मुख्यमंत्री ने खिलाडिय़ों को किया सम्मानित, लगभग 6 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार दिए देश के कुल 16 मेडल में से 4 स्वर्ण सहित 6 मेडल जीतकर राज्य के एथलीटों ने एक बार फिर साबित कर दिया कि हरियाणा को भारत की मेडल फैक्ट्री क्यों कहा जाता है – मनोहर लाल ताऊ देवी लाल खेल परिसर, पंचकूला में 116 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 4 अत्याधुनिक खेल सुविधाओं का भी किया उद्घाटन चंडीगढ़, 30 मई – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज राज्य के डैफलिंपिक्स एथलीटों को लगभग 6 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कारों से सम्मानित किया। आज पंचकूला के ताऊ देवी लाल स्टेडियम में आयोजित राज्य स्तरीय सम्मान समारोह के दौरान ब्राजील में डैफलिंपिक्स के चार स्वर्ण पदक विजेताओं, दो कांस्य पदक विजेताओं और नौ प्रतिभागियों सहित कुल 15 खिलाडिय़ों को चेक वितरित किए गए। श्री मनोहर लाल ने कहा कि ब्राजील में हाल ही में आयोजित डैफलिंपिक्स -2021 में चार स्वर्ण पदक जीतकर, हरियाणा के खिलाडिय़ों ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि राज्य को स्पोट्र्स हब के रूप में क्यों जाना जाता है। साथ ही, देश के खिलाडिय़ों द्वारा जीते गए कुल 16 पदकों में से 4 स्वर्ण सहित 6 पदक जीतकर उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया है कि हरियाणा को भारत की पदक फैक्ट्री के रूप में क्यों जाना जाता है। हमें गर्व है कि इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने वाले भारत के 65 एथलीटों में से 15 खिलाड़ी राज्य से हैं। इस सम्मान समारोह में विधानसभा अध्यक्ष श्री ज्ञान चंद गुप्ता, खेल एवं युवा मामले राज्य मंत्री सरदार संदीप सिंह और सांसद श्री रतन लाल कटारिया भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने देश और राज्य को गौरवान्वित करने के लिए खिलाडिय़ों, उनके परिवारों, शिक्षकों और प्रशिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि विश्व स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लेना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है और इस डैफलिंपिक्स में भाग लेने वाले प्रत्येक एथलीट ने निश्चित रूप से अपने कौशल, शारीरिक क्षमता और मानसिक दृढ़ता का प्रदर्शन किया है। श्री मनोहर लाल ने कहा ‘राज्य की ओर से आपको ये नकद पुरस्कार देकर मुझे वास्तव में गर्व महसूस हो रहा है। आपकी उपलब्धियां इस बात का एक आदर्श उदाहरण हैं कि यदि किसी व्यक्ति में दृढ़ इच्छाशक्ति है, तो कोई भी शारीरिक अक्षमता या कमजोरी उसे अपने सपनों को साकार करने से नहीं रोक सकती।’ मुख्यमंत्री ने कहा कि ओलिंपिक्स, पैरालिंपिक्स, राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों में राज्य के खिलाडिय़ों के उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखने के बाद डैफलिंपिक्स में इन 15 खिलाडिय़ों से पूरे देश को बड़ी उम्मीदें थीं। उन्होंने कहा, ‘मैं गर्व से कह सकता हूं कि चार स्वर्ण और दो कांस्य पदक जीतकर उन्होंने न केवल देश को गौरवान्वित किया है, बल्कि एक बार फिर राज्य का गौरव बढ़ाया है।’ चार स्वर्ण विजेताओं को मिले 4.80 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार श्री रोहित भाकर, श्री महेश, सुश्री दीक्षा डागर और श्री सुमित दहिया को क्रमश: बैडमिंटन, गोल्फ और कुश्ती में स्वर्ण पदक जीतने के लिए 1.20-1.20 करोड़ रुपये के चेक भेंट किए गए। श्री मनोहर लाल ने कहा ‘आप जैसे खिलाडिय़ों के कारण ही आज हरियाणा का नाम एक बार फिर विश्व मानचित्र पर चमका है। हरियाणा जनसंख्या और क्षेत्रफल की दृष्टि से बेशक छोटा राज्य है, लेकिन खेल के क्षेत्र में हमारी उपलब्धियां बेजोड़ हैं। हरियाणा के खिलाडिय़ों ने समय-समय पर विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपनी योग्यता साबित की है। ’ दो कांस्य पदक विजेताओं को 80 लाख रुपये का पुरस्कार मुख्यमंत्री ने कुश्ती में कांस्य पदक जीतने वाले श्री अमित और श्री वीरेंद्र सिंह को 40-40 लाख रुपये का चेक भी दिया। इसके अलावा, श्री मनोहर लाल ने इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए सुश्री प्रियंका, श्री बलराम, श्री योगेश डागर, सुश्री निर्चिरा, श्री अजय कुमार,श्री कुलदीप शर्मा, श्री आसिफ खान, श्री अमन और श्री शुभम वशिष्ठ को को 2.5-2.5 लाख रुपये के चेक दिए। 