मोरनी में एडवेंचर को  बढ़ावा देने के लिए मिल्खा सिंह एडवेंचर क्लब की स्थापना.  
दक्षिणी हरियाणा में भी ट्रैकिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार कर रही है कार्य.
एडवेंचर स्पोर्ट्स के ज़रिए हरियाणा में पर्यटन बढ़ाना लक्ष्य.
युवाओं को ट्रेनिंग देकर एडवेंचर स्पोर्ट्स के व्यवसाय में लाएंगे

चंडीगढ़, 14 जून –  हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश में एडवेंचर को भी सामान्य खेल की तर्ज पर आगे बढाने के लिए जो भी इन्फ्रास्ट्रकचर की आवश्यकता होगी, उसे पूरा किया जाएगा ताकि हमारे युवा अन्य खेलों  की तरह एडवेंचर खेलों में भी अपनी धमक दिखा  सकें। इसके साथ ही एडवेंचर स्पोर्ट्स के ज़रिए हरियाणा में पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री आज यहां स्कूल शिक्षा विभाग एवं एडवेंचर क्लब द्वारा आयोजित स्कूली विद्यार्थियों के पर्वतारोहण दल को रवाना करते समय बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हरियाणा के गांवों के जीवन में एडवेंचर रचा बसा है। इसलिए युवाओं को ट्रेनिंग देकर एडवेंचर स्पोर्ट्स के व्यवसाय में लाया जाएगा। उन्होंने कहा कि 1000 युवाओं को एडवेंचर प्रशिक्षण देकर काबिल बनाया जाएगा।

मिल्खा सिंह क्लब की स्थापना
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में एडवेंचर गतिविधियों को बढावा देने के लिए मोरनी में सरदार मिल्ख सिंह क्लब की स्थापना की गई है जिससे इस क्षेत्र में कई गतिविधियां संचालित की जा रही है। इसके अलावा युवाओं के लिए अरावली की पहाड़ियों में भी ट्रेकिंग के रास्तों की तलाश की जा रही है ताकि दक्षिण हरियाणा में भी एडवेंचर स्ट्रक्चर बढाया जा सके।  युवा पीढी देश का भविष्य है और युवाओं को स्पोर्टस स्किल में आगे बढाना सरकार का दायित्व है ताकि वे देश के अच्छे नागरिक बन सकें। उन्होंने कहा कि सरकार युवाओं की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए ऐसे कार्यक्रम लेकर आ रही है जिससे वे आत्मनिर्भर और स्वावलम्बी बन कर देश को प्रगति की ओर लेकर जा सके।  

सेवा, सुरक्षा और स्पोर्ट्स में नंबर वन हरियाणा
मुख्यमंत्री ने कहा कि सेवा, सुरक्षा और स्पोर्टस में हरियाणा नम्बर वन पर है। देश की दो फ़ीसदी आबादी के बाद भी हरियाणा के युवाओं ने 19 फ़ीसदी से अधिक गोल्ड मेडल जीते है। हरियाणा खेलों में देश की राजधानी है। इसका परिणाम खेलो इंडिया में देखने को मिला है और हरियाणा देशभर में प्रथम स्थान पर रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के साथ युवा खेल एवं अन्य गतिविधियों में भी भाग ले रहे हैं। वर्तमान समय में खेलने कूदने वाले भी नवाब बन रहे है और किसी से पीछे नहीं रह रहे हैं ।

स्कूली विद्यार्थियों के लिए पर्वतारोहण अनूठी योजना
प्रदेश के स्कूली विद्यार्थियों के लिए पर्वतारोहण की एक अनूठी योजना चलाई है। इसके तहत जो विद्यार्थी पहाड़ों की सबसे ऊंची 10 चोटियों में से किसी एक की चढाई करने पर 5 लाख रुपए की राशि पुरस्कार के रूप में प्रदान की जाती है। उन्होंने कहा कि सभी पर्वतारोही लक्ष्य साध कर आगे बढ़ें। पर्वतारोहियों को हरियाणा में सबसे ज़्यादा आर्थिक सहायता दी जा रही है।

हरियाणा के धाकड़ बनने का दिया संदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार पर्वतारोही दल में 100 विद्यार्थी भाग भाग ले रहे हैं। इनमें 22 दिव्यांग है। उन्होंने पर्वतारोहण जाने वाले विद्यार्थियों से सीधा संवाद करते हुए उनके समक्ष आने वाली चुनौतियों और समस्याओं के बारे में जाना। उन्होंने पर्वतारोही दल के सामने कोई कठिनाई आने पर उसे हिम्मत से पार करने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि एक बार आगे बढ जायेंगे तो आप धाकड़ बन जाएगें। हरियाणा में शरीर, बुद्धि और बल से आगे बढने वाले को धाकड़ कहा जाता है। इस पर विद्यार्थियों ने खुशी का इजहार किया। मुख्यमंत्री ने कैथल की संजली, गुरूग्राम की मंजु, सोनीपत के जयदीप और श्रवण व वाणी बाधित  मुस्कान व गौरव से सीधी बातचीत की और अपने स्वैच्छिक कोष से एडवेंचर क्लब को 5 लाख रुपए देने की घोषणा की।

स्कूली विद्यार्थियों ने बढाया सरकार का साहस…कवंर पाल
हरियाणा के शिक्षा मंत्री श्री कंवर पाल ने कहा कि 13 दिन के पर्वतारोहण कार्यक्रम पर स्कूल एजूकेशन एकेडमिक सैल की और से 40 लाख रुपए की राशि खर्च की जाएगी। स्कूली विद्यार्थियों ने हर क्षेत्र में अच्छेेेे परिणाम दिए हैं। सुपर 100 कार्यक्रम की बेहतर सफलता के बाद मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने इस कार्यक्रम को सुपर 500 कर चार और स्थानों से शुरू कर दिया है। इसके अलावा 10 से 12वीं के विद्यार्थियों को टेबलेट देने का कार्य किया है ताकि हरियाणा के सरकारी स्कूलों में पढने वाले विद्यार्थी नवीनतम तकनीक में पीछे न रहें। उन्होंने कहा कि रोमाचंक गतिविधियां विद्यार्थी जीवन का हिस्सा बनने से उनका व्यक्तित्व निखरता है। इस पर्वतारोहण दल में जाने वाले 6111 मीटर की ऊंचाई पर लाहौल के भरतपुर युनाम पर्वत की चढाई करेंगें।

इस मौके पर एडवेंचर क्लब के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्य सचिव हरियाणा श्री एस सी चौधरी व निदेशक मौलिक स्कूल शिक्षा डा. अंशज सिंह ने भी अपने विचार रखे।

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