चंडीगढ़, 17 जून- हरियाणा राज्य विजिलेंस ब्यूरो ने पिछले 24 घंटों में 2.62 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए आठ आरोपियों को पकड़ा है जिनमें एक एसडीओ, दो जूनियर इंजीनियर, दो पुलिस अधिकारी, एक ट्यूबवेल हेल्पर और दो निजी व्यक्ति शामिल हैं। इन सभी आरोपियों को करनाल, कुरुक्षेत्र और फरीदाबाद जिलों में अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार किया गया है। विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने आज यहां जानकारी देते हुए बताया कि पहले मामले में निसिंग, करनाल में तैनात यूएचबीवीएन के एसडीओ मनीष लांबा व कनिष्ठ अभियंता पवन कुमार सहित एसडीओ के निजी चालक को 1 लाख रुपये की रिश्वत की राशि के साथ काबू किया गया। इन्होंने निसिंग में किसान के खेतों से बिजली की लाइन हटाने के लिए रिश्वत की मांग की। जब आरोपित अधिकारियों ने किसान से 3.5 लाख रुपए लेने के बाद भी खेतों से बिजली के तार नहीं हटाए तो शिकायतकर्ता किसान ने विजिलेंस ब्यूरो को सूचना दी। शिकायत की जांच के बाद टीम ने रेड कर तीनों को रिश्वत के पैसे के साथ रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। एसआई चौकी प्रभारी व महिला एएसआई ने केस रफा दफा करने की एवज में मांगे थे 60,000 एक अन्य मामले में विजिलेंस ब्यूरो ने कुरुक्षेत्र सेक्टर-7 के चौकी प्रभारी सब-इंस्पेक्टर जयकरण और महिला थाना कुरुक्षेत्र में तैनात महिला एएसआई किरण को केस रफा दफा करने की एवज में 60 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ दबोचा है। शिकायतकर्ता नेहा ने काजल नाम की महिला को घरेलू फर्नीचर बेचा था और जब वह अपने पति के साथ खरीदार के पास गई और पैसे मांगे, तो महिला ने उनके खिलाफ पुलिस में छेड़छाड़ और मारपीट की शिकायत दर्ज करा दी। मामले की जांच एसआई जयकरण और एएसआई किरण को सौंपी गई। दोनों आरोपी अधिकारी मामले का निपटारा कराने के एवज में 60 हजार रुपये की मांग कर रहे थे। फरीदाबाद में जेई व ट्यूबवेल हेल्पर 1 लाख की ले रहे थे घूस एक अन्य मामले में ब्यूरो की टीम ने सुधीर वासदेव की शिकायत पर नगर निगम फरीदाबाद के कनिष्ठ अभियंता कपिल भारद्वाज के साथ ट्यूबवेल हेल्पर योगेश कुमार को 1 लाख रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ा है। आरोपित ट्यूबवेल हेल्पर ने शिकायतकर्ता द्वारा बनाए जा रहे भवन को नहीं गिराने पर कनिष्ठ अभियंता के नाम पर तीन लाख रुपये घूस की मांग की थी। शिकायतकर्ता रिश्वत नहीं देना चाहता था उसने ब्यूरो में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई। सूचना की पुष्टि के बाद एक टीम ने रेड करते हुए दोनों आरोपियों को एक लाख रुपये लेते हुए पकड़ लिया। एक अन्य मामले में, फरीदाबाद से एक विजिलेंस टीम ने शिकायतकर्ता के राशन कार्ड में सुधार करने के एवज में 2,000 रुपये रिश्वत लेते हुए एक निजी व्यक्ति अंकुर सोनी को गिरफ्तार किया। आरोपियों के खिलाफ ब्यूरो के संबंधित थानों में मामला दर्ज किया गया है। आगे की जांच की जा रही है। भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान जारी भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत, ब्यूरो द्वारा इस वर्ष के दौरान अब तक 50000 रुपये से लेकर 5 लाख रुपये तक की रिश्वत लेते हुए कई उच्च पदस्थ अधिकारियों सहित 66 सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों को रंगे हाथों काबू किया गया है। Post navigation सरकार द्वारा बिनौला मिलों पर प्रति वर्ष एक्सपेलर 42 हजार रुपए लगाना उचित नहीं है- बजरंग गर्ग मीडिया वेलबीइंग एसोसिएशन (रजिस्टर्ड) की प्रदेश कार्यकारिणी की महत्वपूर्ण बैठक रविवार यमुनानगर में