सैनिको ने मांगी थीं वन रैंक वन पेंशन और दे दी नो रैंक नो पेंशन, ये है बीजेपी का अमृतकाल : सुनीता वर्मा

ये कैसी स्कीम? पढ़ने की उम्र में पढ़ाई छोड़कर नौकरी करो और नौकरी की उम्र में नौकरी छोड़ कर बेरोजगार बन घर बैठो। और कुछ कट्टप्पा सरीखे अंधभक्त इसे भी अपने मालिक का मास्टरस्ट्रोक बता रहे हैं?

पटौदी, 15/6/2022 :- ‘अब देश की आर्मी में भी संविदा भर्ती आ गई है, गांव – देहात के गरीब बच्चों का मानसिक शोषण होगा क्योंकि उनका भविष्य इस अग्निपथ से होकर गुजरेगा। इसलिए इससे बड़ा काला कानून नही हो सकता, गांव देहात के युवाओं के साथ बहुत बड़ा धोखा है ये, पहले सेना की पेंशन खत्म ओर अब सेना में भर्ती की समय सीमा केवल 4 साल। ये युवाओं के साथ अन्याय है।’ उक्त बातें महिला कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री सुनिता वर्मा ने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में कही। उन्होनें कहा कि आर्मी जैसे संवेदनशील फोर्स में संविदा व्यवस्था बिल्कुल भी न्यायोचित नहीं है। भर्ती 4 साल होने की वजह से सेना मे भ्रष्टाचार को भी बढ़ावा मिल सकता है और देश की सुरक्षा संबंधी जानकारी लीक होने की भी संभावना बनी रहेगी जो की देश हित मे नही है।

महिला कांग्रेस नेत्री ने कहा कि पहले फौज मे भर्ती होने पर शादी हो जाती थी परंतु अब शायद ऐसा न हो क्योंकि चार साल बाद वापिस बेरोजगार होने का खतरा जो है। शायद बीजेपी सरकार की यही देश और देशवासियों के लिए अमृतकाल योजना है।

वर्मा ने केंद्रीय रक्षा मंत्री द्वारा जारी की गई अग्निपथ योजना पर बोलते हुए कहा कि वैश्विक महामारी की वजह से दो वर्षों से रद्द पड़ी इन भर्तियों के कारण जिनकी उम्र 21 वर्ष से ज्यादा हों गई वो अब क्या करेंगें? अथवा जिन्होनें फौज में भर्ती होनें के लिए आवेदन किया हुआ है और परिणाम की इन्तजार में बैठे हैं उनका अब क्या होगा? उन्होनें रक्षा मंत्री से सवाल करते हुए कहा कि अग्निपथ का प्रथम पड़ाव पार करने के 4 साल बाद बचे इन 75 फीसदी अग्निवीरों का आगे क्या होगा, ये एक यक्ष प्रश्न है। क्या एक अलग तरह के बेरोजगार युवाओं का आक्रोशित संगठन तैयार होने वाला है? ये बहुत नाजुक मामला है।

कांग्रेस नेत्री ने कहा कि इन जुम्लेबाजों ने देश के युवाओं को जैसे 8 साल पहले प्रति वर्ष 2 करोड़ मतलब इन आठ वर्षों में 16 करोड़ नौकरियों का जो झांसा दिया था, वैसे ही अब 10 लाख सरकारी नौकरियों की बारी है। उन्होनें प्रेस को जारी पत्र में कहा कि ये नेता खुद तो ये एक बार मे 5 साल तक अपनी नौकरी फिक्स कर लेते है, उसके बाद पूरे जीवनभर मौज करते हैं और जनता के लिए सिर्फ 4 साल की योजनायें लाते हैं। उन्होनें कहा कि ठीक ऐसे ही जनता को भी अपना वोट वापसी का अधिकार मिलना चाहिए, ताकी इन चुनें हुए नेताओं की समीक्षा भी हो सके।

महिला कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री ने कहा कि सरकार की नौकरियां खत्म करने के पीछे गहरी साजिश है, इन युवाओं को सैनिक प्रशिक्षण दिला कर और चार साल बाद उनके अन्य सभी विकल्प खत्म करके उन्हें आरआरएस की शाखा में भर्ती होनें को मजबुर किया जायेगा और इस तरहं से ये देश में अपनी एक प्रशिक्षित सेना खड़ी कर लेंगें। उन्होनें कहा की अगर ऐसा नही है तो फिर ये 4 वर्ष बाद इन्हें जिला व्हाट्सेप प्रभारी और जिला फेसबुक प्रभारी बनने का सुनहरा मौका प्रदान करेगी, जिसे शायद युवाओं को ये बताना भूल गई।

वर्मा ने बीजेपी सरकार को चेतावनी के लहजे में कहा की देश का युवा इस अन्याय को सहन नही करेगा और वो इस तानाशाही सरकार को उखाड़ फैंकेगा, क्योंकि वो चाहता है कि उसे भले ही वेतन कम दे दिजियेगा लेकिन उसे सेना की वर्दी पूरे जीवन के लिए चाहिए। युवाओं के आक्रोश के आगे इस योजना का भी वही हाल होगा जो हश्र उज्ज्वला योजना व आयुष्मान योजना का हुआ है।

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