वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 20 मई : हरियाणा कला परिषद और सोसायटी फाॅर आर्ट एंड कल्चर डेवलपमेंट के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में पांचवे हरियाणा अंतराष्ट्रीय फिल्म समारोह के छह दिवसीय कार्यक्रम के तीसरे दिवस पर भरतमुनि रंगशाला में कार्यक्रम के प्रथम सत्र में फिल्म निर्माता राजकुमार सैनी की पानी की कद्र, ‘वाटर वर्सिज मनी’ और ‘सेव वाॅटर सेव फयूचर’ से शुरूआत हुई। इस कड़ी में जल संरक्षण और ग्लोबल वार्मिग पर मुख्य रूप से एक परिचर्चा का आयोजन किया। कार्यक्रम में मुख्यातिथि बतौर पहुंचे सरस्वती हैरिटेज बोर्ड के वाइस चैयरमेन धुम्मन सिंह किरमिच ने कहा कि वर्तमान में जल का संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण को बचाये रखना अति महत्वपूर्ण है क्योंकि भू-जल स्तर दिनोंदिन नीचे जा रहा है जिससे समस्या आगे बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि हमें सप्ताह में एक दिन कैमिकल मुक्त जीवन व्यतीत करना होगा जिससे नदियों इको सिस्टम ठीक हो सके।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे स्वच्छता अभियान हरियाणा वाइस चैयरमेन सुभाषचंद्र ने कहा कि जल संरक्षण और ग्लोबल वार्मिग के संबंध में देश-दुनिया के लोग वाकिफ हो चुके है लेकिन इस दिशा ओर अधिक कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमें दैनिक जीवन इन दोनों प्रति अपनी वफादारी निभानी होगी ताकि आने वाली पीढ़़ी का भविष्य सुरक्षित रखा जा सके। हरियाणा अन्य प्रदेशों से जल सरक्षण में अन्य प्रदेशों अच्छा कार्य है। कुरुक्षेत्र जिला पूरे प्रदेश में दूसरे स्थान पर है जोकि अन्य जिलों के लिए पानी सरंक्षण का संदेश दे रहा है। उन्होंने कहा कि जल सरक्षण के लिए ग्रामीणों की भागीदारी सबसे पहले सुनिश्चित की जा रही है वे इस मुहिम साथ ताकि इसका स्थाई समाधान हो सके।

हरियाणा वाॅटर मैनजमेंट बोर्ड के तेजेंद्र सिंह ने कहा कि हरियाणा में 18000 से भी ज्यादा तालाबों की स्थिति पर अध्ययन किया जो भविष्य में पानी संरक्षण के लिए अहम योगदान देगे। इस कड़ी में हरियाणा सरकार ने 111 तालाबों को अमृत महोत्सव से जोड़कर उसकी स्थिति सुधारने पर कार्य किया है जो भविष्य में जल संरक्षण में कार्य करेगे।

हरियाणा अटल भू-योजना के चैयरमेन स्टार रमेश गोयल ने कहा कि देश में जल संरक्षण की मुहिम इस कारण से महत्त्वपूर्ण है कि जल स्तर पूरे देश-विदेश में लगातार गिरता जा रहा है। उन्होंने इस दिशा में 2008 से जल संरक्षण और पर्यावरण बचाने और दूसरों को इसके प्रति जागरूक करने के लिए कार्य करना आरंभ किया जिसके अच्छे परिणाम निकल रहे हैं।

अरविंद कौशिक सुपरिडैन्ट इंजिरियर्स सरस्वती हरिटेज ने कहा कि हरियाणा सरकार ने सूक्ष्म सिंचाई योजना, मेरी फसल मेरा ब्यौरा के माध्यम से अधिक से अधिक जानकारी जुटाये ताकि किसानों को इन योजनाओं का भरपूर फायदा मिल सके।
इग्नू हरियाणा के एडिशनल डारेक्टर डाॅ. धर्मपाल ने कहा कि जल संरक्षण और पर्यावरण संरक्षण मानव जीवन के ही नहीं अपितु समस्त जीवों का आधार है इसलिए प्रत्येक मनुष्य को नियमित रूप इसे निर्वाहन करना होगा।

फिल्म समारोह के द्वितीय सत्र में फिल्म निर्माता और लेखक गिरीज धमीजा ने अपने अनुभव सांझा करते हुए कहा कि फिल्में समाज में घट रही घटनाओं, ग्रंथों, कहानियों के माध्यम से लिखी जाती हैं। समाज जैसा दिखाई देता है उसे वैसा ही दिखाना होगा ताकि समाज अपने आप से भी रू-ब-रू हो सके। उन्होने कहा कि अगर आप किसी भी क्षेत्र में मुकाम पाना चाहते है तो आपको तीन चीजों की जरूरत होगी जुनून, जिद और जब्बा। अगर ये तीनों एक साथ नहीं है तो आप अपने जीवन में सही मुकाम हासिल नहीं कर सकते है।

फिल्म समारोह के निदेशक धर्मेद्र दांगी ने कहा कि फिल्मों की जान उसका लेखन होता है अगर लेखन सही नहीं है तो फिल्म समाज में अपना प्रभाव नहीं दिखा पायेगी और अगर लेखन सही है तो समाज भी बदलेगा और फिल्म लेखन करने वाले की तक्दीर भी बदलेगी। इस असर पर फिल्म समारोह में कुल 12 फिल्मों का फिल्मांकन किया जिसे मीलेनियम स्कूल के छठी के कक्षा के बच्चे और राजकीय माॅडल संस्कृति सीनियर सेकेंडरी स्कूल कुरुक्षेत्र के नौवी कक्षा के बच्चों फिल्मों का आनंद लिया।
इस अवसर फिल्म समारोह के मंच का संयुक्त रूप से संचालन कर रहे डाॅ. आबिद अली, सीमा गुप्ता ने आजादी के महान नायकों, दिवंगत हाॅलीवुड एवं बाॅलीवुड कलाकारों और हिप के पूर्व सदस्य स्वर्गीय कमल कुमार को याद उन्हें श्रद्धाजंलि अर्पित की।

इस अवसर पर फिल्म समारोह की आयोजक सचिव तानिया रोहिला, नकुल कुमार एवं उनकी समस्त टीम, सेवानिवृत्त हरीश रंगा, फिल्म निर्माता रवि मोहन, प्रौफेसर संदीप कुमार इत्यादि मुख्य रूप से उपस्थित मौजूद है।

रमेश गोयल ने जल संरक्षण और पर्यावरण की मुहिम को घर-घर तक पहुँचाने के लिए ‘जल चालीसा’ नामक एक पुस्तक भी लिखी है। वे इस पुस्तक के माध्यम से लोगों को जल आधारित समस्या से भागने की बजाये उसे हल की आवश्यकता पर जोर देते है। उनका कहना है कि समस्या हमें पता है तो हल भी हमें ही पता है।

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