चंडीगढ़, 21 जून – पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय, चंडीगढ़ के चिफ जस्टिस, न्यायमूर्ति श्री रविशंकर झा की उपस्थिति में आज पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के परिसर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, 2022 मनाया गया।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को भारत के सर्वोच्च न्यायालय और न्याय विभाग, भारत सरकार से प्राप्त दिशानिर्देशों के अनुसार मनाया गया। न्यायाधीशों, महाधिवक्ता, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के सदस्यों और उच्च न्यायालय के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने पूरे उत्साह के साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया और विभिन्न योगासन करने के अतिरिक्त मेडिटेशन भी किया।

इस अवसर पर बोलते हुए, पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के न्यायाधीश श्री ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह ने प्रतिभागियों को योग के लाभों से अवगत करवाते हुए कहा कि योग प्राचीन भारतीय परंपरा का एक अमूल्य उपहार है। योग शारीरिक विकास और मानसिक रूप से तनाव मुक्त करने के साथ-साथ शक्ति, लचीलापन  प्रतिरक्षा की क्षमता बढ़ाने में भी मदद करता है। चल रही महामारी के वर्तमान परिदृश्य में योग का विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि ऐसे समय में लोग शारीरिक एवं मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। योग मात्र व्यायाम ही नहीं बल्कि खुद को प्रकृति के साथ जोडऩा भी है।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हर वर्ष 21 जून को मनाया जाता है।  इस वर्ष योग दिवस को ‘मानवता के लिए योग’ थीम के साथ दुनिया भर में मनाया जा रहा है ताकि लोगों को यह बताया जा सके कि योग करना शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य के लिए कितना फायदेमंद है।  

error: Content is protected !!