सांसद संजय भाटिया व प्रदेश भाजपा से समालखा की जनता से माफी मांगने व चेयरमैन पद प्रत्याशी को पार्टी से निष्कासित करने की मांग समालखा 6 जून – समालखा बचाओ संघर्ष मोर्चा संयोजक एवं आरटीआई एक्टिविस्ट कॉमरेड पीपी कपूर ने भाजपा की ईमानदारी का भंडाफोड़ करते हुए प्रदेश भाजपा सहित एमपी संजय भाटिया व भाजपा जिला प्रधान अर्चना गुप्ता को कटघरे में खड़ा करके बड़ा गंभीर आरोप लगाया है । कॉमरेड कपूर ने चौकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि समालखा नगरपालिका चुनाव में चेयरमैन पद के लिए भाजपा ने जिस अशोक कुच्छल को टिकट देकर अपना उम्मीदवार बनाया है, उसे 6 नवंबर 2017 को एफआईआर नंबर 713 अंडर सेक्शन 109/115/116/ 120 / 195 /211 /384 /388/ 389 के तहत जिसमफ़रोशी के धंधे में 20 लाख रुपये की दलाली व ब्लैकमेलिंग करते हुए समालखा पुलिस ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया था । कुच्छल करीब सवा साल तक जेल की सलाखों के पीछे कैद रहने के बाद हाई कोर्ट से ज़मानत पर जेल से बाहर निकल पाया । अदालत में विचाराधीन इस केस में आरोप साबित होने पर भाजपाई उम्मीदवार अशोक कुच्छल को किसी भी वक्त आजीवन कारावास अथवा 10 वर्ष तक की सजा हो सकती है । कॉमरेड कपूर ने सवाल किया कि ऐसे संगीन जुर्मो के आरोपी व दागी व्यक्ति को बीजेपी ने पालिका चेयरमैन पद का उम्मीदवार क्यों बनाया ? ऐसे दागी व्यक्ति को टिकट देने वाली प्रदेश भाजपा सहित सांसद संजय भाटिया व जिला भाजपा प्रधान अर्चना गुप्ता को इसका जवाब समालखा की जनता को देना चाहिए । इस टिकट वितरण में दो करोड़ रुपये का खेला होने की भी शहर में चर्चा है। कपूर ने आरोप लगाते हुए कहा कि हर समालखा वासी जानता है कि पहले भी वर्ष 2016 में यही अशोक कुच्छल करीब तीन करोड़ रुपये के काले धन से नगर पार्षदों को भेड़ बकरियों की तरह सरेआम खरीद कर धनबल से चेयरमैन बना था । इस बड़े व गंभीर खुलासे से भाजपा की ईमानदारी व साफ छवि के दावों का भंडाफोड़ हो चुका है ।संघर्ष मोर्चा मांग करता है कि इस दागी उम्मीदवार को तत्काल पार्टी से निष्कासित कर समालखा की जनता से प्रदेश भाजपा व सांसद संजय भाटिया को माफी मांगनी चाहिए । वरना समालखा की जागरूक जनता ऐसे दागी उम्मीदवार की जमानत जब्त करवा कर भाजपा को चुनाव में मुंहतोड़ जवाब देगी । Post navigation पूर्व विधायक भरत सिंह छोक्कर आम आदमी पार्टी में शामिल समालखा बीजेपी चेयरमैन प्रत्याशी ने नामांकन एफिडेविट में छिपाया अपराधिक केस : डॉ. सुशील गुप्ता