-कमलेश भारतीय महिला क्रिकेट का दमकता चेहरा मिताली राज । आज क्रिकेट के मैदान से विदा हो गया । मिताली राज ने संन्यास ले लिया पूरे तेइस साल बाद । एक दक्षिण भारतीय लड़की जो शास्त्रीय नृत्य सीख रही थी और उनका पैशन भी था लेकिन वह संयोगवश क्रिकेटर बन गयी । पापा भाई को क्रिकेट खिलाते सिखाते थे और यह नहीं जानते थे कि स्टार तो उनकी बेटी बनने वाली है । अचानक एक दिन मिताली ने क्रिकेट के मैदान से बाहर आई गेंद वापस मैदान में कुछ ऐसे फेंकी कि एक कोच ने कहा कि लड़की में दम है और इसे मैदान में लाना चाहिए । इस तरह सिर्फ एक थ्रो ही मिताली की जिंदगी बदल गयी । वह नृत्यांगना न बन कर क्रिकेटर बन गयी । देश की महिला क्रिकेट का पहला दमकता चमकता चेहरा जो तेइस साल तक दमकता, चमकता रहा । सर्वाधिक रन बनाये , कप्तानी की और दूसरे नम्बर तक क्रिकेट को ले आई । नम्बर वन बनने का अधूरा सपना लेकर अब सन्यास ले लिया । फिर भी भारतीय महिला क्रिकेट को एक मुकाम देने में मिताली का उतना ही नाम है , जितना पुरूष क्रिकेट को नाम देने में कपिल देव का , जिसे वर्ल्ड कप जीतते देख सचिन ने भी वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा बनने का सपना न केवल देखा बल्कि पूरा भी किया । ऐसे ही न जाने कितनी युवतियों ने मिताली को देखकर क्रिकेट खेलनी शुरू की होगी । तभी तो मिताली को गर्व था । इसीलिए उसने एक पत्रकार के सवाल का ऐसा जवाब दिया जब उसने पूछा कि किस पुरुष क्रिकेटर को आप पसंद करती हैं ? मिताली ने कहा कि कभी पुरूष क्रिकेटर से ऐसा सवाल पूछ कर दिखाओ । यह था स्वाभिमानी मिताली का रूप । यह था मिताली का जज्बा महिला क्रिकेट के लिए । ये सभी क्रिकेटेर कपिल शर्मा शो में भी आई थीं और फुल्ल मस्ती की डोज दी थी दर्शकों को । मिताली ने महिला क्रिकेट को एक ऊंचाई दी । एक आयाम दिया और साबित कर दिया कि महिला क्रिकेट सिर्फ ग्लैमर ही नहीं है और जो इसे ऐसा समझते हैं वे बहुत बड़े मुगालते में है । मिताली चाहे क्रिकेट से रिटायर हो गयीं हों लेकिन इनको महिला क्रिकेट में दिये योगदान के लिए सदैव याद किया जाता रहेगा । अब वे चाहें तो अपना क्रिकेट का सफर लिख सकती हैं , जिससे कि नयी पीढ़ी को प्रेरणा मिले मैदान में जाने की । मिताली चाहे तो अब अपना बचपन का नृत्यांगना बनने का सपना भी पूरा कर सकती है लेकिन वह जो भी करेगी , पूरे मन से करेगी और यही एक अच्छी खिलाड़ी की सीख है कि जो करो , उसमें अपना सौ प्रतिशत दे दो तभी सफलता मिलेगी और सफल महिला क्रिकेटर का नाम है -मिताली राज ।।विदा मिताली ।।अगले जीवन व पारी के लिए शुभकामनाएं ।–पूर्व उपाध्यक्ष, हरियाणा ग्रंथ अकादमी । Post navigation बुकर पुरस्कार से उठे कुछ सवाल ,,, राज्यसभा चुनाव : बाबूजी कितने रंग देखोगे ?