कि प्रदेश में भाजपा गठबंधन की सरकार में पुलिस और कानून का डर खत्म हो चुका है और कानून व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो चुकी है। उन्होंने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है कि गैंगस्टर सरेआम फोन पर जनता द्वारा चुने गए नुमायंदों को जान से मारने की धमकी दे रहे हैं और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। ऐसे में आम जनता का क्या हाल होगा इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। भाजपा सरकार के मंत्री ब्यानवीर बने हुए हैं और विधायकों को मिली धमकी के इतने संवेदनशील मामले में गृहमंत्री द्वारा एसटीएफ से जांच करवाने का ब्यान सिर्फ ब्यान देने तक ही सीमित होकर रह गया है। इतने दिन बीत जाने पर भी आजतक धमकी देने वालों का सोर्स पता नहीं चल पाया है और न ही प्रदेश की पुलिस कोई ठोस नतीजे पर पहुच पाई है। प्रदेश के सभी विधायकों की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। सत्ताधारी पार्टी के पूर्व मंत्री के घर में हुई चोरी ने भी भाजपा गठबंधन सरकार की कानून व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। पूरा मामला अंतर्राष्ट्रीय स्तर का है इसलिए मामले की जांच सीबीआई से करवाई जानी चाहिए। प्रदेश में हर रोज लूट, डकैती, हत्या और चोरी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं और प्रदेश की पुलिस सोई हुई है। महिलाओं और अनुसुचित जातियों के खिलाफ भी हर रोज अपराधों में बेतहाशा बढ़ौतरी हो रही है जो बेहद चिंता का विषय है। खेदड़ पावर प्लांट की राख के लिए प्रर्दशन कर रहे एक किसान की मौत ने भाजपा गठबंधन सरकार पर प्रश्र चिन्ह लगा दिया है। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि मृतक किसान के परिवार को एक करोड़ रूपए मुआवजा दिया जाए और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। Post navigation कुलदीप बिश्नोई की कांग्रेस से निजी स्वार्थो की पूर्ति की बगावत सका सिद्धांत नीति से कोई वास्ता नही : विद्रोही कुख्यात लारेंस बिश्नोई गिरोह के 5 शातिर बदमाश चढ़े STF के हत्थे