चंडीगढ़। चंडीगढ़ में हरियाणा के नए विधानसभा भवन के लिए केंद्र सरकार द्वारा भूमि आवंटन करने पर भारतीय जनता पार्टी ने गृहमंत्री अमित शाह का आभार जताया है। भाजपा नेताओं ने इसे प्रदेश के लिए एक एतिहासिक और सुखद फैसला बताया है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डा. वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा है कि वर्तमान विधानसभा भवन में जगह की कमी के कारण आने वाली समस्या नए भवन के निर्माण से समाप्त हो जाएगी। हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने यहां जारी एक विज्ञप्ति में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा जयपुर में इस संबंध में की गई घोषणा का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर क्षेत्रीय परिषद की बैठक के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने हरियाणा के अलग विधानसभा भवन के लिए चंडीगढ़ में भूमि आवंटन की घोषणा कर हरियाणा को एक बड़ा तोहफा दिया है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल और विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता के नेतृत्व में पिछले कई माह से इस संबंध में प्रयास किए जा रहे थे। गृह मंत्री की घोषणा के साथ ही मुख्यमंत्री के प्रयास सफल हुए हैं। इसलिए हरियाणा के मुख्यमंत्री भी बधाई के पात्र हैं। ये श्रेय उनको जाता है। डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि वर्तमान विधानसभा भवन में हरियाणा के पास 90 से अधिक विधायकों के बैठने के लिए स्थान नहीं है। चौहान ने कहा कि प्रतिपक्ष के नेता के लिए बनाया गया कार्यालय भी उनके पद की गरिमा के अनुरूप नहीं है। इसी प्रकार उप मुख्यमंत्री को छोड़कर किसी भी अन्य मंत्री के लिए सत्र के दौरान विधानसभा भवन में कार्यालय हेतु स्थान उपलब्ध नहीं। चौहान ने बताया कि इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष भी अपनी चिंताए की बार प्रकट कर चुके थे। विधानसभा की विभिन्न कमेटियों के अध्यक्ष भी बिना कार्यालय के लिए अपना कार्य कर रहे हैं। 2026 में प्रस्तावित परिसीमन के बाद विधायकों की संख्या लगभग 115 हो सकती है। इस स्थिति को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष और मुख्यमंत्री दोनों ने भवन के निर्माण का मामला गृहमंत्री के समक्ष उठाया था। उपराष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष के समक्ष भी इस संबंध में आवश्यक पैरवी की गई। डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने उम्मीद जताई कि नया विधानसभा भवन 2 वर्ष से कम की अवधि में बनकर तैयार हो, राज्य सरकार इसके लिए पुरजोर प्रयास करेगी। यह भवन अत्याधुनिकता से संपन्न होगा और हाल ही में बने नए विधानसभा भवनों के अध्ययन के उपरांत इसे दूरगामी दृष्टि के साथ तैयार किया जाएगा। इसके लिए संबंधित पक्षों द्वारा मंथन की प्रक्रिया पहले से ही प्रारंभ कर दी गई है। उन्होंने कहा कि सभा की वर्तमान इमारत में हरियाणा का हिस्सा हरियाणा के पास रहेगा और उसका उपयोग भी हरियाणा विधानसभा की विभिन्न गतिविधियों के लिए किया जाता रहेगा। Post navigation उत्तर क्षेत्रीय परिषद की बैठक में मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने पुरज़ोर तरीके से उठाए हरियाणा के मुद्दे हरियाणा के अतिरिक्त विधानसभा भवन के लिए चंडीगढ़ में दी जाएगी जमीन: गृहमंत्री