इस कटु सत्य को दूसरे प्रदेशों के BJP सांसद भी स्वीकार कर चिंता व्यक्त कर रहे – दीपेन्द्र हुड्डा इस संबंध में हरियाणा सरकार ने मेरी बात तो नहीं मानी, कम से कम अपने सांसद वरुण गाँधी की बात तो माने – दीपेन्द्र हुड्डा हरियाणा में बेरोजगारी बढ़ने का एक बड़ा कारण 3 साल से फौज की भर्ती बंद होना – दीपेन्द्र हुड्डा चंडीगढ़, 4 जुलाई। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में विगत एक महीने में बेरोजगारी दर 6 प्रतिशत बढ़ना भयंकर चिंता का विषय है। इसका एक बड़ा कारण 3 साल से फौज की भर्ती बंद होना है। क्योंकि, भारत की 2 प्रतिशत आबादी वाला हरियाणा देश की सेना को 10% प्रतिशत सैनिक देता है। ये सर्वविदित है कि देश की सेना में हर दसवां सैनिक हरियाणा से है। हरियाणा में रोज़गार बढ़ाने की बजाय एक महीने में 6% की तेज़ गति से बेरोज़गारी बढ़ाने वाली BJP-JJP सरकार के इस कटु सत्य को दूसरे प्रदेशों के BJP सांसद भी स्वीकार कर चिंता व्यक्त कर रहे हैं। लेकिन, प्रदेश के लोगों से झूठ बोलकर वोट लेने वाली सरकार अपनी ही धुन में मगन है। आये दिन बड़े-बड़े घपले घोटालों का पर्दाफाश हो रहा है। भाजपा नेता एक दूसरे पर करोड़ों रुपया डकारने का आरोप लगा रहे हैं और मुख्यमंत्री अपने चहेतों को बिना जांच ही क्लीन चिट दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बेरोजगारी की स्थिति बहुत ही भयानक और विस्फोटक होती जा रही है। वे लगातार इस बात को उठाते रहे, लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। अब भाजपा सांसद वरुण गाँधी भी इस बात को कह रहे हैं कि हरियाणा बेरोजगारी दर में देश भर में नंबर 1 है। इस संबंध में हरियाणा सरकार ने मेरी बात तो नहीं मानी, कम से कम अपने सांसद वरुण गाँधी की बात तो माने। सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा में पिछले महीने के मुकाबले बेरोज़गारी दर 6 प्रतिशत की तेज़ गति से बढ़कर 30.6 प्रतिशत पर पहुँच गई जो राष्ट्रीय औसत 7.8% का करीब 4 गुना अधिक है। राष्ट्रीय राजधानी के तीन तरफ़ जो हरियाणा बसता हो, वहाँ देश में में सर्वाधिक ‘रोज़गार दर’ होनी चाहिए न कि ‘बेरोज़गारी दर’। हरियाणा अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण रोजगार का भंडार माना जाता था। यहां दूसरे प्रदेशों के लोग आकर रोजगार करते थे। दीपेन्द्र हुड्डा ने यह भी कहा कि भाजपा सरकार ने युवाओं को हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, जबकि राज्य हो या केंद्र सरकार, हर महकमे में पक्की भर्तियों को ख़त्म किया जा रहा है और ठेका प्रथा लागू की जा रही है। केंद्र और राज्य सरकार के विभिन्न विभागों की नौकरियों में 62 लाख पद रिक्त हैं, जिसमें से अकेले केंद्र सरकार में 26 लाख पद खाली हैं। संसद में उनके सवाल के जवाब में सरकार ने बताया कि अकेले फौज में ही करीब 2 लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हैं और तीन साल से भर्तियां बंद हैं। दीपेन्द्र हुड्डा ने इस बात पर चिंता जताई कि अग्निपथ योजना से हमारे देश की फौज का संख्याबल आधा हो जायेगा। अभी तक हर साल फ़ौज में 60 से 80 हज़ार भर्तियाँ होती थीं, अब अग्निपथ योजना में हर साल 40-50 हज़ार भर्ती होगी, जिसमें से 75% अग्निवीरों को 4 साल बाद निकाल दिया जायेगा। इस हिसाब से अगले 15 साल में हिन्दुस्तान की करीब 14 लाख की फ़ौज घटकर आधे से भी कम रह जायेगी। फौज का संख्याबल घटेगा, तो न केवल देश की सुरक्षा के लिए घातक है अपितु इससे बेरोजगारी और भी बढ़ेगी। Post navigation हरियाणा में बढ़ा आम आदमी पार्टी का कुनबा एचआईवी पीड़ित मरीजों को रेडियोलॉजिकल जांच जैसी स्वास्थ्य सुविधाएं नि:शुल्क प्रदान करने का निर्णय