116 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित 4 अत्याधुनिक खेल सुविधाओं का उद्घाटन किया मुख्यमंत्री ने 116 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित चार अत्याधुनिक खेल सुविधाओं का भी लोकार्पण किया। इनमें लगभग 50 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित वैज्ञानिक खेल प्रशिक्षण एवं पुनर्वास केंद्र, लगभग 50 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बहुउद्देशीय हॉल नंबर 2 व 3, 10 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हॉकी एस्ट्रो-टर्फ और लगभग 6 करोड़ रुपये की लागत से एथलेटिक्स ट्रैक का नवीनीकरण शामिल है। श्री मनोहर लाल ने कहा कि इस तरह की अत्याधुनिक खेल सुविधाएं प्रदान करना भी खिलाडिय़ों की उपलब्धियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हरियाणा की खेल क्षमता को देखते हुए राज्य ऐतिहासिक खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2021 की मेजबानी के लिए तैयार मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा की खेल क्षमता को देखते हुए राज्य शानदार खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2021 की मेजबानी करने के लिए तैयार है। हरियाणा के लगभग 677 खिलाडिय़ों ने खेलो इंडिया-2020 प्रतियोगिताओं में भाग लिया था और 200 पदक जीतकर देश में दूसरा स्थान हासिल किया था। श्री मनोहर लाल ने कहा कि इस बार चूंकि हम मेजबान हैं इसलिए मुझे उम्मीद है कि राज्य के खिलाड़ी इस ऐतिहासिक स्पर्धा में सबसे अधिक पदक जीतकर पहला स्थान हासिल करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर राज्य के खिलाडिय़ों की उपलब्धियों और राज्य के अत्याधुनिक खेल बुनियादी ढांचे को स्वीकार करते हुए हरियाणा को ‘खेलो इंडिया-2021’ की मेजबानी का जिम्मा सौंपा है। श्री मनोहर लाल ने कहा ‘आज से 4 दिन बाद 4 जून को हम इसी स्टेडियम से ‘खेलो इंडिया यूथ गेम्स-2021’ का आगाज करेंगे। इस भव्य आयोजन में पांच पारंपरिक खेल जैसे गतका, कलारीपयट्टू, थांग-ता, मलखंब और योगासन सहित 25 खेल आयोजन होंगे। ये खेल प्रतियोगिताएं पांच स्थानों नामत: पंचकूला, अंबाला, शाहाबाद, चंडीगढ़ और दिल्ली में आयोजित की जाएंगी। इन खेलों में 8,500 से अधिक एथलीट भाग लेंगे। इसके अलावा, लाखों दर्शक इस भव्य खेल उत्सव को देखेंगे। हरियाणा ने पदक विजेता खिलाडिय़ों को दी सबसे अधिक नकद पुरस्कार राशि मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है, जो पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को अधिकतम नकद पुरस्कार राशि देता है। उन्होंने कहा कि पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को नकद पुरस्कार और अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए हरियाणा राज्य विकास कोष बनाया गया है। श्री मनोहर लाल ने कहा कि हमने खिलाडिय़ों को 335 करोड़ रुपये से अधिक के नकद पुरस्कार दिए हैं। श्री मनोहर लाल ने कहा कि हमने ओलंपिक खेलों के स्वर्ण पदक विजेता को 6 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेता को 4 करोड़ रुपये और कांस्य पदक विजेता को 2.5 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार देने का प्रावधान किया है। इतना ही नहीं, पदक विजेताओं को सबसे ज्यादा इनामी राशि देने के मामले में हम दुनिया के कई देशों से आगे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओलंपिक, एशियाई, राष्ट्रमंडल और अन्य राष्ट्रीय खेल स्पर्धाओं में भाग लेने वाले पैरालिंपिक पदक विजेताओं और पैरा खिलाडिय़ों को ओलंपिक खिलाडिय़ों के समान नकद पुरस्कार देने का भी प्रावधान किया गया है। खिलाडिय़ों को खेल कोटे के तहत सरकारी नौकारियां श्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा देश का पहला राज्य है, जिसने खिलाडिय़ों को खेल की तैयारी के लिए 5 लाख रुपये की अग्रिम राशि देने का प्रावधान किया है ताकि उन्हें अपनी तैयारी में कोई कठिनाई न हो। इसके साथ ही दुनिया की 10 सबसे ऊंची पर्वत चोटियों पर चढऩे वाले पर्वतारोहियों के लिए भी नई नीति लागू की गई है, जिसके तहत उन्हें 5 लाख रुपये और खेल कोटे में सरकारी नौकरी पाने में मदद करने के लिए स्पोट्र्स कैटेगरी में ग्रेड-सी सर्टिफिकेट दिया जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने उत्कृष्ट खिलाडिय़ों के लिए रोजगार सुनिश्चित करने के लिए हरियाणा उत्कृष्ट खिलाड़ी (भर्ती और सेवा की शर्तें) नियम 2018 लागू किए हैं। इसके अलावा, खेल विभाग में 550 नए पद सृजित किए गए हैं और 156 खिलाडिय़ों को सरकारी नौकरी दी गई है। Post navigation हमने दिल्ली और पंजाब में भ्रष्टाचार खत्म किया, अब हरियाणा में भी भ्रष्टाचार खत्म करेंगे, – अरविंद केजरीवाल राज्यसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस 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