विदेशी नागरिकों से धोखाधड़ी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़
रैपिड मेट्रो पिल्लर नंबर 34 के पास बनी बिल्डिंग में मिला कॉल सैन्टर
09 लोगों को गिरफ्तार कर 01 लैपटॉप व 09 सीपीयू भी बरामद किये
अपने आपको बताते थे फैडरल पुलिस डिपार्टमेंट का सदस्य
विदेशियों को नेेशनल आइडेंटी नंबर सस्पेंड करने को डराते

फतह सिह उजाला

गुरूग्राम। विदेशी नागरिकों से धोखाधड़ी करने वाले फर्जी कॉल सेंटर का पुुलिस द्वारा भंडाफोड़ किया गया है। इस कॉल सैंटर से 05 महिलाओं व 04 युवकों सहित कुल 09 लोगों को गिरफ्तार कर इनके कब्जा से 01 लैपटॉप व 09 सीपीयू भी बरामद किये गए हैं।Ó 

इस मामले में एसीपी क्राइम प्रीतपाल सांगवान ने जानकारी देते बताया कि 30 जून गुरूवार को पुलिस थाना साईबर अपराध, गुरुग्राम में सूचना मिली कि डीएलएफ फेस -2, गुरुग्राम में रैपिड मेट्रो पिल्लर नंबर 34 के पास बनी बिल्डिंग में एक कॉल सैन्टर चलाया जा रहा है। जिसमें फर्जी तरीके से नेेशनल आइडेंटी नंबर को सस्पेंड करने के नाम पर विदेशी नागरिकों से धोखाधड़ी की जा रही है।

इस सूचना पर एसीपी डीएलएफ गुरूग्राम की देखरेख में थाना साईबर अपराध व थाना डीएलएफ फेस -2, गुरुग्राम की एक विशेष सँयुक्त टीम गठित की गई व इस कॉल सैंटर पर रेड की गई। यहां पाया गया कि कॉल सैंटर का स्टाफ कम्पयुटर के माध्यम से कानों में ईयर फोन लगाकर  डायलर  के माध्यम से अग्रेंजी भाषा में लोगों से बातचीत कर रहे थे। पूछताछ पर वहां पर उपस्थित मुकेश शर्मा कॉल सैंटर का मैनेजर के रूप में कार्य करता मिला, जिससे कॉल संचालन के सम्बंध म डीओटी लाइसेंसं कॉल सैंटर/कंपनी का नाम, रजिस्ट्रैशन, मॉड ऑफ पेमेंट, सोर्स ऑफ कस्मर, सोर्स आफ डेटा, कस्मा एग्रीमेंट इत्यादि रिकार्ड पेश करने के लिए कहा तो वह कोई दस्तावेज पेश नही कर पाया।

वारदात करने का यह है तरीका

पुलिस टीम द्वारा कॉल सैंटर में लगे कंप्यूटर्स/लैपटॉप को चैक करने व वहां पर उपस्थित कॉल सैन्टर के मैनेजर व कर्मचारियों से पूछताछ में कॉल सैन्टर में धोखाधड़ी का काम करने के लिए कॉल सैन्टर के मालिक डेविड के द्वारा वीआईसीआई डायलर पर विदेशी ग्राहको का डाटा डाला जाता है । जिस डाटा का प्रयोग करके कॉल सैंटर में काम करने वाले कर्मचारियो द्वारा विदेशी नागरिकों को डायलर के माध्यम से कॉल करके खुद को फैडरल पुलिस डिपार्टमेंट का सदस्य बताकर नेेशनल आइडेंटी नंबर डीकेएस को सस्पेंड  करने का डर दिखाते हुए विदेशी नागरिकों से धोखाधड़ी से अलग-अलग कंपनियो के गिफ्ट कार्ड खरीदवा लेते है व उन गिफ्ट कार्ड का नंबर लेकर गिफ्ट कार्ड नंबर को व्टसअप के माध्यम से बने हुए ग्रुप में भेज देते है। इस काम के लिए इन लोगों ने अन्य व्टसअप  गु्रप तथा कार्डस के नाम से बनाए हुए है।

पुलिस टीम द्वारा उपरोक्त कॉल सैन्टर के मालिक, मैनेजर/संचालक व कर्मचारियों द्वारा विदेशी नागरिकों से फैडरल पुलिस डिपार्टमेंट का डर दिखाकर धोखाधडी से पैसा ऐंठना पाया जाने पर आरोपियों के खिलाफ धारा 384, 420, 120बी व 66 डी , 75 आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया । मोके से 05 युवतियों तथा 04 युवकों चंकी किचन, हिका असुमी, अटो वेरो व मुकेश शर्मा  (मैनेजर)Ó सहित कुल 09 आरोपियों को नियमानुसार गिरफ्तार किया गया। आरोपियों के कब्जा से वारदात में प्रयोग 01 लैपटॉप व 08 सीपीयू  बरामदÓ किए गए है।

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