चण्डीगढ, 5 जून:-हरियाणा रोङवेज चण्डीगढ डिपो के महाप्रबंधक की तानाशाही पुरे प्रचण्ड पर चल रही है। चहेतों की शिकायत पर हर रोज किसी न किसी कर्मचारी या युनियन नेता को चार्जशीट व निलंबित किया जा रहा है। महाप्रबंधक ऐसा एक द्वेष भावना के तहत कर रहे हैं,जो असहनीय है। यह आरोप हरियाणा रोङवेज कर्मचारी एकता युनियन की चण्डीगढ डिपो कमेटी ने संयुक्त ब्यान जारी करते हुए लगाए हैं।

डिपो प्रधान चन्द्रभान सोलंकी, उप-प्रधान धन सिंह गुहणा,सचिव रामकुमार शिशवाल, सह-सचिव जोगेन्द्र सिंह, कैशियर विनोद तिहाङा, आडिटर सत्यवान व मुख्य सलाहकार अनील कुमार ने बताया कि कर्मचारियों की डिपो स्तर की बहुत सी आर्थिक मांगे जैसे कि एरियर, शिक्षा भत्ता,रात्री भत्ता,एलटीसी, एसीपी,मैडिकल बिल व अन्य अदायगी एक लम्बे अरसे से लम्बित पङी हुई हैं। युनियन कई बार लिखित व मौखिक तौर पर महाप्रबंधक से मिलकर लम्बित पङी सभी अदायगी को जारी करने की मांग कर चूकी है लेकिन महाप्रबंधक का इस और कोई ध्यान नहीं है। महाप्रबंधक कर्मचारियों के आर्थिक लाभ रोककर तथा खर्चा कम व आमदनी ज्यादा दिखाकर परिवहन के उच्च अधिकारियों में वाही-वाही लुटने का काम कर रहे हैं।

उन्होंन बताया कि आउटसोर्स पर लगे कर्मचारियों को लगभग तीन महीने से वेतन नहीं मिल रहा,जिसके कारण उनके परिवार भूखे मरने पर मजबूर हो रहें हैं। अगर कोई कर्मचारी या युनियन नेता आवाज उठाने की कोशिश करता है तो महाप्रबंधक उसे चार्जशीट व निलंबित करने का काम करते हैं। महाप्रबंधक का ध्यान कर्मचारीयों के काम करने पर कम तथा चार्जशीट व निलंबित करने पर ज्यादा है। महाप्रबंधक इस रवैए से कर्मचारियों में भारी रोष है।

डिपो कमेटी ने बताया कि युनियन एक बार फिर से डिपो स्तर की लम्बित पङी सभी समस्याओं को लेकर एक मांगपत्र महाप्रबंधक को सौंपेगी तथा बकाया पङी सभी समस्याओं का समाधान करने की मांग करेगी। अगर इसके बाद भी समाधान नहीं हुआ तो महाप्रबंधक के खिलाफ निर्णायक आन्दोलन किया जायेगा। जिसकी सारी जिम्मेदारी डिपो प्रशासन की होगी।

error: Content is protected !!